Self study: पढ़ाई में नहीं लगता मन? भूलकर भी न करें ये काम..

Self study: पढ़ाई में नहीं लगता मन? भूलकर भी न करें ये काम..


Self study: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में बहुत सारी समस्याएं हैं। लोगों के जीवन में ऐसी कई समस्याएं होती हैं जिनसे वह कभी निपट नहीं पाते या वह समस्याएं हमेशा उनका पीछा करती रहती हैं। चाहे वह बूढ़े बुजुर्ग हों या फिर नौजवान या फिर छोटे बच्चे। हर किसी को अपने स्तर की चिंता खाए जाती हैं।

Self study: ज्यादातर स्टूडेंट्स (पढ़ाई में मन ना लगे तो क्या करना चाहिए) अपनी एजुकेशन लाइफ को लेकर परेशान रहते हैं। वह यह सोचते रहते हैं कि आखिर पढ़ाई में मन कैसे लगाया जाए क्योंकि हर किसी का दिमाग एक जैसा काम नहीं करता। यह एक बड़ी समस्या है, इसे इग्नोर (पढ़ाई करने का सही तरीका) करना कहीं से भी सही नहीं है।

Self study: अगर आप सच में किसी चीज़ को पाना चाहते है, तो ये सब फ़िज़ूल के बहाने, जैसे कि समय नहीं मिलना, बहुत सारा काम है, मुझे याद नहीं रहता, आलस आता है, मन नहीं लगता—ये सब मायने नहीं रखते।

सेल्फ स्टडी क्या होती है ?

Self study: ऐसे कैसे होता है कि एग्जाम (पढ़ाई में मन कैसे लगाएं) के एक दिन पहले आप दस चैप्टर्स पढ़ के पूरा कर लेते है, और उसके पहले तक आपसे एक दिन में एक चैप्टर भी पढ़ा नहीं जाता?

: क्या अचानक से कोई अदृश्य शक्ति आ जाती है जो आपको पूरा सिलेबस एक दिन में पूरा करवा देती है, और जिसके अभाव में आप उसके पहले तक आलसी बने रहते है?

क्या वीडियो गेम खेलते वक़्त, सोशल नेटवर्क पर घंटे बर्बाद करते वक़्त, अपने पसंदीदा हीरो या हीरोइन की फिल्म देखते वक़्त, या आजकल के किसी बकवास नेता का भाषण सुनते वक़्त भी आपका मन नहीं लगता?

पढ़ाई में मन लगाने के टोटके

अगर किसी (पढ़ाई में मन लगाने के टोटके) भी चीज़ में मन नहीं लगता या आपके पास संसाधनों की कमी है, तो इसके लिए अलग उपाय की जरुरत है।

अगर आप बेसिक एजुकेशन (पढ़ाई में तेज कैसे बने) के दौर पर है तो बेसिक fundamental को पढ़े आपके जीवन में आगे काम आएगा। अगर आप उच्च शिक्षा की तरफ़ है तो आपको ख़ुद से ईमानदारी से प्रश्न पूछने होंगे की शिक्षा अगर आपकी रुचि नहीं है तो क्या है?

मन की चंचलता को इंसान चुनौती दे सकता है यदि आपके पास एक अटूट संकल्प हो भीतर किसी उद्देश्य/लक्ष्य का।




सेल्फ स्टडी कैसे करें ?

धीरे धीरे जब (self study kaise karen) लक्ष्य गहरा मन में बैठ जाता है तो ये आपके काम आता है। मन की एकाग्रता तभी बनेगी जब आप विषय में कोई ऐसा रस ढूँढे जिससे कि आप fundamental को अच्छे से समझ सके। आप कुछ क्रीएटिव टेक्नीक का उपयोग भी एकाग्रचित होने के लिए कर सकते हो, साथ ही Youtube जैसे प्लैट्फ़ॉर्म पर विषय की गहराई पर और रीसर्च कर सकते हो जिससे बोरियत ना हो एवं मन भी संतुलित रहे।

ध्यान एवं प्रातःकाल (देर रात तक पढ़ाई कैसे करें) की सैर भी आपके बहुत काम आ सकती है। बस विषय के जीवन में उसके पड़ने वाले प्रभाव एवं उपयोग पर चिंतन करें।

उच्च शिक्षा में है तो बेहतर है कि career काउन्सिलर की मदद ले ताकि आप अपनी रुचि को समझ सके। आज दुनिया में किसी भी क्षेत्र में अपार सम्भावना है, केवल पढ़ाई हाई उसका माध्यम हो ऐसा बिलकुल भी नहीं है।

अच्छा पढ़े, स्वस्थ रहे एवं समूह में भी डिस्कस करे ताकि विषय का रस बना रहे।

मन को नियंत्रित नहीं करना है बस इस जीवन में आपका काम क्या है उसे सोचे एवं काम में डूब जायें।

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