लाेकसभा सीतापुर के चुनाव का केन्द्र बिन्दु बना लालबाग

Lalbagh becomes the focal point of Lok Sabha Sitapur elections
आजादी के बाद आजतक लालबाग की अपनी पहचान को शासन-प्रशासन के सत्ताईयों ने कई बार उजाड़ा और कई बार बनाया। जो पहले से खूबसूरत ही बनता भी गया और आज बहुत ही खूबसूरत होकर एक नई गवाही देने को तैयार है। आज लालबाग की बुनियाद को भारत रत्न स्व.अटल बिहारी बाजपेयी की आदमकद प्रतिमा के साथ मजबूत करने की शानदार कोशिश भारतीय जनता पार्टी में जिले के कद्दावर नेता सांसद राजेश वर्मा ने अपने सभी सहयोगियों के साथ मिलकर करते हुए उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के कर-कमलों से जिले के इतिहास मे अटल चौक के नाम से दर्ज करा दिया है। जो कहीं न कहीं जनपद की राजनीति मे बड़े बदलाव का संकेत दे चुका है,जिसे काफीजन स्वीकार भी कर रहे है  ,लेकिन कहना क्या मुनासिब़ कि इस व्यक्तिगत बदलाव को लालबाग के अतीत के साथ धराशायी कर जकड़ दिया गया है.? आजादी से शुरू हुए मोतीबाग के ऐतिहासिक सफऱ लालबाग पर बदलाव के कई मौसम गुजर गये लेकिन लालबाग की अडिगता को कोई बदलाव टस-मस न कर सका बल्कि लालबाग ने हर बार नया स्वरूप पाकर अपनी क्षमता से जिले की जनता को आकर्षित कर एक नया इतिहास ही रचा,जो इसबार भी तैयार है। भाजपा ने अपने बुलंद नारे अबकी बार 400 पार को सीतापुर के राजनीति केन्द्र बिन्दु लालबाग मे लोकसभा चुनाव के ठीक पहले एक रणनीति बनाते हुए खूबसूरती के साथ स्थापित कर दिया।   जो आज निवर्तमान सांसद राजेश वर्मा के लिए कई इतिहासिक इबारत तो लिख ही चुका है साथ मे लालबाग को आने पीढ़ियों के लिए नई पहचान देने वाला है,अटल चौक आने वाली उन पीढ़ियों को अपनी जंग-ए-आजादी की वह कहानी शायद बता सके.? लालबाग की पहचान को अटल बनाकर खूबसूरती देने मे जिनता प्रयास भाजपा सांसद राजेश वर्मा का रहा उतना ही भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ला और भाजपा नेता मुनीन्द्र अवस्थी सहित भाजपा की सीतापुर नगरपालिका चेयरपर्सन नेहा अवस्थी के प्रतिनिधि नमीन्द्र अवस्थी का भी रहा। देश के दीवाने क्रांतिकारियों की लालिमा से रक्त रंजित हुए लालबाग को खूबसूरत बने आज कई दिन गुजर गये। जिसकी चहुंओर पूरे जिले मे चर्चा-ए-खास़ जारी है। लालबाग चौराहा उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के कर-कमलों से तैयार होकर भारत रत्न स्व.अटल बिहारी बाजपेयी अटल चौक के नाम से सरकारी दस्तावेज मे भले ही दर्ज न हो पाया हो लेकिन जिले की राजनीति के एक पृष्ठ पर जरूर दर्ज हो चुका है,जो कहीं न कहीं सीतापुर लोकसभा की जनता के साथ जिले की सभी लोकसभा मे एकजुटता का संदेश दे रहा है। लिहाजा नाम और काम तो राजनीति दृष्टिगत ही सुगबुगा रहा,हां यह तो यह मान लिया गया कि सीतापुर की राजनीति मे लालबाग का ही फिर इतिहास लिखा जायेगा क्योंकि...मै लालबाग हूं.!
सीतापुर- बार-बार उजड़ा बार-बार बना, मै लालबाग हूं..गवाह हूं उन शहीदों का गवाह हूं आज बदलते सीतापुर का, मै लालबाग हूं...,कुछ इन्ही चंद पंक्तियों मे कभी मोतीबाग रहे लालबाग ने अपने बदलते स्वरूप को बयां करने की कोशिश की है, मै लालबाग ही हूं।
अतीत मे शहर के बीच देश आजादी के दिवानों की कर्मस्थली बन जंग-ए-आजादी मे बलिदान की गवाही देने वाला मोतीबाग,आजादी के बाद लालबाग बन चुका था। 

आजादी के बाद आजतक लालबाग की अपनी पहचान को शासन-प्रशासन के सत्ताईयों ने कई बार उजाड़ा और कई बार बनाया। जो पहले से खूबसूरत ही बनता भी गया और आज बहुत ही खूबसूरत होकर एक नई गवाही देने को तैयार है। आज लालबाग की बुनियाद को भारत रत्न स्व.अटल बिहारी बाजपेयी की आदमकद प्रतिमा के साथ मजबूत करने की शानदार कोशिश भारतीय जनता पार्टी में जिले के कद्दावर नेता सांसद राजेश वर्मा ने अपने सभी सहयोगियों के साथ मिलकर करते हुए उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के कर-कमलों से जिले के इतिहास मे अटल चौक के नाम से दर्ज करा दिया है। जो कहीं न कहीं जनपद की राजनीति मे बड़े बदलाव का संकेत दे चुका है,जिसे काफीजन स्वीकार भी कर रहे है

,लेकिन कहना क्या मुनासिब़ कि इस व्यक्तिगत बदलाव को लालबाग के अतीत के साथ धराशायी कर जकड़ दिया गया है.? आजादी से शुरू हुए मोतीबाग के ऐतिहासिक सफऱ लालबाग पर बदलाव के कई मौसम गुजर गये लेकिन लालबाग की अडिगता को कोई बदलाव टस-मस न कर सका बल्कि लालबाग ने हर बार नया स्वरूप पाकर अपनी क्षमता से जिले की जनता को आकर्षित कर एक नया इतिहास ही रचा,जो इसबार भी तैयार है। भाजपा ने अपने बुलंद नारे अबकी बार 400 पार को सीतापुर के राजनीति केन्द्र बिन्दु लालबाग मे लोकसभा चुनाव के ठीक पहले एक रणनीति बनाते हुए खूबसूरती के साथ स्थापित कर दिया। 

जो आज निवर्तमान सांसद राजेश वर्मा के लिए कई इतिहासिक इबारत तो लिख ही चुका है साथ मे लालबाग को आने पीढ़ियों के लिए नई पहचान देने वाला है,अटल चौक आने वाली उन पीढ़ियों को अपनी जंग-ए-आजादी की वह कहानी शायद बता सके.? लालबाग की पहचान को अटल बनाकर खूबसूरती देने मे जिनता प्रयास भाजपा सांसद राजेश वर्मा का रहा उतना ही भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ला और भाजपा नेता मुनीन्द्र अवस्थी सहित भाजपा की सीतापुर नगरपालिका चेयरपर्सन नेहा अवस्थी के प्रतिनिधि नमीन्द्र अवस्थी का भी रहा। देश के दीवाने क्रांतिकारियों की लालिमा से रक्त रंजित हुए लालबाग को खूबसूरत बने आज कई दिन गुजर गये। जिसकी चहुंओर पूरे जिले मे चर्चा-ए-खास़ जारी है। लालबाग चौराहा उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के कर-कमलों से तैयार होकर भारत रत्न स्व.अटल बिहारी बाजपेयी अटल चौक के नाम से सरकारी दस्तावेज मे भले ही दर्ज न हो पाया हो लेकिन जिले की राजनीति के एक पृष्ठ पर जरूर दर्ज हो चुका है,जो कहीं न कहीं सीतापुर लोकसभा की जनता के साथ जिले की सभी लोकसभा मे एकजुटता का संदेश दे रहा है। लिहाजा नाम और काम तो राजनीति दृष्टिगत ही सुगबुगा रहा,हां यह तो यह मान लिया गया कि सीतापुर की राजनीति मे लालबाग का ही फिर इतिहास लिखा जायेगा क्योंकि...मै लालबाग हूं.!

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