गोण्डा जिले में खबर कवरेज करने से भड़की एआरटीओ के विरुद्ध पत्रकार हुये लामबंद

गोण्डा जिले में खबर कवरेज करने से भड़की एआरटीओ के विरुद्ध पत्रकार हुये लामबंद

कवरेज करने से नाराज एआरटीओ का पत्रकार को धमकी देना निंदनीय : उपजा


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गोण्डा। एक तरफ सरकार जंहा अभिव्यक्ति की आज़ादी और स्वतंत्र मीडिया की मौजूदगी टिकाऊ विकास के 2030 के एजेंडा को हासिल करने के लिए बेहद जरूरी मान रही है वहीं जनपद में एआरटीओ बबिता वर्मा का पत्रकार को कवरेज करने से रोकना व फर्जी मुकदमा लिखाने की धमकी देने वाला कृत्य बेहद चिंताजनक है। यदि इनके कृत्यों व भ्र्ष्टाचार की जांच कराकर दंडित नही किया गया तो यूपी पत्रकार संघ आरपार की लड़ाई लड़ने को बाध्य होगा।

यह बातें यूपी जर्नलिस्टस एसोसिएशन उपजा के प्रदेश अध्यक्ष जी0 सी0 श्रीवास्तव ने व्यक्त करते हुये कहा कि जिस तरह पत्रकारों को जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है वह बेहद संगीन व भ्र्ष्ट मानसिकता को उजागर कर रहा। प्रदेश मंत्री व जिलाध्यक्ष रईस अहमद ने कहा की एआरटीओ बबिता वर्मा द्वारा उनकी निजी गाड़ी पर हूटर व बीम की कवरेज कर रहे जनपद के एक सम्मानित पत्रकार एचपी श्रीवास्तव को हड़काने व धमकी दिये जाने का प्रकरण बेहद घटिया व दुर्भाग्यपूर्ण है। इसकी तत्काल जांच कराकर एआरटीओ को दंडित किया जाना बेहद जरूरी है।वही महामंत्री जगपाल सिंह ने घटना की तीखी निंदा करते हुए साफ शब्दों में कहा कि यदि अविलम्ब ठोस कारर्वाई नही हुई तो जिले के पत्रकार साथी इसके विरोध में एकजुट होकर धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।

उपजा के जिला उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा ने जिला प्रशासन को इसे गंभीरता से लेने की अपील के साथ कहा कि पत्रकारों को सुरक्षा के अभाव में, जानकारी प्राप्त करने और निर्णय-प्रक्रिया में योगदान देने की क्षमता पर भी भारी असर पड़ रहा है अतएव प्रकरण की गंभीरता को लेकर तत्काल कारर्वाई की जानी चाहिये। पत्रकार मकसूद अकरम ने कहा कि जिस अंदाज में एआरटीओ सुश्री वर्मा ने पत्रकारों को धमकाया वह निंदनीय है।

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