ई-लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम कार्यक्रम का आयोजन किया गया

Maurya deputy CM
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि  प्लांट पर बिजली बिल ज्यादा आता है तो ऐसी स्थिति में बिल कम करने हेतु सोलर प्लांट लगने से समस्या दूर हो जाएगी और बिल नही देना पड़ेगा। यह प्लांट फ़ूड प्रोसेससेसिंग यूनिट हेतु लगेगा और उसका मंत्रालय भी नेरे पास है मैं अधिकारियों को निर्देश देता हूँ कि  सोलर प्लांट लगवाएं, इसका खर्च लगभग 75 लाख है किंतु इस पर 90% की सब्सिडी है ।

आपका प्लांट यदि नुकसान में है तो प्रॉफिट में आ जायेगा ।अत्योदय के लक्ष्यों की प्राप्ति की दिशा में उत्तरप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन दिन प्रतिदिन प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप ग्रामीण क्षेत्र की दीदियो को संगठित करते हुए समावेशी विकास की दिशा में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है| उक्त के क्रम में दिनांक 07 मार्च 2024  को माननीय मंत्री जी ,ग्राम्य विकास विभाग एवं समग्र ग्राम विकास  की  अध्यक्षता में ई-लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम से समबन्धित कार्यक्रम का आयोजन इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान , लखनऊ के सभागार में किया गया | कार्यक्रम अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाली दीदियों को प्रसस्ती पत्र प्रदान किया गया I 
मिशन अंतर्गत संचालित विविधीकृत गतिबिधियो एवं कार्यक्रमो में माननीय उपमुख्यमंत्री जी के सतत मार्गदर्शन एवं प्रेरणा से आजीविका संबर्धन के नए क्षेत्रो में समूह की दीदियो एवं बिभिन्न कैडर को कराय किये जाने में निरंतर नवीन उर्जा,समर्पण, बेहतर समन्वय के साथ माननीय प्रधान मंत्री जी के सबका साथ -सबका विकास, सबका सम्मान एवं सबका विश्वास की दिशा में मिशन लक्ष्यों की प्राप्ति की दिशा में निरंतर अग्रसर है |

दीनदयाल अन्त्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन(DAY-NRLM) प्रदेश के समस्त जनपदों में ग्रामीण क्षेत्र की निर्धन महिलाओ को संगठित, विकसित एवं परिष्कृत कर सामाजिक, आर्थिक एवं अवसर की समानता का सु-अवसर प्रदान करते हुए सशक्त, स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बनाकर उनका सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में तीव्र गति से अग्रसर है| अन्त्योदय के लक्ष्यों की प्राप्ति में मिशन अंतर्गत बिभिन्न स्तरों पर कैडर द्वारा  महत्वपूर्ण रोल एवं दायित्व का निर्वहन किया जा रहा है |

इनके द्वारा अपने ज्ञान, स्किल, दक्षता  द्वरा प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यक्रमों  में महिलाओ को सामाजिक एवं वित्तीय समावेशन द्वाराआजीविका संबर्धन के माध्यम से स्व-रोजगार का सृजन करते हुए आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में किये गए कार्य प्रदेश की सामाजिक एवं आर्थिक गतिबिधियो में नया  मार्ग प्रशस्त  किया गया है .


प्रदेश में अब तक कुल 8.71 लाख स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से 1.20 करोड़ से अधिक परिवारों को अच्छादित किया गया है | ग्राम्य स्तर पर महिला स्वयं सहायता समूहों को वित्तीय समावेशन के माध्यम से बिभिन्न आजीविका से  संबधित  गतिबिधियो को प्रोत्साहित करने हेतु बैंको से समन्वय स्थापित करते हुए अभी तक मिशन के अंतर्गत 4.69 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों के 50 लाख से अधिक सदस्यों को बैंको से 4615 करोड़ रुपये का ऋण उपलब्ध कराया जा चुका है|  आजीविका  से सम्बंधित गतिबिधियो को प्रोत्साहित करने हेतु कुल 620678 स्वयं सहायता समूहों को रिवॉल्विंग फण्ड के रूप में 931 करोड़ रुपये, 4,54,324  स्वयं सहायता समूहों को सामुदायिक निवेश निधि के रूप में 4997 करोड़ रुपये द्वारा लाभान्वित किया जा चुका है | 


टेक होम राशन अंतर्गत प्रदेश सरकार की समग्र समावेशी विकास एवं  प्रेरणा शक्ति से प्रदेश में नए नवाचार के माध्यम से महिला स्वयं सहायता समूहों को परम्परावादी प्रोडक्शन सम्बंधित कार्यो से वर्तमान में सेवा क्षेत्र की मांग के अनुरूप  पुष्टाहार निर्माण इकाई  के माध्यम से सेवारत किया गया है | उत्तर प्रदेश में वर्ष 2020-21 में विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) के द्वारा फतेहपुर एंव उन्नाव में 2  पायलट टी.एच.आर. (THR) कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया|  तीन साल पहले शुरू हुआ पायलट टीएचआर कार्यक्रम अब 43 जिलों में शुरू हो गया है, जिसमें 204 इकाइयां वर्तमान में 1 लाख 8 हजार से अधिक आंगनवाड़ी केंद्रों में टीएचआर के उत्पादन और वितरण में लगी हुई हैं, जो 1 करोड़ 20 लाख लाभार्थियों तक पहुंच रही हैं, जिनमें मूल रूप से गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं शामिल हैं, आकांक्षी जिलों की किशोरियों के अलावा 6 महीने से 6 साल की उम्र के बच्चे और गंभीर रूप से कुपोषित बच्चे को लाभ प्राप्त हो रहा है । 


टेक होम राशन इकाइयों में काम करने वाली महिलाओं को पोषण पर भी प्रशिक्षित किया गया है और वे अपने समुदायों के भीतर पोषण चैंपियन के रूप में कार्य करती हैं। वे विविध, स्वच्छ और पोषक तत्वों से भरपूर आयु विशिष्ट पूरक पोषण उत्पादों का उत्पादन और वितरण करते हैं जो राष्ट्रीय (national) और वैश्विक पोषण (global nutrition norms) मानदंडों को भी पूरा करते हैं। प्रत्येक टेक होम राशन सूक्ष्म उद्यम का प्रबंधन 20 महिलाओं (AoP) के द्वारा किया जाता है और पूरे राज्य में लगभग 4080 ऐसी महिलाओं को रोजगार मिला है जिसने उनके जीवन पर गहरा प्रभाव डाला है। रोजगार के इस अवसर ने महिलाओं को एक स्थिर आय प्रदान की है और वे अपने घरेलू खर्चों को सकारात्मक रूप से योगदान देने और नियंत्रित करने में सक्षम हो गई हैं।

महिलाओं के पास अब अपने घरों और समुदायों में बातचीत करने की अधिक शक्ति है और उनके साथ सम्मान का व्यवहार किया जाता है। कुल मिलाकर, वे लगभग 7-8 करोड़ रुपये के औसत मासिक कारोबार के साथ व्यवसाय संचालन का प्रबंधन करते हैं। इनमें से अधिकांश महिलाओं के लिए, यह पहली बार है कि वे पूर्णकालिक नौकरी के लिए अपने घर की चारदीवारी से बाहर आई हैं, वे तीन पालियो ( शिफ्ट ) में काम कर रही हैं, कच्चे माल की खरीद के लिए विक्रेताओं के साथ बातचीत कर रही हैं, जैसे हितधारकों के साथ काम कर रही हैं।

जिनमें  अन्य  stakeholders   जैसे - ग्राम पंचायत, एसएचजी फेडरेशन, ट्रांसपोर्टर और ब्लॉक और जिला स्तर के अधिकारी भी शामिल है | मिशन के लिए यह गर्व का विषय है की टेक होम राशन इकाईयो से जुड़े  60600 स्वयं सहायता समूहों से जुड़े 6 लाख से अधिक सदस्यों को भी  आर्थिक रूप से लाभ प्राप्त हो रहा है|  प्रदेश में 201 टेक होम राशन  इकाई को  कास्ट ऑफ़ प्रोडक्शन में वृद्धि के कारण  उत्पादन में आने वाली बाधाओ को कम करने हेतु 262 करोड़ रुपये का वियाबिलिटी गैप फण्ड की स्वीकृत प्रदान की जा चुकी है |

टेक होम राशन प्लांट पर निर्बाध विद्युत् सप्लाई हेतु सोलर पैनल स्थापित किया जा रहा है जिससे उत्पादन प्रक्रिया निरंतर चलती रहे एवं अधिक उत्पादन से दीदियो की आय में वृद्धि की जा सके| 


उक्त के साथ साथ WFP के सहयोग से आय में वृद्धि हेतु मार्किट बेस्ड अप्ररोच के तहत जाग्रति प्रेरणा महिला लघु उद्योग इकाई, मालवा फतेहपुर अनोखा  बेसन के नाम से ब्रांडिंग करते करते हुए कार्य  प्रारम्भ किया जा रहा है| 
विद्युत् सखी कार्यक्रम अंतर्गत उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन लिमिटेड के साथ अभिसरण के माध्यम से प्रदेश में पहली बार स्वयं सहायता समूहों की 10255 महिलाओ द्वारा विद्युत् सखी के रूप में बकाया बिजली बिल जमा करने की दिशा में अभी तक  802 करोड़ का बिल जमा करने का कार्य करते हुए 12 करोड़ से अधिक का कमीशन अर्जित किया गया है |

प्रदेश सरकार की दूरगामी नीतियों के फलस्वरूप एक ग्राम पंचायत– एक विद्युत् सखी कार्यक्रम के तहत प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतो में इसका विस्तार करते हुए अभी तक नयी 32000 विद्युत् सखियों का चयन किया जा चूका है|जिसके द्वारा बिद्युत बिल कलेक्शन के साथ साथ मीटर रीडिंग का भी किया जायेगा |  हर्ष का विषय है की माह दिसम्बर 23 में 03  विद्युत् सखियों ने एक ही माह में 1 लाख रूपये से अधिक का कमीशन अर्जित किया गया | 


बी.सी सखी कार्यक्रम अंतर्गत  वित्तीय समावेशन गतिबिधियो को ग्राम स्तर पर प्रोत्साहित करने की दिशा में प्रदेश में अभी तक 50105 बी.सी सखी को आईबीएफ द्वारा प्रमाणीकरण पूर्ण कर लिया गया है एवं 38279 बी सी सखी द्वारा कार्य प्रारंभ करते हुए 22417 करोड़ से अधिक का वित्तीय लेनदेन किया गया एवं लगभग 60 करोड़ का लाभांश अर्जित किया गया.


कृषि उत्पादक संगठन अंतर्गत उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित 59 एफ0पी0ओ0 की व्यापार विकास योजना का निर्माण कर लिया गया हैI 59 में से 55 एफ0पी0ओ0 को मैनेजमेंट कॉस्ट की प्रथम क़िस्त उनके संबंधित बैंक खाते में निर्गत की जा चुकी हैI एफ0पी0ओ0 स्तर पर सबकी वार्षिक कार्य योजना का निर्माण कर लिया गया हैI सभी एफ0पी0ओ0 में एफ0पी0ओ0 की कार्यकारिणी द्वारा मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सी0ई0ओ0) एवं लेखाकार की नियुक्ति 31 मार्च 2024 तक पूर्ण हो जाएगीI 


एफ0पी0ओ0 के संचालन से स्वयं सहायता समूह सदस्यों में से महिला किसानों को उनके उत्पाद के एकत्रीकरण एवं बाजार से जुड़ाव करने में सहायता प्राप्त होती हैI एफ0पी0ओ0 में जुड़ाव से महिला उत्पादकों को बेहतर बीज, कृषि उत्पादों की मूल्य वृद्धि, कृषि उपकरण एवं मशीनरी, फसल की कटाई के उपरान्त बेहतर रख रखाव की सुविधाएँ प्राप्त होती हैंI महिला किसानों को एफ0पी0ओ0 के स्तर पर बाजार से सम्बंधित जानकारी ससमय प्राप्त होगी  जिससे वह उत्पादन, भंडारण, एवं बाजार से उचित मूल्य प्राप्त करने हेतु निर्णय लेने में सक्षम होगेI 
लखपति दीदी कार्यक्रम अंतर्गत   ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार की देश में 3 करोड़ दीदियो को लखपति बनाने की योजनान्तर्गत प्रदेश में लखपति  महिला योजना कार्यक्रम के अंतर्गत आगामी तीन वर्ष में 28.92 लाख महिलाओं को लखपति बनाये जाने की प्रक्रिया प्रारम्भ करते हुए कार्यवाही प्रारम्भ की जा चुकी है।

उल्लेखनीय है की इनमे से 10 लाख से अधिक दीदीयो की वार्षिक आय  01 लाख से अधिक हो चुकी है | इस क्रम में लक्षित 36 हजार सामुदायिक कैडर को चिन्हित लखपति दीदियों को आजीविका संवर्धन हेतु आवश्यक प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन हेतु प्रशिक्षित करते हुए तैनात किया जा रहा हैI 
दुग्ध मूल्य वृद्धि श्रृंखला ( डेयरी वैल्यू चैन) ; उ0 प्र0 राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा मूल्य वृद्धि श्रृंखला के अंतर्गत दुग्ध मूल्य वृद्धि श्रृंखला के अंतर्गत महिला स्वामित्व वाली कंपनियों जिनमे बालिनी, काशी, सामर्थ्य मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, श्री बाबा गोरखनाथ कृपा सम्मिलित हैं, का प्रोत्साहन भी कर रहा हैI

इसके अंतर्गत 29 जनपदों में कुल 1 लाख 29 हजार महिला सदस्यों को जोड़ा जा चूका है एवं इनसे प्रतिदिन लगभग 5.15 लाख लीटर दूध को संग्रहित करते हुए विक्रय किया जा रहा हैI इस प्रकार महिलाओं के स्वामित्व वाली कंपनियों के द्वारा उत्तर प्रदेश भारत में श्वेत क्रांति में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहा हैI उक्त के साथ दो  नये क्लस्टर - लखनऊ क्लस्टर 04 जनपद और प्रयागराज  क्लस्टर के 05 जनपद की  कार्ययोजना की स्वीकृत प्रदान करते हुए कार्यवाही प्रारम्भ की जा चुकी है | 


झलकारी बाई महिला प्रोड्यूसर कंपनी द्वारा बुंदेलखंड क्षेत्र के जनपद झांसी महोबा में कमोडिटी वैल्यू चैन अंतर्गत 7175 सदस्यों को जोड़ते हुए 8.2 करोड़ का टर्नओवर कंपनी द्वारा किया गया है| बदायूंनी महिला प्रोड्यूसर कंपनी द्वारा जनपद के पांच विकास खंडो में 4600 महिला किसानों को धान गेहूं एवं मेंथा के प्रसंस्करण द्वारा विक्री के माध्यम  बेहतर विपणन एवं आय सृजन का कार्य तीव्र गति से चल रहा है | 
उ0 प्र0 राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन मूल्य वृद्धि श्रृंखला के अंतर्गत दुग्ध, तिलहन एवं दलहन मूल्य वृद्धि श्रृंखला के अंतर्गत महिला स्वामित्व वाली कंपनियों का प्रोत्साहन भी कर रहा हैI इसके अंतर्गत दुग्ध मूल्य वृद्धि श्रृंखला के अंतर्गत 29 जनपदों में कुल 1 लाख 29 हजार महिला सदस्यों को जोड़ा जा चूका है एवं इनसे प्रतिदिन लगभग 4.15 लाख लीटर दूध को संग्रहित करते हुए विक्रय किया जा रहा हैI इस प्रकार महिलाओं के स्वामित्व वाली कंपनियों के द्वारा उत्तर प्रदेश भारत में श्वेत क्रांति में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहा हैI 


        कार्यक्रम के अंत में संयुक्त मिशन निदेशक महोदय द्वारा  माननीय उप मुख्यमंत्री व  मंत्री जी ग्राम्य विकास एवं समग्र ग्राम , माननीय राज्य मंत्री, ग्राम विकास एवं समग्र ग्राम,कृषि उत्पादन आयुक्त, कंट्री, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास, ग्राम्य विकास आयुक्त, एवं यहाँ पर उपस्थित तथा ऑनलाइन माध्यम से जुडी प्रदेश की सभी चयनित विद्युत् सखियों, , राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के प्रदेश, जनपद एवं विकास खंड स्तरीय अधिकारी, समर्पित प्रोफेशनल स्टाफ, आदि को उनके गरिमामयी उपस्तिथि तथा प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप किये गए प्रयासों का हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया |

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