Kanpur bikru kand case अमर दुबे की पत्नी खुशी पहुची हाईकोर्ट
Kanpur bikru kand case khushi dubey कानपुर,उत्तर प्रदेश के कानपुर में थाना चौबेपुर के अंतर्गत 2 व 3 जुलाई 2020 की मध्य रात्रि हुए बिकरू कांड के बाद पुलिस एनकाउंटर में मार गए अपराधी विकास दुबे का भतीजा अमर दुबे की नाबालिक पत्नी को भी बिकरू कांड में आरोपी बनाते हुए पुलिस ने जेल भेज दिया था और उसके बाद से पुलिस लगातार बिकरू कांड में नाबालिक अमर दुबे की पत्नी को जमानत ना दिए जाने को लेकर लगातार कानपुर देहात कोर्ट में पुलिस मांग करती चली आ रही है लेकिन अब अमर दुबे की नाबालिक पत्नी ने अपने अधिवक्ता के जरिए जमानत के लिए हाईकोर्ट में एक याचिका डाली है।सूत्रों की माने तो हाईकोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए पूरे मामले को लेकर पुलिस को नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया है।
खुशी का याचिका में आरोप पुलिस ने फसाया फर्जी तरीके से -
सूत्रों ने बताया कि नाबालिग के अधिवक्ता हाईकोर्ट में डाली गई बेल याचिका में कहा है कि बिकरू कांड में नाबालिक अमर दुबे की पत्नी को पुलिस ने फर्जी तरीके से फसाया है जबकि कोई भी आधार पुलिस के पास नहीं है और नहीं नाबालिग का इस मामले से कोई लेना देना है।
बिकरु कांड में खुशी पर आरोप
जबकि घटना से 4 दिन पहले ही उसकी शादी हुई थी और परिवार में ज्यादा लोगों को वह जानती भी नहीं थी फिर भी पुलिस ने बिकरू कांड उसे खिलाफ डकैती के लिए हत्या,षड्यंत्र रचना जैसी धाराओं में आरोपित बनाया दिया है।जबकि नाबालिगों पर लगाए गए सारे आरोप गलत है और पुलिस को कोई भी साक्ष्य उसके खिलाफ नहीं मिला है। सूत्रों ने बताया कि नाबालिक के अधिवक्ता के तब को सुनने के बाद हाईकोर्ट ने पुलिस को जवाब देने के लिए नोटिस जारी कर दी है और मार्च के पहले हफ्ते में पुलिस को जवाब दाखिल करना ह।
नाबालिक खुशी के आरोपों के जवाब की तैयार कर रही है पुलिस
सूत्रों की माने तो हाईकोर्ट में डाली गई बेल याचिका को खारिज कराने के लिए पुलिस सरकारी अधिवक्ताओं से बातचीत कर जवाब तैयार कर रहे हैं और जल्द ही चार्जशीट और कॉल डिटेल के आधार पर नाबालिक की बेल खारिज कराने का प्रयास करेंगे।
गौरतलब है कि बिकरू कांड के बात से पुलिस के द्वारा तेजी से की जा रही कार्रवाई में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए अपराधी विकास दुबे के भतीजे अमर दुबे की नाबालिक पत्नी को भी आरोपी बनाया गया था जिसके चलते उससे पहले कानपुर देहात की जेल में भेजा गया था लेकिन फिर नाबालिक की पुष्टि होने के बाद कोर्ट के आदेश पर वर्तमान में उसे बाल सुधार गृह बाराबंकी में रखा गया है।