Early signs of liver damage: भारी पड़ सकता है ये करना, आज ही शुरू करें healthy diet

Early signs of liver damage: भारी पड़ सकता है ये करना, आज ही शुरू करें healthy diet

Early signs of liver damage: लिवर शरीर का सबसे महत्‍वपूर्ण और बड़ा अंग होता है। यदि इसमें किसी भी प्रकार का इंफेक्‍शन या खराबी आ जाती है तो, शरीर में कई प्रकार के लक्षण दिखाई देने शुरू हो जाते हैं। हमारे देश में बहुत से लोग हैं जिन्‍हें लिवर की समस्‍या (liver disease treatment) है किन्‍तु उनका इलाज ठीक से नहीं हो पाता। लिवर की बीमारी ज्‍यादातर उन्‍हीं को होती है जो मोटे होते हैं या फिर शराब का सेवन अधिक करते हैं।

आज के जमाने में लिवर का रोग (liver problems Hindi) अब बुजुर्गों तक सीमित नहीं रह गया है बल्‍कि यह अब कम उम्र के लोगों में भी होने लगा है। ये बहुत ही कम लोग जानते हैं कि लिवर जब 80% तक डैमेज हो चुका होता है तब जा कर इसके लक्षण दिखाई देने शुरू होते हैं।




Signs your liver is healing: उसे सुरक्षित और सेहतमंद रखने के लिए प्राकृतिक फूड्स का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए। प्रोसेस्ड फूड्स जैसे फास्ड फूड्स, कोला ड्रिंक्स, बेकरी प्रोडक्ट्स और तला हुआ खाना लीवर पर नकारात्मक असर डालते हैं। लीवर को सेहतमंद (liver problems Hindi) रखने और उसकी कार्य क्षमता को बेहतर बनाने के लिए कुछ फूड्स और ड्रिंक्स का इस्तेमाल मुफीद है जबिक कुछ नुकसानदेह होते हैं।

त्वचा के बाद लिवर हमारे शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है. जब लिवर में कुछ खराबी या विकार उत्पन होता है तो निम्न लक्षण दिखाई देते हैं...

लिवर सूजन के लक्षण

Liver problems symptoms: थकान : लिवर शरीर में ऊर्जा बनाये रखता है. दरअसल यह एक बैटरी की तरह काम करता है और जब जरूरत होती है, ग्लूकोज का उत्पादन कर के हमें ऊर्जा देता है. इसलिए लिवर जब ठीक से काम नहीं करता तब हमें हर वक़्त थकान का अनुभव होने लगता है.

पाचन में समस्या : लिवर ही शरीर में एंजाइम बनाता है जो खाने को पचाने का काम करता है. खाई गयी हर चीज़ पहले लिवर तक पहुँचती है और लिवर इससे पोषक तत्वों को अलग कर के रक्त के सहारे कोशिकाओं तक पहुंचाता है. लिवर में खराबी (liver problems Hindi) आने पर शरीर में खाने का पाचन ठीक से नहीं हो पाता और कब्ज या गैस की दिक्कत रहने लगती है.




Liver failure stages: इम्यून सिस्टम में कमजोरी : रक्त लिवर से होकर गुज़रता है और लिवर उसमें से सारे हानिकारक और दूषित पदार्थों को निकालता रहता है. लेकिन जब लिवर ठीक से काम नहीं करता तब रक्त ठीक तरह से साफ नहीं हो पाता. और शरीर में बहुत सी बीमारियां, कमजोरी होने के साथ-साथ इम्यून सिस्टम भी कमजोर होने लगता है.

वजन और कोलेस्ट्रॉल बढ़ना : खाने के माध्यम से कुछ न कुछ कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर में पहुँचता रहता है और लिवर उसे निकालता रहता है. शरीर के हिसाब से खाने की जरूरत को भी लिवर समायोजित करता रहता है. लेकिन जब लिवर ठीक (liver problems Hindi) से काम नहीं करता तब वजन काफी तेजी से बढ़ने लगता है क्योंकि खाया गया खाना पचने की जगह शरीर में जमा होने लगता है और इस के साथ ही शरीर में कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ने लगता है जो दिल की कई सारी बीमारियों का कारण बनता है.

दवाओं और खाने का शरीर पर असर न होना : जब हम बीमार पड़ते हैं, तब जो दवाएं हमें दी जाती हैं उन्हें अब्जॉर्ब करके हमें स्वस्थ करने का काम भी लिवर ही करता है. इसके अलावा खाना हमारे शरीर के विकास के साथ-साथ अंगों को मजबूती दे, उसके लिए भी लिवर (liver problems Hindi) का स्वस्थ रहना जरूरी होता है. कैंसर और फैटी लिवर के साथ हेपेटाइटिस जैसी बीमारी लिवर के खराब होने की वजह से ही होती है

लिवर का रामबाण इलाज

लिवर इंफेक्शन में क्या खाना चाहिए ?

गाजर का इस्तेमाल

लीवर की सेहत के लिए गाजर का इस्तेमाल किसी भी शक्ल में किया जा सकता है, लेकिन उसे ओवेन में पकाने से परहेज किया जाना चाहिए। गाजर के जूस में पालक का जूस और थोड़ा पानी मिलाकर पीने से लीवर मजबूत और खून बनाने की प्रक्रिया तेज होती है। गाजर में विटामिन ए, बीटा कैरोटीन, एंटी ऑक्सीडेंट की विशेषताएं पाई जाती हैं, जो कई बीमारियों से रक्षा करते हैं।

हरे पत्तेदार सब्जियां

गाजर, बंदगोभी, फूलगोभी, खीरा, कद्दू, चुकंदर और पालक का इस्तेमाल लीवर की सेहत के लिए निहायत मुफीद है। उन सब्जियों को सलाद या जूस बनाकर भी इस्तेमाल किया जा सकता है. हरे पत्तेदार सब्जियों में फाइबर बड़ी मात्रा में पाया जाता है, जिससे लीवर की सफाई में मदद मिलती है।

लिवर मजबूत करने के उपाय:

ग्रीन टी का इस्तेमाल

Liver damage treatment: विशेषज्ञों के मुताबिक कैफीन और दूध की चाय बजाए अगर सामान्य ग्रीन टी का इस्तेमाल किया जाए, तो उसका लीवर समेत आपके संपूर्ण स्वास्थ्य पर निहायत मुफीद असर पड़ता है। ग्रीन टी कैंसर के खतरे को कम करती है, वजन घटाती है , शरीर में मौजूद टॉकसिन्स को बाहर निकालने में मदद करती है और कोलेस्ट्रोल लेवल को संतुलन रखती है।

हल्दी की चाय का इस्तेमाल

आसानी से मुहैया प्राकृतिक जड़ी-बूटी हल्दी लीवर की सेहत में अहम भूमिका निभाती है। हल्दी की चाय लीवर को शांत रखने में मदद पहुंचाती है। एक ग्लास पानी में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर 10 मिनट उबालें, अब उस चाय को छान कर उसमें जरूरत के मुताबिक नींबू और एक चुटकी काली मिर्च का पाउडर मिलाकर इस्तेमाल करें। हल्दी की चाय इस्तेमाल से लीवर के प्रभावित पुट्ठों को नए सिरे से बनने में मदद मिलती है और सूजन में आराम पहुंचता है।

फाइबर से भरपूर फूड्स

फाइबर से भरपूर फूड्स के इस्तेमाल से लीवर की सफाई में मदद मिलती है, लीवर की सेहत अच्छी होती है और टॉकसिन्स का सफाया होता है। स्वस्थ जिंदगी के लिए फूड में हरी सब्जियां और फलों का रस इस्तेमाल ज्यादा करें। सेब, केला, दलिया, चक्की का आटा लाजिमी तौर पर खाएं. तला हुए फूड और डिब्बाबंद फूड से परहेज करें और पानी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें।

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