साहित्यिक,सामाजिक,सांस्कृतिक चेतना में सरस्वती सदन का सराहनीय योगदान: अंजूबाला

Hardoi news
 

(आर एल पाण्डेय)
हरदोई। साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था श्री सरस्वती सदन के तत्वावधान में दो दिवसीय हिन्दी दिवस समारोह का समापन मंगलवार को विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को राष्ट्रीय एससी०एसटी० आयोग की सदस्य डा० अंजू बाला ने पुरस्कार वितरण के साथ किया। साथ ही हिन्दी के आधुनिक काल में 'दलित लेखन” विषयक परिचर्चा में वक्ताओं ने प्राचीन से लेकर वर्तमान तक दलित साहित्य को हिन्दी के विकास में सहायक बताया।

मुख्य अतिथि डा0 अन्जू बाला ने विजेता बच्चों को पुरस्कृत करते हुए हिन्दी की सेवा मे श्री सरस्वती सदन के योगदान को सराहा। कहा राष्ट्रीय एवं सामाजिक चेतना में सदन जैसी संस्था आवश्यक है। मुख्य अतिथि डा० अन्जू बाला ने कहा जन सामान्य की बोली बनकर हिन्दी आगे बढ़ी है और इसके विस्तार के लिये राष्ट्रभाषा बनना जरूरी है उन्होंने कहा केन्द्र सरकार इस ओर कदम बढ़ाएगी। उन्होंने नारी शिक्षा पर बल देते हुए कहा दलित लेखन से भी हिन्दी बलवती हुई है।

सी०एस०एन डिग्री कालेज के डा० दीपक राय ने हिन्दी में दलित लेखन को वर्गीकृत किया कहा एक और दलित लेखक है जिन्होंने दलित साहित्य रचा वही दूसरी और दूसरे वर्ग के साहित्यकार है जिन्होंने दलित साहित्य पर कलम चलायी कहा प्रेमचन्द्र जी ने कथाकार को दलित लेखन के प्रति पूर्णतः स्वीकारोक्ति नहीं मिलती। आधुनिक काल में डा० दीपक राय ने डा० भीमराव अम्बेडकर एवं ज्योतिवा फूले से दलित लेखन को आधार माना।

डा० आलोक टण्डन ने कहा कि हिन्दी के आधुनिक काल के दलित साहित्य ने न केवल दलितो की अवमानना, दर्द, आक्रोश और विद्रोह को अभिव्यक्ति प्रदान की बल्कि जाति व्यवस्था के क्रूर सच को भी उजागर किया है। कहा इसके साथ ही समता, स्वतंत्रता और बंधुता के मूल्यों पर आधारित दलित मुक्ति के लिए संघर्ष का मार्ग भी प्रशस्त किया।

मुख्य अतिथि डा० अन्जू बाला ने सुलेख में अनन्या, अलवारूल, आयुष, खुशी वर्मा को, चित्रकला में प्रखर सिंह, निहारिका सिंह, अपूर्वा पाण्डेय व दीक्षा वर्मा को पुरस्कृत किया निबन्ध में सचिन, वैष्णवी निषा राठोर व आस्था सिंह और प्रश्न मंच में वैभव दीक्षित आज्ञा सिंह, अनुराग द्विवेदी एंव वैभव तिवारी को प्रमाण पत्र व पुस्तके देकर पुरस्कृत किया। वाणी वंदना श्रवण मिश्र राही ने प्रस्तुत की स्वागत सदन अध्यक्ष अरुणेश वाजपेयी ने एक आभार मंत्री मनीष मिश्र ने जताया। व्यवस्था कोषाध्यक्ष अनिल श्रीवास्तव व सीमा मिश्र ने सम्हाली। कार्यक्रम में शैलेन्द्र खन्ना, सरिता अग्रवाल, डा० देश दीपक शुक्ल, डा० बी०डी० शुक्ल, डा० बी०एस० पाण्डेय, शिवशरण सिंह चौहान, डा० शीला पाण्डेय प्राचार्य डा० अमित वर्मा डा० एन० सी० शुक्ल एंव राष्ट्रभाषा सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य सेवानिवृत एस०एस० अग्निहोत्री मौजूद रहे।

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