घरों के जमीन के मुकदमों पर Government Of India के कदम से लगेगी लगाम

घरों के जमीन के मुकदमों पर Government Of India के कदम से लगेगी लगाम

पंचायतों में खेत के लिए 'खतौनी, तो घरों के लिए होगा 'घरौनी,

ड्रोन कैमरे से होगा सर्वेक्षण तैयार होगा घरों का नक्शा

अब होगा अपने घर कागजात नहीं होगा लड़ाई झगड़ा

State News UP -गोण्डा। जिस प्रकार से खेत के लिए खेतौनी का होता है। भारत सरकार ने उसी प्रकार से आबादी में बसे घरों के लिए 'घरौनी,तैयार करने के निर्देश जारी किए हैं। अब आबादी में बसे सभी घरों का नजरी नक्शा होगा। जिससे उनका घरौनी में नाम अंकित होगा। इससे पहले डोन कैमरे की निगरानी की विशेष नक्शा तैयार किया जाएगा। जिसे गृह स्वामियो को दे दिया जाएगा। इसके बाद कब्जे को लेकर होने वाले विवाद हमेशा के लिए पंचायतों से समाप्त हो जायेंगे।

भारत सरकार के निर्देश पर आप पंचायतों में ड्रोन कैमरे से सर्वेक्षण करके सबके घरों का नजरी नक्शा तैयार किया जाएगा इसके बाद में इसे सरकारी अभिलेखों में दर्ज कर लिया जाएगा जैसे पंचायतों में खेत के लिए खतौनी होता है । बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली आबादी घरों में कोई नक्शा या नंबर अभी तक नहीं होता था जमीन के जिस भूभाग पर लोग मकान बनाकर रहते हैं उस क्षेत्र के राजस्व के नक्शे में आबादी दर्ज होती थी आबादी में बहुत से परिवारों के घर बने होते थे किंतु इनका घर पर कब्जा मात्र होता था किसी के नाम से मकान नहीं होता था ऐसे में स्वामित्व को लेकर मुकदमे बाजी मारपीट झगड़ा लड़ाई हमेशा चला करता था इसी को दूर करने के लिए भारत सरकार ने एक पहल शुरू की है इस पहल के तहत सरकार सबसे पहले इन इलाकों का सर्वेक्षण कर आएगी।

सरकार ग्रामीण इलाको में शांति सौहार्द बनाए रखने के उद्देश से यह कार्य कर रही है ।जिसके लिए सभी के घरों का स्वामित्व बना रहे घरौनी तैयार किया जाएगा। आबादी सर्वेक्षण एवं अभिलेख संक्रिया दिन में विनियमावली 2020 प्रख्यापित की है ।सरकार की इस विनियमावली के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में अवस्थित भूमि भवन का सर्वेक्षण कराकर ग्रामीण आवासीय नजरी नक्शा तैयार कर गृहस्वामियों को दे दिया जायेगा। सरकार की इस पहल से ग्राम पंचायतों में आपसी प्रेम सौहार्द बना रहेगा और लड़ाई झगड़े भी जमीन को लेकर कम हो जाएंगे ।पुलिस थानों के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो सबसे अधिक झगड़े जमीन विवाद को लेकर होते हैं सरकार की इस पहल से ऐसे विवाद पर अंकुश लगाने में सहयोग मिलेगा और तीज त्यौहार लोग आपसी सामंजस्य एक साथ बैठकर मनाएंगे।


अब अपने नाम दर्ज होगे घर

गोण्डा। गांव की आबादी में घर बने घर बेनाम नहीं होंगे उन्हें नाम मिलेगा और मकान का नजरी नक्शा तैयार कर गृह स्वामियों का नाम दर्ज करके कागजात दे दिए जायेंगे। भारत सरकार की इस अनोखी पहल से गांव में प्रेम सौहार्द बना रहेगा।

Share this story