भजमन राम चरण सुखदाई..."*

(रामकथा पार्क में गूंजे रामभजन)

अयोध्या में सरयू किनारे स्थित 

Ramotsav ayodhya

 *""राम कथा पार्क" में आयोजित "रामोत्सव" अंतर्गत सांस्कृतिक कार्यक्रम में श्रद्धालु राम भजन की धुन पर आह्लादित है। 
अंतरराष्ट्रीय रामायण और वैदिक शोध संस्थान अयोध्या और संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम के अपराह्न सत्र में मानस मर्मज्ञ पंडित ऋषिराज त्रिपाठी जी ने अरण्यकाण्ड की कथा सरस अंदाज में सुनाई।जामवंत जी द्वारा हनुमानजी को अपने बल  का भान करते हुए कथा को विराम दिया। इसके बाद सायंकालीन सत्र के सांस्कृतिक संध्या में बिहार से आए दल ने राजेश कुमार पांडेय के निर्देशन में "बधाई गीत" गया जिस पर महिला कलाकारो ने पीले और  हरे रंग के परिधान में भावपूर्ण नृत्य करके सभी को रामलला विराजमान की प्राण प्रतिष्ठा से जोड़ दिया। 
रामलला के बाद अपने अगली प्रस्तुति में इन कलाकारों ने माता सीता के प्राकट्य को समर्पित "झिंझिया" लोक नृत्य प्रस्तुत किया। बरसात ना होने पर सर पर मटके रख कर महिलाएं इंद्र देव को प्रसन्न करने के लिए ये नृत्य करती है।नृत्य करते कलाकारो का अंग संचालन और भाव भंगिमा सभी को मुग्ध कर रही थी। मंच पर उमड़ा उल्लास श्रोताओं को उत्साहित कर रहा था तभी लखनऊ की लोक गायिका नूतन पांडे ने अपने दल के साथ गणेश वंदना "गौरी मईया के अंगना मां नाचे गणेश" से अपनी प्रस्तुति का आरंभ किया। इसके बाद रामलला के नव्य मंदिर में विराजमान होने की भक्तो की प्रतीक्षा को, शबरी प्रतीक्षा से जोड़ते हुए अगला भजन "अंचरा से बहारे शबरी, आपन कुटिया हो राम" गाकर सभी को भावुक कर दिया। 
"राम सिया के भय मिलन,सब हर्षे हो" गाकर सभी को हर्षोल्लासित कर दिया। मौनी अमावस्या की भीड़ से गुलजार अयोध्या के वातावरण को "लागल अवधपुर मा मेला" गाकर कलाकारो ने चरितार्थ कर दिया। मंच से बह रही सुरो की सरिता में श्रद्धालु डुबकियां लगा रहे थे और कलाकार एक के बाद एक राम भजन सुना रही थी। सुरो की ताल पर गहराती रात में मंच पर आए वाराणसी के पंडित गणेश प्रसाद मिश्र, आते ही उन्होंने जैसे ही आलाप लिया पूरा पांडाल तालियों से गूंज उठा। 

Ramotsav
"निलांबुज श्यामल कोमलांगम" की स्तुति के बाद अपने सधे हुए स्वर में गणेश प्रसाद मिश्र ने भजन "भजमन राम चरण सुखदाई" सुनाया तो ऐसा प्रतीत हुआ मानो आत्मा से परमात्मा का मिलन हो गया हो। स्वर साधना, समर्पण और गायकी मिठास एक जादू सा असर कर रही थी। 


राम नाम की गूंज के साथ कार्यक्रम में कलाकारो का सम्मान निदेशक अंतरराष्ट्रीय रामायण एवम वैदिक शोध संस्थान अयोध्या के निदेशक डा.लव कुश द्विवेदी के निर्देशन में कार्यक्रम समन्वयक अतुल कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम का संचालन अपने विशिष्ट अंदाज में आकाशवाणी के उद्घोषक देश दीपक मिश्र ने किया।इस अवसर पर पंडित रामजी प्रसाद,पंडित सिया राम शरण,

दीपशिखा,रितिका,सुरेश कुमार समेत अनेक संत और श्रद्धालु उपस्थित रहे।

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