घर मे पुराने पड़े कबाड़ से घर को कैसे सजाएं ? समर कैंप में सिखाया गया बच्चों को

समर कैम्प में बच्चों को सिखाया गया कबाड़ से जुगाड़*
पुनः चक्रण समय की जरूरत
समर कैम्प में गूंजा रिसाइकिलिंग का मुद्दा
समर कैम्प में रिसाइकिलिंग सिखाई गई
प्राथमिक विद्यालय धौरहरा में आजकल समर कैंप चल रहा है। जैसा कि कागज और घरों में पड़े शादी के पुराने कार्ड, पुरानी नोट बुक्स हम सभी की डेली लाइफ का हिस्सा बन चुका है। आप भी नोटबुक से लेकर कैरी बैग्स तक में कागज का प्रयोग में लाते ही होगे।
आज तो लगभग सभी तरह के कागज रीसाइकल किए जा रहे हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी कागज हैं, जिन्हें फिर प्रयोग में लाना कठिन होता है। जैसे प्लास्टिक कोटेड पेपर या एल्यूमीनियम फॉयल तथा ऐसे कागज जिन पर मोम का लेपन होता हो, पेस्टेड या गोंद लगी होती है।
पुराने पेपर और फूल का क्या करें ?
अगर आपके पास ऐसे कागज हैं, जो आगे इस्तेमाल में नहीं लाए जा सकते तो हम आपको स्मार्ट स्कूल धौरहरा के समर कैम्प में लिए चलते हैं जहां पुराने पेपर से फूल, पुतले, गुलदस्ते सहित विभिन्न आकृतियां बनाने का प्रशिक्षण छात्रों को दिया जा रहा है।घर और स्कूल को सजाने के लिए कई तरह की और चीजें भी बनाई गई हैं।
आदर्श अध्यापक रवि प्रताप सिंह कहते हैं कि पुनः चक्रण आज समय की जरूरत बन गई है।हमें यदि बेहतर भारत बनाना है तो हमको ये सभी चीजें अपनी नई पीढ़ी को सिखाना होगा।
Reuse of house holds ,घर मे पड़े कबाड़ का क्या करें ?
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह कहते हैं कि बच्चों के कला को पहचानना और उसे आगे बढ़ाना चाहिए आज के समय मे री-यूज या रिसाइकिलिंग से पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचता है साथ ही साथ हम अपनी जरूरतों को भी पूरा कर लेते हैं।
इस दौरान धर्मवीर, सौरभ शर्मा, शुभी शर्मा,ज्योति कुमारी, फातिमा, आयुष प्रताप सिंह, दिनेश, मन्ते, जयवीर राजपूत, दीपचंद, विकास, राधा, रिया, पुष्कर मौर्या आदि उपस्थित रहे।