छात्रों ने पीएलसी माइक्रोकंट्रोलर और सेंसर्स के बारे में जाना

 


एकेटीयू के सेंटर फॉर एडवांस्ड की ओर से आयोजित कार्यशाला का हुआ समापन 

ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज की ओर से कुलपति प्रो0 जे० पी० पांडेय के निर्देशन एवं प्रो0 वीरेंद्र पाठक, निदेशक, सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज, एकेटीयू के मार्गदर्शन में चल रहे दो दिवसीय  पी० एल० सी०, मइक्रोकंट्रोलर और सेंसर्स पर आधारित कार्यशाला का शनिवार को समापन हो गया। इस मौके पर सहभागिता करने वाले छात्रों को  प्रमाणपत्र वितरित किया गया।
इस मौके पर कुलपति प्रो0 जे० पी० पांडेय  ने कहा कि इस तरह के आयोजन से छात्रों को विभिन्न विषयों के बारे में गहरायी से जानने का मौका मिलता है जो काफी फायदेमंद है। वहीं, सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज के निदेशक प्रो0वीरेंद्र पाठक ने कहा कि इन कार्यशालाओं के आयोजन से छात्र स्वचालन के क्षेत्र में दक्ष होंगे। जो उनको भविष्य में काफी काम आयेगा। डॉ0 अनुज कुमार शर्मा ने छात्रों को पी० एल० सी०, मइक्रोकंट्रोलर और सेंसर्स की उद्योग समेत अन्य विभिन्न क्षेत्र में उपयोगिता के बारे में अवगत कराया। जिसमें प्रतिभागियों को पी० एल० सी० आधारित सिस्टम से कण्ट्रोल करना बताया गया। इसके साथ-साथ डॉ0 राबेश कुमार सिंह ने सेंसर्स के काम करने के सिद्धांत और उसके उपयोग के बारे में छात्र एवं छात्रओं को अवगत कराया l छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों स्वचालित सयंत्रों एवं उद्योगों में सेंसर्स और  पी० एल० सी० के उपयोग का व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया गया। इस कार्यशाला के आयोजन में संस्थान के अनुराग चौबे, जूनियर रिसर्च इंजीनियर एवं अभिषेक कौसल तकनीकी सहयोग रहा l

एकेटीयू में योगाभ्यास से हुई दिन की शुरुआत

 डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में माननीया राज्यपाल महोदया की मंशानुसार कुलपति प्रो0 जेपी पांडेय के निर्देशन और कुलसचिव जीपी सिंह के नेतृत्व में चल रहे योग सप्ताह के तीसरे दिन शनिवार को विभिन्न योगासन हुए। परिसर स्थित पं0 अटल बिहारी वाजपेयी बहुउद्देशीय सभागार में योगासन कराया गया। योगसारथी - ऑरोगेनिका सोइंग इंडिया के अमित त्रिपाठी और योग प्रशिक्षक राहुल कुमार ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों, शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्र-छात्राओं को योग के विभिन्न आसनों को कराया। शुरूआत गायत्री मंत्र से हुई। इसके बाद ताड़ासन, तिर्यक तादासन, कटि चक्रासन, वीरभद्रासन, सूर्य नमस्कार, मंदूकासन, मरजार्यसन, पर्वतासन, भुजंगासन, सेतुबंधासन सहित अन्य आसन कराये। वहीं प्राणायाम के तहत भस्त्रिका, कपालभाति, अनुलोम विलोम, शीतली, भ्रामरी आदि प्राणायाम कराया। इस दौरान सभी को हंसाया गया। प्रशिक्षक राहुल कुमार ने कहा कि जीवन में हंसना बेहद जरूरी है। इससे हमारे शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ जाती है जो कि बेहद जरूरी है।

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