Sankata chaturthi 2021 एक ऐसा पिता जो अपने पुत्र के लिए रखता है व्रत

Sankata chaturthi 2021 एक ऐसा पिता जो अपने पुत्र के लिए रखता है व्रत

केवल महिलाएं ही संकष्टी चतुर्थी का व्रत नहीं रखती बल्कि अपने पुत्र की याद में कैलाश जी रखते हैं 18 वर्षों से संकष्टी व्रत

(जी के श्रीवास्तव)

गोण्डा/ कर्नलगंज । अपने पुत्र की याद में कैलाश जी रखते हैं 18 वर्षों से संकष्टी व्रत

जी हां केवल महिलाएं ही संकष्टी चतुर्थी का व्रत नहीं रखती बल्कि पुरुष भी रखते हैं ।अपने पुत्र की मंगल कामना हेतु रखा जाने वाला व्रत गोंडा जनपद के तहसीलकर्नलगंज के मोहल्ला कस्बानिवासी 65 वर्षीय कैलाश चंद्र सविता पुत्र मथुरा प्रसाद ने पत्नी जी को बताया की अपने जीवन काल में पुत्र की प्राप्ति के बाद पत्नी की मृत्यु हो जाने से 19 84 से माता सोना देवी व्रत रखती थी लेकिन उनकी भी मृत्यु हो जाने से कैलाश ने दूसरा विवाह तो कर लिया लेकिन अपने पुत्र की सलामती के लिए वर्ष 2002 से स्वयं व्रत रखने का निर्णय ठान लिया।

संकष्टी चतुर्थी के एक दिन पहले व्रत का पूरा सामान इकट्ठा करते हैं और महिलाओं के समान निर्जल व्रत सुबह से पूरे दिन के लिएरखते हैं। कैलाश जी बताते हैं कि एक दो साल तो मोहल्ले वाले पहले हंसते रहे लेकिन भगवान गणेश जी की पूजन और अपने पुत्र ज्ञान प्रकाश सविता पुत्र की दीर्घायु मंगल कामना को लेकर रखा जाने वाला पत्र को अनवरत करने से लोगों में एक नया संदेश भी गया।

जिससे इनके बिरादरी व परिवार में इस व्रत का महत्व और बढ़ गया। व्रत रखने से इनको कोई परेशानी भी नहीं होती है और कैलाश जी अपनी आत्म संतुष्टि के साथ पुत्र की सुखद मंगल कामना को भगवान गणेश की पूजन के साथ करते हैं वैसे महिलाओं के इस पूजन में पूरे इलाके में केवल एक पुरुष का व्रत रखने पर लोगों में खासा चर्चा का विषय भी तिलवा पूजन से सप्ताह भर पहले बन जाते हैं ,लेकिन इसकी परवाह न करते हुए वे खुशी-खुशी इस पर्व का अनुष्ठान को संपन्न करते हैं उनको संकष्टी हर चतुर्थी की व्रत कथा भी याद है और गणेश जी की आरती भी उन्हें याद है जो पूजन के बाद गाते हैंऔर प्रसाद वितरण भी करते हैं।


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