बलरामपुर में  दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन

बलरामपुर में दो दिवशीय अन्तर्राष्जट्रीय सम्मेलन

रसायन विज्ञान विभाग और ग्लोकल एनवायरनमेंट सोशल एसोसिएशन के तत्वधान में कार्यक्रम आयोजित


6 देशों सहित 13 प्रदेशों के लगभग 250 प्रतिनिधि हुए सम्मिलित

उत्तर प्रदेश डेस्क ,बलरामपुर :एम एल के पी जी कॉलेज बलरामपुर सभागार में शनिवार को रसायन विज्ञान विभाग और ग्लोकल एनवायरनमेंट सोशल एसोसिएशन नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। सम्मेलन में वक्ताओं ने रसायन विज्ञान के बहुआयामी अनुप्रयोगों पर विस्तृत चर्चा की। सम्मेलन में 06 देशों सहित देश के 13 प्रदेशों के लगभग 250 से अधिक प्रतिनिधि सम्मिलित हुए।
        अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ उदघाटन समारोह के अध्यक्ष आई आई टी रुड़की के प्रोफेसर संदीप सिंह,मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के सदस्य डॉ ए के वर्मा,विशिष्ट अतिथि ग्लोकल एनवायरनमेंट सोशल एसोसिएशन की सचिव प्रो0 सुनीता आर्या, कीनोट स्पीकर लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो0 प्रेमराज,सरंक्षक सम्मेलन व सचिव प्रबंध समिति लेफ्टिनेंट कर्नल आर के मोहन्ता,सह सरंक्षक सम्मेलन व संयुक्त सचिव प्रबंध समिति बी के सिंह,सम्मेलन के अध्यक्ष व प्राचार्य प्रो0 जे पी पाण्डेय, समन्वयक व विभागाध्यक्ष रसायन विज्ञान प्रो0 आर के सिंह व आयोजन सचिव डॉ सुनील कुमार मिश्र ने दीप प्रज्वलित एव माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया। सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए समारोह अध्यक्ष प्रो0 संदीप सिंह ने कहा कि रसायन विज्ञान द्वारा प्रदान किया गया योगदान न केवल कार्यबल में बल्कि जीवन में भी महत्वपूर्ण है। रसायन विज्ञान हमारे अस्तित्व के लिए उपयोगी है । साथ ही यह अंतर्दृष्टि प्रदान करता है कि हम अपने आस-पास की दुनिया के साथ कैसे बातचीत करते हैं, जिस हवा में हम सांस लेते हैं से लेकर जो भोजन खाते हैं, उसके साथ। मुख्य अतिथि सदस्य उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग डॉ ए के वर्मा ने उपस्थित शोधार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि स्वयं से वादा,मेहनत से ज्यादा व मजबूत इरादे के साथ यदि हम सतत प्रयास करते हैं तो सफलता अवश्य मिलती है।आज हमें कठिन परिश्रम से ज्यादा स्मार्ट वर्क की आवश्यकता है। सकारात्मक सोच व नवाचार करने की ललक ही प्रगति की ओर ले जाता है। विशिष्ट अतिथि प्रो0 सुनीता आर्या ने सर्वे भवन्तु सुखिनः की संकल्पना को जीवन का आधार बताया। कीनोट स्पीकर लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो0 प्रेमराज ने मेटल टॉक्सीसिटी विषय पर अपना व्याख्यान दिया। उन्होंने खाद्य पदार्थों में बड़े पैमाने पर हो रहे मिलावट के बारे में जानकारी दी। सचिव प्रबंध समिति लेफ्टिनेंट कर्नल आर के मोहन्ता ने अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के सफलता की कामना करते हुए रसायन विज्ञान विभाग की सराहना की। प्राचार्य एवं सम्मेलन के अध्यक्ष प्रो0 जे पी पाण्डेय ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह सम्मेलन एकेडमिक उत्कृष्टता व वैज्ञानिक नवाचार को बढ़ावा देने और रसायन विज्ञान की परिवर्तनकारी शक्ति के माध्यम से वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। सम्मेलन के समन्वयक व विभागाध्यक्ष प्रो0 आर के सिंह ने सभी का स्वागत करते हुए अवगत कराया कि उक्त सम्मेलन में जर्मनी, जापान,कनाडा,ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका एव सऊदी अरब सहित देश के 13 प्रदेशों के लगभग 250 प्रतिनिधि सम्मिलित हो रहे हैं। संयोजक प्रो0 मोहिउद्दीन अंसारी ने सम्मेलन के उद्देश्य पर चर्चा की। उदघाटन समारोह का संचालन महाविद्यालय के एसोसिएट एन सी सी अधिकारी लेफ्टिनेंट (डॉ) देवेन्द्र कुमार चौहान ने किया। इसके पूर्व अतिथियों द्वारा सोविनियर का विमोचन किया गया। सम्मेलन के समन्वयक, संयोजक, सह संयोजक व आयोजन सचिव ने सभी अतिथियों को माल्यार्पण, बैच अलंकरण, स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित भी किया गया। इस दौरान महाविद्यालय प्राचार्य प्रो0 जे पी पाण्डेय व सचिव GESA की सचिव प्रो0 सुनीता आर्या ने सचिव प्रबंध समिति लेफ्टिनेंट कर्नल आर के मोहन्ता को  सरदार वल्लभ भाई पटेल ग्लोकल अवार्ड इन सोशल अवेयरनेस, संयुक्त सचिव बी के सिंह को एजुकेशन प्रमोशन के लिए डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन अवार्ड तथा एच आर पीजी कॉलेज खलीलाबाद के डॉ अनुपम पति त्रिपाठी को बेस्ट फैकल्टी अवार्ड फॉर टीचिंग प्रदान करके सम्मानित किया गया।
    इस अवसर पर मुख्य नियंता प्रो0 पी के सिंह,प्रो0 अरविंद द्विवेदी,प्रो0 तबस्सुम फरखी,प्रो0 वीणा  सिंह,प्रो0 एस पी मिश्र,प्रो0 रेखा विश्वकर्मा,डॉ राजीव रंजन, डॉ जितेन्द्र कुमार, डॉ ऋषि रंजन, डॉ बसंत कुमार, डॉ अमित वर्मा,डॉ अरुण कुमार व साक्षी शर्मा सहित कई विभागों के अध्यक्ष व प्राध्यापक मौजूद रहे।

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