Badminton Asia Team Championships 2024 के सेमीफानल में पहुंच कर भारतीय महिला नें किया अपना पहला पदक पक्का

PC sindhu

Badminton Asia Team Championships 2024:

भारत की पीवी सिंधु (PV Sindhu) और महिला शटलरों ने शुक्रवार को मलेशिया के शाह आलम में क्वार्टर फाइनल मैच में हांगकांग पर 3-0 से जीत हासिल की। इस जीत के साथ भारतीय खिलाड़ी नें बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप में अपना पहला पदक पक्का कर लिया है।

शीर्ष वरीयता प्राप्त चीन को ग्रुप स्टेज में टॉप पर पहुंचाने के बाद भारत ने दोहरी ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु, अश्मिता चालिहा और अश्विनी पोनप्पा और तनीषा क्रैस्टो की युगल जोड़ी की जीत के दम पर हांगकांग को हरा दिया।



भारतिय महिला टीम नें ग्रुप स्टेज में टॉप पर पहुंच कर शीर्ष वरीयता प्राप्त चीन को चौका दिया। जिसके बाद भारत की दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु, अश्मिता चालिहा और अश्विनी पोनप्पा, तनीषा क्रैस्टो की टीम नें हांगकांग की टीम को हरा दिया.


अब शीर्ष वरीयता प्राप्त जापान और चीन के बीच दूसरे क्वार्टर फाइनल में मुकाबला होगा और जो भी इस राउंड को जीतेगा उस टीम का मुकाबला भारत से सेमीफाइमल में होगा।

पीवी सिंधु ने लंबे समय के बाद वापसी करते हुए निचली रैंकिंग वाली लो सिन यान हैप्पी को एक कड़े मुकाबले के में 21-7, 16-21, 21-12 से हराया

Badminton Asia Team Championships 2024: पीवी सिंधु ने कितने पदक जीते?

पीवी सिंधु के पास एक गोल्ड के साथ 5 विश्व चैंपियनशिप पदक है और राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में पदक के अलावा उनके पास दो ओलंपिक पदक भी हैं।

इसके बाद तनीषा और पोनप्पा की महिला युगल जोड़ी ने युंग नगा टिंग और युंग पुई लैम की दुनिया की 18वें नंबर जोड़ी को 35 मिनट में 21-10, 21-14 से हाराया।

टीम के साथ मौजूद पूर्व राष्ट्रीय कोच विमल कुमार ने शाह आलम से पीटीआई को बताया कि, "यह महिला टीम के लिए एक अच्छा परिणाम है। मैं उनके प्रदर्शन से बहुत खुश हूं।"

"थोड़ा हवा का बहाव अधिक था, इसलिए शुरू में शटल को नियंत्रित करना मुश्किल था क्योंकि शटल बाहर जा रही थी। बहाव के कारण एक छोर से मुश्किल होने के कारण सिंधु को थोड़ा खिंचाव हुआ था। लेकिन यह एक अच्छा परिणाम है, हम सेमीफाइनल में हैं।"

दुनिया की नंबर 77 खिलाड़ी लो से मुकाबले में सिंधु शुरुआती गेम में 11-1 से आगे हो गईं थीं। लेकिन जब उनकी प्रतिद्वंद्वी को कड़ी चुनौती मिली तब खेल को फिर से शुरू करने से पहले भारतीय खिलाड़ी ने छह अंक गंवा दिए।

पाला बदलने के बाद यह एक कड़ी लड़ाई बन गई क्योंकि सिंधु और लो ने 10-10 तक बराबरी कर ली थी। इससे पहले हांगकांग की खिलाड़ी ने क्रॉस ड्रॉप की मदद से एक अंक की बढ़त के साथ ब्रेक में प्रवेश किया था।

इसके बाद लो ने 15-10 की बढ़त बना ली और सिंधु को शटल को नियंत्रित करके नेट और लॉन्ग पर हिट करने में परेशानी होने लगी। लो ने भी कुछ अच्छे शॉट लगाए, जिसमें एक बॉडी स्मैश भी शामिल था और सिंधु ने बैकलाइन पर कुछ गलतियां कीं।

लो अंततः मैच को आखरी राउंड तक ले गईं तब सिंधु फिर से नेट पर गईं।

आखरी गेम में सिंधु वापस अपनी लय में आ गईं और उन्होंने 5-1 की बढ़त बना ली। लो ने भारतीय खिलाड़ी को कुछ रोमांचक तरीकों से उलझाया लेकिन उनमें सटीकता की कमी थी। नतीजा यह हुआ कि लो के नेट में पहुंचने के बाद ब्रेक में सिंधु ने 11-7 की बढ़त ले ली थी।

फिर से शुरू होने के बाद सिंधु ने तेजी से अंक हासिल करने के लिए अपने कई स्ट्रोकों का इस्तेमाल किया और वह 17-8 से आगे हो गईं। जब लो ने नेट में स्प्रे किया तो उन्होंने नौ मैच प्वाइंट हासिल किए और दूसरे मौके में लो फिर से चूक गईं।

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