विश्व स्वास्थ्य दिवस पर प्रश्नोत्तरी का ग्रैंड फाइनल और ड्रग-रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस (टीबी) के प्रबंधन पर सी एम ई,  डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में सम्पन्न 

Dr Ram Manohar Lohia
 उत्तर प्रदेश डेस्क लखनऊ( आर एल पाण्डेय).इंडियन एसोसिएशन ऑफ प्रिवेंटिव एंड सोशल मेडिसिन, यूपी और उत्तराखंड चैप्टर के तत्वावधान में विश्व स्वास्थ्य दिवस पर प्रश्नोत्तरी का ग्रैंड फाइनल और ड्रग-रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस (टीबी) के प्रबंधन पर सी एम ई,  डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

 
प्रश्नोत्तरी के प्रारंभिक दौर में 48 मेडिकल कॉलेजों की टीमों ने भाग लिया था और अंतिम दौर में 5 टीमें  मेडिकल कॉलेज,कन्नौज, मेडिकल कॉलेज बदायूँ, एच आई एम एस देहरादून, एम्स गोरखपुर और मेडिकल कॉलेज-श्रीनगर, उत्तराखंड शामिल थीं। । हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (धैर्य मदान, रिशु तिवारी और तुषान कुमार) की टीम ने प्रथम स्थान हासिल किया और प्रतिष्ठित ट्रॉफी हासिल की। टीम. मेडिकल कॉलेज बदायूँ (साक्षी गुप्ता, आदर्श, सलोनी शर्मा) उपविजेता एवं मेडिकल कॉलेज कन्नौज (आर्यन राज, आशी रोज़, सौम्या सिंह) ने तीसरा पुरस्कार हासिल किया।


विजेता टीमों को मुख्य अतिथि प्रोफेसर (डॉ.) सी एम सिंह - निदेशक, डॉ.आर एम एल आई एम एस, सम्मानित अतिथि - प्रोफेसर (डॉ.) राजेंद्र प्रसाद, प्रोफेसर (डॉ.) प्रद्युम्न सिंह, (डीन),  प्रो. (डॉ.) ए के सिंह (सी एम एस), प्रो. (डॉ.) ज्योत्सना अग्रवाल, (रजिस्ट्रार),  डॉ. एस डी कांडपाल (एचओडी)  और डॉ. मनीष कुमार सिंह (सचिव - आई ए पी एस एम यूपी यूके एवं आयोजन सचिव)द्वारा प्रमाण पत्र, पदक और ट्रॉफी प्रदान की गई।

कार्यक्रम के क्विज़ मास्टर डॉ. शैली व्यास (प्रोफेसर, कम्युनिटी मेडिसिन एचआईएमएस, देहरादून), डॉ. मेधावी अग्रवाल (प्रोफेसर, कम्युनिटी मेडिसिन आरएमसीएच, बरेली), और डॉ. नेहा शर्मा (प्रोफेसर, कम्युनिटी मेडिसिन एचआईएमएस, देहरादून) थे।

ड्रग-रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस (टीबी) के प्रबंधन पर सी एम ई कार्यक्रम में  डॉ. अश्विनी - डब्ल्यू एच , एन टी ई पी सलाहकार ने दवा-प्रतिरोधी तपेदिक के बोझ पर बात की और दवा-प्रतिरोधी टीबी के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम पर प्रकाश डाला। डॉ. हेमंत कुमार, प्रोफेसर, पल्मोनरी मेडिसिन  ने दवा प्रतिरोधी टीबी के प्रबंधन में हालिया प्रगति पर बात की और डॉ. ज्योति बाजपेयी ने फ्लोरोक्विनोलोन प्रतिरोधी दवा प्रतिस्थापन, डेलामिनिड और नए बी पाल दवा
पर प्रकाश डाला।

विशेषज्ञों में प्रोफेसर (डॉ.) राजेंद्र प्रसाद, उपाध्यक्ष, एनटीईपी राष्ट्रीय टास्क फोर्स, डॉ. अजय वर्मा (प्रोफेसर, पल्मोनरी मेडिसिन विभाग, केजीएमयू), डॉ. एके सिंघल-डीटीओ, लखनऊ, डॉ. विनीता मित्तल, डॉ. अतुल जैन, डॉ. अर्पिता सिंह, डॉ. दीप्ति डॉ. भी मौजूद थे।

आर एम एल आई एम एस और के जी एम यू के माइक्रोबायोलॉजी, फार्माकोलॉजी, सामुदायिक चिकित्सा, मेडिसीन, पल्मोनरी मेडिसिन आदि विभाग के संकाय  सदस्य और जूनियर डॉक्टर ने भाग लिया।

Share this story