बिकरु कांड पुलिस विभाग के आस्तीन के सांप पुलिसकर्मियों को नोटिस जारी

बिकरु कांड पुलिस विभाग के आस्तीन के सांप पुलिसकर्मियों को नोटिस जारी

Kanpur vikas dubey bikru case kand crime newsसंवाददाता - अवनीश कुमारउत्तर प्रदेश (uttar pradesh news)में कानपुर का विकास दुबे बिकरु कांड जिसने पुलिस और अपराधियों के गठजोड़ को साबित कर दिया की उत्तर प्रदेश पुलिस के कुछ दागदार छवि के पुलिसकर्मी भले ही salary up government से ले रहे हैं लेकिन उनकी आस्था पुलिस के लिए न होकर अपराधियों के लिए रहती है । बिकरु कांड में पुलिस के ही लोगों की मौत हुई ।

पुलिस के इन आस्तीन के सांप पुलिसकर्मियों पर SIT की जांच हुई जिसमें दोषी पाए जाने पर उनके विरुद्ध अब दंडात्मक कार्रवाई शुरू हो गई है ।

Bikru kand kanpur crime news उत्तर प्रदेश के कानपुर में थाना चौबेपुर के अंतर्गत 2 व 3 जुलाई की मध्यरात्रि हुए बिकरू कांड में अपराधी विकास दुबे के सहयोग करने वालों पर भी अब कार्रवाई की तलवार लटक रही है जिसके चलते एसआइटी की जांच के दौरान दोषी मिले पुलिसकर्मियों को नोटिस जारी होने का सिलसिला शुरू हो गया है।एसआइटी ने इंस्पेक्टर रैंक से लेकर सिपाही तक के 37 पुलिसकर्मियों को दोषी माना था.

अब कानपुर डीआइजी ने वृहद दंड व लघु दंड पाए 12 पुलिस कर्मियों को नोटिस जारी किया है। और नोटिस में एक निश्चित समय के अंदर आरोपित पुलिसकर्मियों को यह बताने को कहा गया है कि उन्होंने अपराधी विकास दुबे की मदद क्यों की और क्यों उसके जुर्मों पर पर्दा डाले रहे. नियमानुसार जवाब आने के बाद ही तय होगा कि कौन कितना दोषी है और उसे क्या दंड दिया जाए।

बिकरु कांड कौन-कौन थे दोषी पुलिसकर्मी ?

एसआईटी जांच के दौरान धारा 14(2) लघु दंड के तहत एसआई दीवान सिंह,इंस्पेक्टर बजरिया राममूर्ति यादव, सिपाही विकास कुमार ,हेड कांस्टेबल चौबेपुर लायक सिंह, और कुंवर पाल सिंह तो वहीं धारा 14(1) बड़ा दंड के तहत एसआई चौबेपुर केके शर्मा व पूर्व एसओ चौबेपुर विनय तिवारी, (दोनों ही जेल में है) ,एसआई अजहर इशरत, कुंवर पाल सिंह, विश्वनाथ मिश्रा, रिक्रूट आरक्षी राजीव कुमार,सिपाही चौबेपुर अभिषेक कुमार, को आरोपित बनाया गया था।

क्या बोले डीआईजी कानपुर

डीआइजी कानपुर डॉ. प्रीतिन्दर सिंह ने बताया कि एसआईटी की जांच में पाया गया दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ नोटिस जारी की गई है और सभी को जल्द से जल्द नोटिस का जवाब देना होगा।

क्या है कानपुर का बिकरु कांड ?

कानपुर का विक्रम कांड विकास दुबे नाम के एक अपराधी प्रवृति के व्यक्ति के साथ में पुलिस के एनकाउंटर की कहानी है जिसमें 8 पुलिसकर्मी मारे गए थे जिसमें एक डीएसपी भी मारे गए थे उसके बाद में पुलिस और अपराधियों के बीच में गठजोड़ की बात सामने आई थी जिस पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा एसआईटी गठन करते हुए इस मामले की जांच के आदेश दिए गए थे जिसमें जांच के बाद में दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई अब शुरू हुई है विकास दुबे नाम का अपराधी जिसके साथ में पुलिस की मुठभेड़ हुई थी पुलिस ने उसके घर पर दबिश दी थी और यह बात कहीं से लीक हो गई थी और पहले से घात लगाए विकास दुबे ने जो बिक्री गांव का रहने वाला है वहां उसने पुलिस वालों की हत्या कर दी और उसके बाद में 2 जुलाई को हत्या करने के बाद में विकास दुबे फरार हो गया था और उसके बाद में पुलिस की सर्चिंग ऑपरेशन चल रही थी और उज्जैन से विकास दुबे को गिरफ्तार किया गया था विकास दुबे को उज्जैन से जो पुलिस रोड से ला रही थी इसकी इसी बीच में उसकी गाड़ी पलट गई थी और उसकी मौत हो गई थी उसके बाद में काफी बवाल मचा था लेकिन सवाल फिर भी यही था कि विकास दुबे को पुलिस ने पुलिस विभाग में किसने इंफॉर्मेशन दी और विकास दुबे सहित ही जितने भी उसके और सहयोगी थे इन सभी के पुलिस के साथ में बहुत अच्छे संबंध थे और इस मामले का खुलासा एसआईटी की जांच के बाद हुआ है।



कानपुर पुलिस ने फेसबुक कंपनी को मेल कर मांगी खजांची जय बाजपेई से जुड़ी जानकारी....

कानपुर,उत्तर प्रदेश के कानपुर के थाना चौबेपुर में हुए बिकरू कांड को लगभग 6 महीने पूरे हो चुकेे है घटना से जुड़े लोग कानपुर देहात की जेल में बंद भी है लेकिन शहीद हुए पुलिस कर्मियोंं को न्याय दिलाने के लिए पुलिस अधिकारी कोई भी कमी नहींंंं छोड़ना चाहते हैंं।जिसके चलते अपराधी विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई को लेकर पुलिस में सोशल मीडिया पर भी घटना के बाद से नजर रखेेे हुए थे अब खजांची जय बाजपेई के ऊपर पुलिस द्वारा लगाए गए आरोपों को कोर्ट मेंं साबित करने के लिए सोशल मीडिया पर डाली गई फोटो की जानकारी के लिए कानपुर पुलिस ने फेसबुक कंपनी को मेल भेज कर बिंदुवार जानकारी मांगी है।

बिकरु कांड में विकास दुबे के साथी जय बाजपेयी ने फेसबुक पर अपलोड करी थी फोटो -

पुलिस सूत्रोंं से मिली जानकारी केेे अनुसार खजांची जय बाजपेई ने बिकरू कांड के बाद विकास दुबे और उसके साथियों को फरार कराने के लिए जिन लग्जरी कारों को भेजा था उन कारों के साथ जय ने अपनी फेसबुक पर 3 फोटो पूर्व में फेसबुक पर अपलोड की थी। जिनको लेकर पुलिस ने फेसबुक कंपनी को मेल कर जानकारी मांगी है कि ये फोटो जय ने कब और कहां अपलोड की हैं।वहीं चार्जशीट के साथ जय की कार की डिलीवरी लेते हुए फोटो भी शामिल की हैं। पुलिस ने तीनों कारों की एजेंसी के अधिकारी और बैंक प्रबंधन को गवाह बनाया है।सभी के खातों का स्टेटमेंट भी पुलिस ने दाखिल किया है।

गौरतलब है कि 2 व 3 जुलाई 2020 की मध्य रात्रि थाना चौबेपुर के अंतर्गत हुए बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई को पुलिस ने 4 जुलाई की सुबह हिरासत में ले लिया था और लंबी पूछताछ के बाद पुलिस ने खजांची जय बाजपेई के ऊपर बिकरू कांड में विकास दुबे का सहयोग करने के आरोप में जेल भेज दिया था।


Share this story