2047 तक भारत को पूर्ण लैंगिक समानता के साथ स्त्रियों की समावेशी आर्थिक भागीदारी को बढ़ावा देना है
संस्था की संस्थापिका डॉ इन्दु सुभाष ने बताया कि कार्यक्रम का विषय संयुक्त राष्ट्र की 2024 की थीम इन्वेस्ट इन वूमेन अक्सीलरेट प्रोग्रेस अर्थात "महिलाओं में आर्थिक निवेश : प्रगति में तेजी " है । महिलाएं दुनिया की आधी आबादी का हिस्सा हैं. वे किसी भी मामले में पुरुषों से कम नहीं हैं. समाज की प्रगति में जितना बड़ा योगदान पुरुषों का है, उतना ही महिलाओं का भी है।
यशस्वी प्रधान मंत्री जी के 'विकसित भारत 1947 से ' 2047 तक भारत को पूर्ण लैंगिक समानता के साथ स्त्रियों की समावेशी आर्थिक भागीदारी को बढ़ावा देना है । कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण तेजस्विनी सम्मान 2024 इंस्टिट्यूट ऑफ केरियर स्टडीज की जनरल मैनेजर एवम प्रख्यात केरियर काउंसलर पूजा आहूजा की प्रदान किया गया
कार्यक्रम में प्रसिद्ध कवि पंकज प्रसून ने लड़कियां बहुत लड़ाका होती है कविता जब सुनाई तो पूरा हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा । कार्यक्रम में जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता सिंह ने समाज कल्याण विभाग की विभिन्न शैक्षिक योजनाओं के विषय में विस्तार से जानकारी दी।मुख्य अतिथि माननीय न्यायमूर्ति कमलेश्वर नाथ ने विद्यार्थियों अधिकार मांगने की जगह कर्तव्य पालन करने तथा कानून का दुरुपयोग न करने की सलाह दी । कार्यक्रम का सफल संचालन लॉ फैकल्टी के विभागाध्यक्ष डॉ नीतीश तिवारी एवम बी एड विभागाध्यक्ष डॉ अमृता सक्सेना ने किया । धन्यवाद ज्ञापन सिटी ग्रुप आफ कॉलेज की चेयरमैन डॉ ऐश्वर्या सिंह ने किया । कार्यक्रम में नीति मिश्र ने समस्त विद्यार्थियों को गोल्डन एज वरिष्ठ जन सम्मान शपथ दिलाई।