विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन, उ०प्र० का 44वाँ वार्षिक महाधिवेशन आगामी दिनांक 28-29 जनवरी, 2024 को आयोजित किया जा रहा है

Vidyut karmchari sangathan
ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन उत्तर प्रदेश के केंद्रीय अध्यक्ष चंद्र प्रकाश अवस्थी (बब्बू)ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि 28 एवं 29 जनवरी 2024 में सम्पन्न होने वाले अधिवेशन में सस्ती लोकप्रियता एवं निजी स्वार्थ सिद्धि वाले नेताओं द्वारा देश एवं प्रदेश स्तर पर गिराई गई ट्रेड यूनियन की साख को पुनः बुलंदी पर लाने, कर्मचारी समस्याओं के समाधान एवं व्यवस्था में आमूल चूल परिवर्तन के लिए दीर्घकालीन रणनीति बनाई जाएगी।

अधिवेशन का उ‌द्घाटन  बृजेश पाठक, उपमुख्यमंत्री उ०प्र० सरकार,  अरविन्द कुमार शर्मा ऊर्जामंत्री, उ०प्र० सरकार मुख्य अतिथि,  स्वतंत्र देव सिंह, जल शक्ति मंत्री, प्रमुख वक्ता,  कौशल किशोर, राज्य मंत्री भारत सरकार विशिष्ट अतिथि,  आशीष गोयल (आई०ए०एस०) अध्यक्ष उ०प्र०पावर कारपोरेशन लि०, मुख्य अतिथि,  पंकज कुमार  (आई०ए०एस०), प्रबन्ध निदेशक उ०प्र० पावर कारपोरेशन लि०, मा० भगवत प्रसाद मकवाना, पूर्वमंत्री एवं केन्द्रीय सर्तकता समिति, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार विशिष्ट अतिथि होंगें और समापन मा० आर कन्नन जी, जनरल सेक्रेटरी साउथ एशिया, पब्लिक सर्विसेज इण्टरनेशनल करेंगें।


सम्मेलन में मुख्य रूप से सरकार और प्रबन्धन के साथ 2 अक्टबूर 2020 को संगठन के मांगपत्र पर
हुये समझौते को लागू करवाने पर विशेष जोर दिया जायेगा। संगठन की प्रमुख मांगे यथा- विद्युत
व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन करते हुये पुरानी पेंशन लागू कराना, फरवरी 2009 के बाद शेष तृतीय श्रेणी
के कार्मिकों को भी तृतीय समयवद्ध वेतनमान रू0 6600/-रूपये दिलाना, नान कॉमन कैडर के कार्मिकों
को समझौते के अनुसार उनके गृह अंचल में तैनाती हेतु आमेलन का आदेश कराना, गैर तकनीकी कर्मचारियों

को भी अन्य की भांति अतिरिक्त वेतनवृद्धि का लाभ समझौते के अनुसार लागू कराना, संविदा में कार्यरत
कर्मचारियों को पूर्वाचल की भांति नियमित सेवा में समायोजित होने तक उनका मानदेय बढ़ाना।
-पर प्रबन्धन की हठधर्मिता विभागीय कार्य संस्कृति, कार्मिकों के मनोबल और कार्यक्षमता पर बेहद
प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है।

विद्युत विभाग के कर्मचारियों की समस्याओं का त्वरित समाधान न करके लटकाए रखने की प्रवृत्ति के कारण रोज नए संगठन विभाग में पैदा होते हैं, जिसके कारण कार्य का माहौल भी खराब होता है और कर्मचारी समस्याओं का निदान किस तरह हो इसके लेकर भ्रम की स्थिति भी पैदा होती है।

पत्रकार वार्ता में नवीन गौतम, कार्यकारी अध्यक्ष, इं० मोहन जी श्रीवास्तव, कार्यवाहक अध्यक्ष, अजय कुमार माथुर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, कन्हैया लाल, प्रदेश अध्यक्ष लेखा, देवअशीष तिलक, प्रदेश अध्यक्ष, खेल प्रकोष्ठ, पी०सी० वर्मा, संगठन मंत्री, सुशील शुक्ला, सलाहकार, शएल रामशंकर, महामंत्री, सुरेश शाह,  अनिल बाजपेई एवं अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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