गरीब महिला के झोपड़ी के सामने रुकी कलेक्टर की गाड़ी फिर वह हुआ जिसके लिए घंटो मेहनत करने पर भी नही होता था काम 

 इस तरह मिला महिला को  आत्मसम्मान 
झोपड़ी से डीएम ने खरीदा खोया

 आत्मनिर्भरता को प्रेरित कर रहे हैं बहराइच के कलेक्टर...

बहराइच--जी हाँ..जिस तरह खुले आसमान का नीला रंग मानव जीवन के ऊँचे ख्वाबों को पूरा करने के लिये प्रेणना देता है,ठीक उसी प्रकार के मिलते रंग के शर्ट में बहराइच के कलेक्टर डॉ दिनेश चंद्र जब बाढ़ ग्रस्त इलाके व जिले में संचालित योजनाओं की ग्राउंग रियल्टी चेक कर कर रहे थे।

तभी एक झोपड़ी में खोया बना रही महिला के आत्म निर्भरता की नायाब तस्वीरों ने बहराइच कलेक्टर के काफिले को एक छोटी सी झोपड़ी के सामने रोक दिया,कलेक्टर के  काफिले में शामिल अफसरों और कर्मचारियों की फौज चौक गई आखिरकार कलेक्टर साहब यूँ ही पूरे काफिले के साथ अचानक दौरे के दौरान दूध से खोया निकाल रही महिला की झोपड़ी के पास क्यों रुक गये..!

बहराइच के कलेक्टर साहब महिला द्वारा स्वयं के जीवकोपार्जन हेतू दूध से खोया बनाकर बेच रही महिला के आत्मनिर्भरता की इस तस्वीरों से मंत्रमुग्ध हो गये और स्वयं कलेक्टर साहब ने इस महिला के आत्म निर्भरता के सम्मान में खोया खरीदकर महिला की आत्मनिर्भरता का सम्मान किया ।

 महिला को बाद में पता चला कि सामने उसके डीएम हैं 

मामला कुछ यूं रहा जिले के जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र घाघरा नदी के तट पर बनेंं 95 किलोमीटर लंबे बेलहा बेहरौली तटबंध का निरीक्षण कर रहे थे, डीएम के साथ एसडीएम,तहसीलदार,व सिंचाई विभाग के अफसरों सहित तमाम आलाधिकारियों की टीम भी डीएम के साथ काफिले में चल रही थी। इसी  दौरान डीएम का काफिला तटबन्ध के किनारे एक झोपड़ी के पास जाकर अचानक रुक गया, फिर क्या था डीएम डॉ दिनेश चंद्र अपनी गाड़ी से उतर कर सीधे झोपड़ी पहुंच गए,जहां पर एक महिला कढ़ाई में खोया (औंट रही थी) बना रही थी, महिला के पास जाकर डीएम ने उसका हाल चाल पूछा और फिर  खोये के बारे में जानकारी ली,इसके बाद स्वयं डीएम ने खोये को चखकर महिला की आत्म निर्भरता का सम्मान करते हुए 1 किलो खोया स्वयं खरीदकर तटबंध पर रह रही इस महिला की आत्मनिर्भरता का सम्मान किया,पहले तो महिला समझी कोई राहगीर होगा जो खोया खरीदने के लिये उसकी झोपड़ी में आया होगा, लेकिन जब खोया बना रही महिला को पता चला कि उसकी झोपड़ी में कोई और नहीं बल्कि जिले के कलेक्टर साहब आये हैं तो पहली बार अपनी झोपड़ी में ज़िले के डीएम को सामने खड़ा देख महिला की खुशी का कोई मानों कोई ठिकाना नहीं रहा।

इस दौरान डीएम ने अपने काफिले में मौजूद अफसरों और कर्मचारियों से भी खोया लेने की अपील की,फिर क्या था देखते ही देखते उस महिला का सारा खोया चंद मिनटों में ही बिक गया।तो इस तरह बहराइच के जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने आत्म निर्भरता की मिशाल पेश कर रही महिला का सम्मान में दरियादिली में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की नजीर पेश की...!!

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