29 दिसंबर को होगा डा.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान का प्रथम दीक्षांत समारोह
![Dr Ram Manohar Lohia institute convocation](https://aapkikhabar.com/static/c1e/client/86288/uploaded/26beb46f4688a88a30188af901c73201.jpg?width=730&height=480&resizemode=4)
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय
लखनऊ। डा.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान का प्रथम दीक्षांत समारोह 29 दिसंबर को आयोजित किया जा रहा है। संस्थान की निदेशक प्रो0सोनिया नित्यानन्द की अध्यक्षता में संस्थान के डीन, प्रो0प्रदुम्मन सिंह एवं संस्थान के मीडिया प्रवक्ता प्रो0 ए0पी0जैन ने प्रेस वार्ता को सम्बोधित किया। संस्थान की निदेशक प्रो0सोनिया नित्यानन्द द्वारा संस्थान की निम्न उपलब्धियों पर प्रकाश डालाः
संस्थान के (सुपरस्पेशलिटी और ऑन्कोलॉजी विंग) को 01 जून, 2023 से एन0ए0बी0एच0 मान्यता प्रदान की गयी , जिससे यह संस्थान एन0ए0बी0एच0मान्यता प्राप्त करने वाला राज्य में सार्वजनिक क्षेत्र का पहला संस्थान और आइर्0एल0बी0एस0 के बाद उत्तर भारत में दूसरा संस्थान बन गया है। यह संस्थान रोगी देखभाल में प्राप्त की गई उच्चगुणवत्ता को उजागर करता है। यह पिछले 02 वर्षों से संस्थान के मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा सम्मिलित प्रयास से संभव हो सका है।
इस वर्ष संस्थान को ‘‘मेडिकल इंस्टीट्यूट ध्कॉलेजमेंवर्ष 2023 की सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण और कौशल विकास पहल‘‘ श्रेणी के तहत फिक्की हेल्थ केयर अवार्ड से सम्मानित किया गया है।हमारी पहल का नाम ‘‘सेवा में श्रेष्ठ एक नई पहल‘‘ है। स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित संक्रमण दर को कम करने, आपातकालीन स्थितियों के कुशल संचालन, विकास के लिए सतत प्रशिक्षण और पुनर्प्रशिक्षण पहल जो 01.04.2022 को शुरू हुई और अभी भी जारी है। 2705 एचसीपी प्रशिक्षित, 118 सत्र, 46 मॉड्यूल, 56 विशेषज्ञ, एवं 16000 मानव घंटे संलग्न रहे।
एनएमसी ने 150 एम0बी0बी0एस0, 13 नईपीजीसीटोंऔर 04 डी0एन0बी0सीटों को मान्यता प्रदान की।
संस्थान में नए विभागः-अस्पताल प्रशासन, क्लिनिकल हेमेटोलॉजी, प्रजनन चिकित्सा और पीडिया हेपेटोलॉजी यूनिट,कॉक्लियर इंप्लांट्स और अली यावर जंग इंस्टीट्यूट, मुंबई ने कॉक्लियर इंप्लांट के लिए वित्तीय सहायता के लिए संस्थान को अपनी सूची में शामिल किया है।
कुपोषित बच्चों के लिए बाल पोषण पुनर्वास केंद्र की स्थापना।
देश के पहले बाल आघात पुनर्जीवन मॉड्यूल के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका, हाल ही में राष्ट्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण संस्थान की पहली कार्यशाला में लॉन्च किया गया।
कैंसर का शीघ्र पता लगाने के लिए कल्याण सिंह सुपरस्पेशलिटी कैंसर इंस्टीट्यूट, के साथ समझौता किया गया।
यह वर्ष कैडर संरचना, पदोन्नति और नई भर्तियों का भी वर्ष रहा है। कैडर संरचना के लिए नए पैरामेडिकल और मेडिकल पदों कीमंजूरी के लिए एक ऐतिहासिक दस्तावेज मानकीकरण की मंजूरी के लिए यूपी सरकार को धन्यवाद।
संकाय सदस्यों की सूची में 35 नये सदस्य एवं 35 पदोन्नत किये गये।
नई भर्तियाँः-नर्सेः 376 (431), 14 एलडीए (39), 17 फार्मासिस्ट, नर्सिंगकॉलेज, उप-प्रिंसिपल, ट्यूटर्स 09
पैरामेडिकलः- 200 प्रमोशन की गयी।
परियोजनाओंकासमापनः-गर्ल्स हॉस्टल, नर्सिंग हॉस्टल, मातृ आईसीयू, बाल चिकित्सा नवजात आई0सी0यू0, नई आपातकालीन विंग, थैलेसीमिया वार्ड, सभी रेन बसेरो का नवीनीकरण किये गये।
उन्नत तंत्रिका विज्ञान केंद्र समापन के करीब है।
संस्थान में बुनियादी ढाचें में निम्नन ये प्रारूप हैं-
प्रत्यारोपण के लिए केंद्र
बहुउद्देशीय हॉलपरिसर
यू0एच0टी0सी0 शहरी स्वास्थ्य प्रशिक्षण केंद्र (उज्जरिया), ग्रामीणस्वास्थ्य प्रशिक्षणकेंद्र (आरआरटीसी)
ऊपर से गुजरने वाला पुल संस्थान से एकेडमिक ब्लाक तक।
संस्थान के राम प्रकाश मातृ एवं शिशु रेफरल चिकित्सालय के लिए समर्पित रेडियोलॉजी यूनिट की शीध्र शुरुआत की जायेगी।
भविष्य की परियोजनाओ के अर्न्तगत सरकारी प्रक्रियाएं शुरू हुई-
नया अस्पताल ब्लॉकः प्रथम चरणः 732 बिस्तरों के साथ, द्वितीय चरणः 400 बिस्तर चेन्नईऔरबेंगलुरु के आर्किटेक्ट्स द्वाराडिजाइनः डीपीआर सरकार को सौंपी गई।
100 बिस्तरोंवाला सीसीएम एनएचएम वित्त पोषित, एन0एच0एम को प्रस्तुत किया जा रहा है।
पीडब्ल्यूडी के साथ परियोजना
इंडोर स्पोर्ट्स स्टेडियम
सभागार एवं बहुउद्देशीय हॉल परिसर
कॉलेज ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंसेज
एम0बी0बी0एस0 छात्रों, नर्सिंग छात्रों के लिए छात्रावास
रेजिडेंट हॉस्टलः डी0जी0एम0इर्0 में परियोजना सौंपी गई है।
सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यक्रम
एच0पी0वी0जागरूकता और टीकाकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कुल 4688 लड़कियों को निःशुल्क एच0पी0वी0 टीका लगाया गया।
3 करोड़ रुपयेः राजभवन, युवा अनस्टॉपेबल, एकम फाउंडेशन, डीएम/डीआईओएस संस्थाओं द्वारा दिया गया।
जागरूकता बाजरा (श्री अन्न) रेसिपी पुस्तक अस्पताल द्वारा रोगी को प्रतिदिन उपलब्ध कराया जाने वाला एक आहार बाजरा आधारित है।
व योगशालाः योग पर स्वास्थ्य लाभों पर वैज्ञानिक अध्ययन के लिए योगशाला का निर्माण किया गया है।
ऽ सुशासन
व नियमित तौर पर नर्सों को प्रशिक्षण/शिक्षा प्रदान की जा रही है।
व रोगी प्रति क्रिया प्रणाली
व विक्रेताओं का प्रदर्शन मूल्यांकन
व अस्पताल खरीद सेल
व अस्पताल रख रखाव सेल
व इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर
व हेल्थ केयर वर्कस का व्यापक टीकाकरण
व गुणवत्तासेलः रोगी देख भाल सेवाओं की गुणवत्ता से संबंधित प्रमुख प्रदर्शनसंकेतकोंकीनिगरानी।मछलीकीहड्डीकाविश्लेषणऔरआवश्यक कार्रवाई
हमारी सभी खरीद में रिवर्स ऑक्शन का अभ्यास
छात्रों की पाठ्येतर गतिविधियाँः
संस्थान मे वार्षिक छात्र महोत्सव ‘‘एस्पेरांजा‘‘ का आयोजन किया जाता है।
‘‘आदि शक्तिरामतस्व‘‘ः हमारी विरासत का स्मरण।
संस्थान का विजन हैरू
1. प्रत्यारोपणकेंद्रः एक ही छत के नीचेः किडनी, अस्थिमज्जा और यकृत प्रत्यारोपण की सुविधा उपलब्ध कराने को करबध है।
2. 100 बिस्तर सी0सी0एमः मातृ एवं बाल चिकित्सा
3. प्रजनन चिकित्सा
4. बाल चिकित्सा ऑन्कोलॉजी
5.स्मार्ट कार्ड सिस्टम
6. औषधि वितर णप्रणाली (एचआरएफ) का विस्तार
7. नियमित संकाय भर्तियाँ
8. गैर शैक्षणिक पदों पर नियमित भर्तियां