उत्तर प्रदेश में राजकीय चिन्ह में श्री राम के धनुष बाण को चिन्ह के रूप में स्वीकृति पंडित गोविंद बल्लभ पंत ने दिया
यह सर्वविदित है कि प्रदेश के राजकीय चिह्न में गंगा-यमुना, प्रयागराज का संगम व मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम जी का धनुष बाण अंकित है। पं. गोविंद बल्लभ पंत जी ने ही मुख्यमंत्री के रूप में इस चिह्न की स्वीकृति दी थी।
काकोरी घटना के क्रांतिकारी अंग्रेज सरकार में गिरफ्तार हुए तो पंडित गोविंद बल्लभ पंत जी ने उनके पक्ष में अपील की। उन्होंने क्रांतिकारियों के मुकदमें लड़ने के लिए अभियान चलाया। वह सभी क्रांतिकारियों की पैरवी बिना किसी हिचक के निरंतर करते रहे।
महान स्वाधीनता संग्राम सेनानी तथा प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री 'भारत रत्न' पं. गोविंद बल्लभ पंत जी को भावपूर्ण नमन... https://t.co/5qGRFFCUQw
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 10, 2021
पंडित गोविंद बल्लभ पंत जी के बहुआयामी व्यक्तित्व तथा देश व समाज के प्रति उनके योगदान से प्रेरणा लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार निरंतर क्रियाशील है। पंत जी ने देश में प्रदेश को नंबर 1 की इकोनॉमी बनाने का जो बीड़ा उठाया था, उसे पूर्ण करने हेतु हम कटिबद्ध हैं।
#UPCM श्री @myogiadityanath जी ने आज लोक भवन, लखनऊ में 'भारत रत्न' पं. गोविंद बल्लभ पंत जी की जयंती के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) September 10, 2021
मुख्यमंत्री जी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्व. पंत जी ने प्रदेश के विकास को एक नई दिशा देने का कार्य किया था। pic.twitter.com/N1zCn2Z6It