पहले का 100 करोड़ भुगतान किया नही ,पेराई सत्र कर दिया शुरू

पहले का 100 करोड़ भुगतान किया नही ,पेराई सत्र कर दिया शुरू

State News UP Gonda (राजेन्द्र तिवारी )बजाज शुगर मिल लिमिटेड कुंदरुखी किसानों का 100 करोड रुपए गन्ने का दबाए बैठी है जिससे किसान आर्थिक तंगहाली से जूझ रहे हैं इस कोरोनावायरस के संकट के समय किसानों की समस्याएं बढ़ गई हैं इसको लेकर किसानों ने कई बार प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र भी लिखा किंतु प्रशासनिक अधिकारियों ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जिससे किसानों का गन्ना उत्पाद का बकाया नहीं मिल सका किसान ऐसे में परेशान हैं और उनके घर मांगलिक आयोजन का होना दुष्कर कार्य बन गया है इसके बाद भी मिल तानाशाही रवैया पर उतारू है।

जिले में कुंदूरूखी के पास स्थित बाजार शुगर मिल तानाशाह रवैया पर उतारू है यह मिल किसानों का 100 करोड रुपए दबाए बैठी है मिल क्षेत्र में लगभग 50,000 से अधिक गन्ना किसान आते हैं इन क्षेत्रों के किसानों ने पिछले साल जो गन्ना मिल को दिया था मिलने गन्ने की पेराई करके चीनी तो बेच लिया किंतु किसानों का बकाया भुगतान अभी तक नहीं किया ऐसे में किसानों के सामने समस्याएं खड़ी हो गए हैं अब उन्हें कोई भी कार्य करना दुष्कर हो गया है किसानों ने इसकी कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत भी की प्रशासनिक अधिकारियों के चेतावनी के बाद भी बजाज मिल का तानाशाही पूर्ण रवैया नहीं बदला जिससे किसान बदहाली के शिकार हैं और मिल चुप है मिलने पिछले दिनों पूजन अर्चन कर के पेराई का शुभारंभ भी कर दिया किंतु बकाया भुगतान नहीं दिया ऐसे में किसानों के घर में होने वाले मुंडन शादी विवाह कथा भागवत जैसे मांगलिक आयोजन नहीं हो पा रहे हैं किसानों के पास जो गन्ना था उन्होंने मिल को दे दिया अब उनके पास आगे खेती करने के लिए पूंजी भी नहीं है इससे किसानों की दिक्कतें बढ़ गई हैं किसानों ने एक पत्र प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ को भेजा है जिसमें अपना दर्द बयां करते हुए आपबीती बताई है साथ ही उन्होंने मांग की है कि पिछले सत्र में जितने गन्ने का सप्लाई किसानों ने मिलकर किया है सरकार यथाशीघ्र उनके गन्ने का भुगतान करा दे जिससे उनकी आर्थिक समस्याएं दूर हो सके कारण साफ है कि गन्ना किसानों के पास पूंजी के रूप में जो कुछ भी था मिल को देने के बाद अब परेशानियों में कोई भी सहारा नहीं है ऐसे में जिले के किसानों ने सरकार से मांग की है कि इसको गंभीरता पूर्वक देखते हुए भुगतान कराया जाए।




यही नहीं बजाज शुगर मिल गन्ना किसानों का बकाया भुगतान नहीं कर रही है और कर्जदार किसानों के यहां अमीन घूम रहे हैं बैंक नोटिस पर नोटिस किसानों को भेज रही है वसूली तेज कर दी गई है जिससे किसानों की समस्याएं और बढ़ गई हैं ऐसे में किसान के सामने एक तरफ कुआं तो दूसरी तरफ खाई हैं फिर भी ना तो कोई नेता बोलने को तैयार है और ना ही अधिकारी जिससे किसान अब किस ओर जाएं ।कोई सहारा नजर नहीं आ रहा है प्रशांत प्रशासनिक सख्ती के चलते कई किसानों को वसूली तेज होने के चलते परेशान कर दिया गया है फिर भी किसानों की मजबूरियों की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।.

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