#TripleTalaqBill रविशंकर प्रसाद ने कहा पीड़ितों की आवाज सुने सदन
डेस्क-रविशंकर प्रसाद ने कहा संसद तीन तलाक पीड़ितों की आवाज सुने। राजनीतिक कारणों से बिल को रोकना गलत है।
20 इस्लामिक देशों में इसपर प्रतिबंध लगाया हुआ है तो भारत जैसा धर्मनिरपेक्ष देश क्यों नहीं कर सकता मैं अनुरोध करता हूं कि इसे राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए। 1956 में पाकिस्तान ने भी इसपर प्रतिबंध लगा दिया था।
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लोकसभा में कहा, 'यह विधेयक किसी समुदाय, धर्म और आस्था के खिलाफ नहीं है। यह विधेयक महिलाओं के अधिकार और न्याय का है।
Ravi Shankar Prasad, Law Minister in Lok Sabha: This bill is not against any community, religion or belief. This bill is for the rights of women and about justice #TripleTalaqBill pic.twitter.com/IjgoI2U1Tl
— ANI (@ANI) December 27, 2018
तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, 'हम भी तीन तलाक विधेयक को संयुक्त जांच समिति के पास भेजने की मांग करते हैं। पूरे विपक्ष की एक राय है।' वहीं कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद का कहना है कि इस विधेयक पर आज ही चर्चा होनी चाहिए।
तीन तलाक पर लोकसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'यह बहुत महत्वपूर्ण विधेयक है जिसके विस्तृत अध्ययन की आवश्यकता है। यह संवैधानिक मामला भी है। मैं अनुरोध करता हूं कि इस विधेयक को संयुक्त चयन समिति के पास भेजा जाए।
Mallikarjun Kharge, Congress in Lok Sabha: This is a very important bill which needs detailed study. It is also a constitutional matter. I request the bill be sent to joint select committee #TripleTalaqBill pic.twitter.com/YuKVyQ9sFV
— ANI (@ANI) December 27, 2018