डे-एन० आर०एल०एम०, ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित दो दिवसीय क्षेत्रीय ऍफ़०एन०एच० डब्लू० कार्यशाला सम्पन्न 

RML rashtriya ajivika mission
 ब्यूरो चीफ आर एल पाण्डेय

लखनऊ। अत्योदय के लक्ष्यों की प्राप्ति की दिशा में उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन दिन प्रतिदिन प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप ग्रामीण क्षेत्र की दीदियो को संगठित करते हुए समावेशी विकास की दिशा में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। 2018 के बाद से, डे-एन० आर०एल०एम० और राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (यू०पी०एस०आर०एल०एम०) एस०एच०जी० द्वारा खाद्य, पोषण, स्वास्थ्य, और स्वच्छता (एफ०एन०एच०डब्लू०) कार्यों को आजीविका कार्यक्रम में बढ़ावा देने के लिये अनेक प्रयास किए गए हैं जैसे कि संबंधित विभागों में अभिसरण को मजबूत करना, कर्मचारियों और समूह की महिलाओं की क्षमता निर्माण करना, प्रगति का मूल्यांकन आदि।

राज्य स्तर पर भी इन प्रयासों को संस्थागत बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। उक्त के क्रम में दिनांक 10 एवं 11 जनवरी 2024 को उ०प्र० के यशस्वी उप० मुख्यमंत्री मा० केशव प्रसाद मौर्य जी की उपस्थिति में डे-एन०आर०एल०एम०, ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा दो दिवसीय क्षेत्रीय ऍफ़०एन०एच० डब्लू० कार्यशाला का आयोजन इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान, लखनऊ, उत्तर प्रदेश में किया गया।

उक्त आयोजित क्षेत्रीय कार्यशाला में एन०एम०एम०यू० टीम, तकनीकी भागीदार, एजेंसियां साझेदार/संबंधित विभाग/ संस्थान सहित कुल 15 एस०आर०एल०एम०: बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, जम्मू और कश्मीर, गुजरात, लद्दाख, पंजाब, दादर नगर हवेली, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र द्वारा प्रतिभाग किया गया।

कार्यशाला के विशिष्ट उद्देश्य इस प्रकार हैं:

1. एफ०एन०एच०डब्लू० घटक के भीतर प्रमुख उपलब्धियों पर चर्चा की गई और उन्हें साझा किया गया।

2. संबंधित विभागों के साथ अभिसरण और दस्तावेजीकरण की पहलों को समझना, अन्य संबंधित विभागों के साथ

आजीविका/अभिसरण के अवसरों का पता लगना और क्षेत्र-स्तरीय अभिसरण मुद्दों को समझा गया।

3. विजनिंग 3 के दौरान पहचानी गई सामुदायिक एफ़एनएचडब्लू माँगो की समीक्षा की गई।

4. डे-एन०आर०एल०एम० के भीतर एफ०एन०एच० डब्लू० हस्तक्षेपों के कार्यान्वयन को बढ़ाने के लिए रणनीतिक मार्गों को पहचान कर विकसित किया गया।

5. राष्ट्रीय स्तर पर खाद्य और पोषण गतिविधियों के लिए संबंधित विभागों के साथ कार्यक्रम को बढ़ावा दिया गया।

6. संबंधित विभागों के साथ चर्चा में बनी समझ को संयुक्त एडवाइजरी के लिए एकीकृत किया गया।

मिशन निदेशक, उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा सभी का स्वागत करते हुए बताया गया कि उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (यू०पी०एस०आर०एल०एम०) द्वारा हिंदी भाषी राज्यों के लिए दिनांक-10 एवं 11 जनवरी 2024 को क्षेत्रीय कार्यशाला आयोजित की गई जिसके माध्यम से कार्यक्रम की उपलब्धियां, अभिसरण की पहल और कमियों पर चर्चा की गई। इसका उद्देश्य उन कार्यों की पहचान करना है जिससे राष्ट्रीय स्तर पर खाद्य, पोषण, स्वास्थ्य और स्वच्छता (एफ़०एन०एच० डब्लू०) की गतिविधियों में तेजी आ सके और बड़े पैमाने पर साझा किया जा सके। यह कार्यशालाएं वरिष्ठ सरकारी नीति निर्मताओं, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एस०आर०एल०एम०), सामाजिक संस्थाये, और एफएनएचडब्लू को बढ़ावा देने में शामिल अन्य संस्थाओं को एक साथ लाएंगी।

मिशन निदेशक द्वारा उत्तर प्रदेश में एफ०एन०एच० डब्लू० परियोजना की प्रमुख घटकों में प्रगति की विस्तृत प्रगति रिपोर्ट साझा करते हुए बताया गया कि परियोजना अंतर्गत 75 जनपदों के 826 विकासखंडों में Intensive Strategy से कार्य किया जा रहा है जिसमे कुल 1478 संकुल संघ एवं 13912 ग्राम संगठन में कार्य किया जा चुका है। अब तक कुल 17880 आई०सी०आर०पी० एफ०एन० एच० डब्लू० का चयन एवं प्रशिक्षण किया गया है जिसके माध्यम से 827 CLF Social Action Committee (SAC) के सदस्य एवं 4858 VO Social Action Committee (SAC) के सदस्य का एफ०एन०एच०डब्लू० पर उन्मुखीकरण किया जा चुका है। परियोजना अंतर्गत कुल 12870 ग्राम संगठन द्वारा सामुदायिक आधारित अभियान का आयोजन किया गया एवं 3828 VO Social Action Committee (SAC) के सदस्यों द्वारा ग्राम, स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस (VHSND) में प्रतिभाग किया गया है। साथ ही एक०एन०एच० डब्लू० एंटरप्राइज के रूप में समस्त 204 THR प्लांट क्रियाशील हैं।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में  उप मुख्यमंत्री महोदय ने प्रदेश के समस्त समूह सदस्यों को आजीविका गतिविधियों से जोड़े जाने के निर्देश दिए एवं अभी तक 11 लाख से अधिक लखपति बन चुकी समूह की दीदियों के लिए मिशन की प्रशंसा करते हुए अधिक से अधिक समूह सदस्यों को लखपति बनाए जाने की रणनीति तैयार करने के निर्देश दिए । समूह के समस्त कैडर जैसे बी०सी० सखी, विद्युत सखी, आजीविका सखी, समूह सखी आदि को समस्त प्रकार की सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिए।
उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (यू०पी०एस०आर०एल०एम०), महिला एवं बाल विकास विभाग (DoW&CD) और स्वास्थ्य विभाग ने आंध्र प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड, राजस्थान, तेलंगाना और मेघालय में अभिसरण को बढ़ावा देने के साथ-साथ आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, और खाद्य, पोषण, स्वास्थ्य, और स्वच्छता (एफ०एन० एच० डब्लू०) सी०आर०पी० की भूमिकाओं को परिभाषित करते हुए संयुक्त पत्र जारी किए हैं। राज्य-विशिष्ट अभिसरण, जैसा कि बिहार, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश और झारखंड में देखा गया है, जिसमे समूह से जुड़ी सभी महिलाओं तक स्वास्थ्य और पोषण संबंधी सेवा को पहुंचाने को प्राथमिकता देना है।
कार्यक्रम के अंत में उप सचिव, ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा समस्त प्रदेशों के राज्य, जनपद एवं विकास खंड स्तरीय अधिकारी, समर्पित प्रोफेशनल स्टाफ, राज्य स्तरीय समर्पित प्रोफेशनल स्टाफ आदि को उनके गरिमामयी उपस्तिथि तथा खाद्य, पोषण, स्वास्थ्य, और स्वच्छता (एफ०एन० एच० डब्लू०) अंतर्गत किये गए प्रयासों का हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया।

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