500 रुपये मिलेगा गौ भत्ता बनेगी Cow Sanctuary हर जिले में

500 रुपये मिलेगा गौ भत्ता बनेगी Cow Sanctuary हर जिले में

हर जिले में बनाई जाएगी काऊ सेंचुरी: अशोक शर्मा
आज से 500 रुपए प्रति गऊ के हिसाब से भत्ता देगा गोसेवा आयोग
*सत्यदेव शर्मा सहोड़*
State News Himachal Pradesh ऊना। हिमाचल प्रदेश गोसेवा आयोग द्वारा पहली अगस्त से गऊशाला में रखी गई हर गाय के लिए 500 रुपए भत्ता हर महीने दिया जाएगा। आयोग के उपाध्यक्ष अशोक शर्मा ने बताया कि प्रदेश भर में संचालित गऊशालाओं में उचित रखरखाव के लिए आयोग कृतसंकल्प है। इसके लिए प्रदेश सरकार ने हर गऊशाला में 500 रुपए प्रति गाय भत्ता जारी करने के निर्देश दिए हैं।

यह भत्ता हर महीने गोसदन संचालकों को उनके खाते में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि गऊशाला में एक करोड़ रुपए तक स्थानीय पंचायत प्रधान विकास खंड अधिकारी (बीडीओ) के माध्यम से मनरेगा में कोई भी निर्माण कार्य करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि गऊशाला में नजदीक के किसी भी पशुपालन अस्पताल से एक फार्मासिस्ट रोज एक घंटा ड्यटी देना अनिवार्य किया गया है। इसके अलावा पशुपालन विभाग का एक चिकित्सक सप्ताह में एक दिन गऊशाला में गायों की देखभाल के लिए आएगा। अशोक शर्मा ने बताया कि प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगडा में चार काऊ सेंचुरी बनाने का काम जल्द ही शुरू होने वाला है। इसके लिए जमीन की तलाश कर ली गई है।

अन्य औपचारिकताएं पूर्ण होते ही काऊ सेंचुरी बनाई जाएगी। जिला मंडी और बिलासपुर में फोरेस्ट लैंड को विभाग के नाम करने की प्रक्रिया जारी है। जैसे ही जमीन का तबादला हो जाएगा इसके फौरन बाद काऊ सेंचुरी का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। जिला सिरमौर में 500 बीघा जमीन पर काऊ सेंचुरी का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए जमीन विभाग के नाम करने की औपचारिकताएं पूरी की जा रही है। जमीन का तबादला होने के बाद जल्द ही इस पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। गो सेवा आयोग के उपाध्यक्ष ने दावा किया है कि आने वाले छह महीने में जिला सिरमौर कैटल फ्री कर दिया जाएगा।

जिला ऊना में दो काऊ सेंचुरियों का निर्माण किया जा रहा है। इसमें चिंतपूर्णी विधानसभा के कटौहड़ कलां व हरोली विधानसभा के बीत एरिया में काऊ सेंचुरी का निर्माण होगा। इसके लिए आयोग ने करीब 200 वीघा जमीन का चयन कर लिया है। जिसमें काऊ सेंचुरी बनाई जा रही है। उन्होंने बताया कि इन काऊ सेंचुरी में टैग लगी गाएं ही रखी जाएंगी। प्रदेश भर में करीब 14 हजार गोवंश को टैगिंग कर दिया गया है। इन सभी का रिकॉर्ड पशुपालन विभाग तथा गो सेवा आयोग के पास है। इसके अलावा गांवों में भी पालतु गऊओं को भी टैगिंग कर दी गई है। उन्होंने बताया कि जिला हमीरपुर के कुठयाडी में 200 वीघा में सेंचुरी बनाई जा रही है। ऊना, मंडी और बिलासपुर में दो-दो काऊ सेंचुरी बनाई जाएंगी। जिससे की अवारा और बेसहारा गऊओं को जल्द ही आश्रय मिल सकेगा।

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