कोरोना में लगा संबंधों पर ग्रहण स्टाफ ने अपने ही managment की शिकायत की

कोरोना में लगा संबंधों पर ग्रहण स्टाफ ने अपने ही managment की शिकायत की

State News Desk -covid 19 के वजह से बच्चों अभिभावकों और स्टाफ को काफी परेशानी सहनी पड़ी है और नौकरी का भी संकट आ गया है । नौकरी जाने और वेतन न मिलने पर विद्यालय के स्टाफ और प्रबंधन में आरोप प्रत्यारोप चल रहा है जांच चल रही है और प्रशासन की जांच में भी प्रबंधन का सहयोग न मिलने का रूप भी लगाया जा रहा है ।

कभी विद्यालय के स्टाफ द्वारा अब गंभीर आरोप लगाए गए हैं वहीं प्रबंधन भी प्रशासन को अपनी सफाई दी रहा है । कुल मिलाकर कोविड ने कई संबंधों में भी दरार पैदा कर दिया है ।





जिम्मेदारी वाले पद पर रहे प्रधानाध्यपक अशोक कुमार सोनी द्वारा गंभीर आरोप उसी प्रबंधन पर लगाये गए जहां वह नौकरी करते रहे ।

उनका कहना है कि वाणी कालेज द्वारा सत्र शून्य कर छात्रों का भविष्य बर्बाद कर दिया गया। यही नहीं शासनादेश के विरुद्ध दिनाँक 04.08.20 को प्रबन्ध तन्त्र द्वारा स्टाम्प पेपर पर अभिभावकों से जबरन फीस वसूली का दबाव बनाया गया। ऐसा न करने पर पूर्व से बुलाये गए बाउंसरों द्वारा उन्हें बेइज्जत करके भगा दिया गया। शिकायतकर्ता का रूप है कि जब मैंने शासनादेश का जिक्र किया तो मुझे भी बेइज्जत करने का प्रयास किया गया। इस सन्दर्भ में जब जिला विद्यालय निरीक्षक ने प्रबन्ध तन्त्र से बात करनी चाही तो उन्होंने न तो उनका फोन उठाया और न ही रजिस्टर्ड पत्र को रिसीव किया।दिनाँक 19.10.20 से हाई स्कूल की शासन के विरुद्ध न तो क्लास रूम टीचिंग हो रही है और न ही अन्य कक्षाओं की ऑनलाइन टीचिंग ही हो रही है। सभी स्टाफ को बगैर वेतन दिए ही विद्यालय आने से मना कर दिया गया है।





श्री सुनील मोतिववाल(प्रबन्धक)एवँ श्रीमती पूनम मोतीवाल (अध्यक्ष) के मनमानी से सभी छात्रों का भविष्य जहाँ अंधकार में है, वही अभिभावकों को भी बहुत ही परेशानी झेलना पड़ रहा है। साथ ही वेतन न मिलने से सभी स्टाफ भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं।

यहाँ गौरतलब है कि जिला विद्यालय निरीक्षक के यहाँ से अधिकृत शिवम कश्यप के जाने पर विद्यालय का गेट भी नही खोला। विद्यालय मान्यता के विपरीत परिसर में ही मुर्गी पालन एवँ बकरी पालन आदि का कार्य भी किया जाता है। जोकि नियमों के विपरीत है। एक ही परिसर में वाणी शिक्षा मन्दिर एवँ वाणी कालेज दोनो संचालित है जबकि दोनो की अलग अलग मान्यता है। ये भी नियमो का घोर उल्लंघन है।





दूसरी तरफ कोरोना की मार झेल रहे प्रबंधन ने भी पत्र लिख कर अभिभावकों और स्टाफ से भी सहयोग की अपील किया ।

कुल मिलाकर इस कोरोना काल मे संबंधों में भी ग्रहण लग रहा है ।


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