उत्तर प्रदेश में आर्थिक निवेश और प्रगति की संभावनाओं के द्वार खोलते शुरू हुआ यूपीआईटीईएक्स
लखनऊ। उत्तर प्रदेश अंतर्राष्ट्रीय व्यापार एक्सपो (यूपीआईटीईएक्स) राज्य की अर्थव्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन और आर्थिक विकास के संभावनाओं के नए द्वार खोलने जा रहा है। पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) द्वारा आयोजित इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम की गुरुवार को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भव्य शुरुआत हुई। यूपीआईटीईएक्स का आयोजन 25 से 29 जनवरी तक होना है, जिसमें उद्योग से जुड़े विशेषज्ञों द्वारा उत्तर प्रदेश के आर्थिक विकास व निवेश की संभावनाओं पर विचार विमर्श और विश्लेषण किया जाएगा।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों में नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी', माननीय कैबिनेट मंत्री, औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई और निवेश प्रोत्साहन, उत्तर प्रदेश सरकार और राकेश सचान, कैबिनेट मंत्री, एमएसएमई, खादी और ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा और कपड़ा उद्योग, उत्तर प्रदेश सरकार और आईएएस दुर्गा शंकर मिश्रा, मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश उपस्थित थे।
इस अवसर पर अरुण कुमार साहू, मुख्य महाप्रबंधक, एसबीआई, अंजनी कुमार श्रीवास्तव, प्रबंध निदेशक, एचओएफईडी और श्री राम कुमार वरिष्ठ परियोजना प्रबंधक, यूपीनेडा, जैसी गणमान्य हस्तियां भी उस्पथित थीं, जिन्होंने उत्तर प्रदेश की विकास क्षमता पर मूल्यवान दृष्टिकोण साझा किए।
उद्घाटन सत्र के में श्री जतिंदर सिंह, असिस्टेंट सेक्रेटरी जनरल, पीएचडीसीसीआई ने सम्मानित प्रतिभागियों को उनके योगदान और अनुभव साझा करने के लिए आभार व्यक्त किया।
श्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी', माननीय कैबिनेट मंत्री, औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई और निवेश प्रोत्साहन ने उत्तर प्रदेश में 2017 से 2024 के दौरान आए उल्लेखनीय बदलावों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इसका श्रेय हमारे सम्मानित मुख्यमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व को जाता है। उन्होंने कहा, 'अब यूपी की पहचान निवेशकों के प्रमुख गंतव्य के रूप में होने लगी है और प्रदेश का आर्थिक भविष्य समृद्ध है। राज्य ने वायुमार्ग, सड़क मार्ग और रेलवे के माध्यम से कनेक्टिविटी में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। साथ ही और भी परियोजनाएं भी चल रही हैं। इसके अलावा, यूपी 17 घरेलू और 5 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों के साथ कहीं आगे पहुंच गया है। यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। उत्तम से सर्वोत्तम प्रदेश के स्वभाव को बरकरार रखते हुए यूपी ने न केवल औद्योगिक विकास को बढ़ावा दिया है बल्कि अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी सराहा है। मुझे एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) पहल के तहत सशक्तिकरण की दिशा में महिलाओं की प्रगति की सराहना करने में बहुत ही गर्व महसूस होता है, जिसे आज इन एक्सपो में भी देखा जा सकता है। मैं एक्सपो में वैश्विक भागीदारी को भी सराहता हूं और पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश चैप्टर को उनकी अहम भूमिका के लिए बधाई देता हूं। उत्तर प्रदेश डिजिटलीकरण को अपनाने, स्टार्टअप और एमएसएमई के विकास को बढ़ावा देने में सबसे आगे रहने पर गर्व करता है।
उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने आभार जताया। उन्होंने कहा कि UPITEX में दुनियाभर के उद्यमियों की विविध भागीदारी को देखना अपने आप में एक सफलता है। उत्तर प्रदेश अपनी स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहा है और इन वर्षों में हमने जबरदस्त विकास देखा है। मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ द्वारा वर्ष 2023 को मिलेट्स का वर्ष घोषित किया गया था, जिसे विश्व स्तर पर मान्यता मिली और आज उत्तर प्रदेश मिलेट्स पर आधारित अर्थव्यवस्था भी बन गया है। एमएसएमई पर ध्यान देने के साथ, यूपी का लक्ष्य ओडीओपी जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से उद्यमिता और प्रतिभा को बढ़ावा देकर ट्रिलियन-डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना है। मैं ऐसी प्रदर्शनी आयोजित करने के लिए पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स का बेहद आभारी हूं। यह हमें वैश्विक मंचों तक पहुंचने में मदद कर रहा है।
उत्तर प्रदेश में एमएसएमई, खादी और ग्रामीण उद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा और कपड़ा उद्योग के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने एक्सपो के आयोजन के लिए पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि एक्सपो ने उद्यमियों, ओडीओपी उत्पादकों और विभिन्न हितधारकों को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए एक साथ लाने में अहम भूमिका निभाई है। इस आयोजन ने उत्पादकों और उपभोक्ताओं के बीच सहज संबंधों को सुगम बनाया है। इससे ही राज्य की आर्थिक वृद्धि में योगदान मिला है। मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की अहम प्रगति को मानता हूं। कई क्षेत्रों में हो रहे विकास का उत्तर प्रदेश के नागरिकों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। विभिन्न पहलों और योजनाओं के माध्यम से रोजगार पैदा करके हम राज्य को 1 ट्रिलियन इकॉनमी की ओर अग्रसर कर रहे हैं।
औद्योगिक क्षेत्र से उपस्थित उल्लेखनीय हस्तियों में अरुण प्रकाश, आईएएस, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, उत्तर प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड, राजेश कुमार, आईएएस आयुक्त एवं निदेशक उद्योग शामिल हैं। अनुपन शुक्ला, आईएएस, निदेशक, यूपीएनईडीए, उत्तर प्रदेश की विकास क्षमता पर मूल्यवान दृष्टिकोण प्रदान किया।
कार्यक्रम के समापन पर, पीएचडीसीसीआई के एसिटेंट सेक्रेटरी जनरल जतिंदर सिंह द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव दिया गया, जिसमें सम्मानित प्रतिभागियों को उनके योगदान और जानकारी प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया गया।
पीएचडीसीसीआई के एसिटेंट सेक्रेटरी जनरल श्री जतिंदर सिंह ने कहा, "पीएचडीसीसीआई के प्रतिनिधियों ने यूपी के व्यापार परिदृश्य को बढ़ावा देने के लिए इसे एक रणनीतिक पहल के रूप में स्वीकार किया है। सभी ने सर्वसम्मति से यूपीआईटीईएक्स के आयोजन लिए अपना उत्साह व्यक्त किया है।"
डॉ. रंजीत मेहता विश्व स्तर पर 300 से अधिक संस्थानों को एक साथ लाने के लिए यूपीआईटीईएक्स की सहयोगी भावना पर को एक महत्वपूर्ण पहल बताते हैं।" रीजनल डायरेक्टर निदेशक, श्री अतुल श्रीवास्तव के अनुसार, "एक साथ मिलकर, हम उद्योग की चुनौतियों का समाधान करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि यूपी नई आर्थिक ऊंचाइयों तक पहुंचे।"
यूपीआईटीईएक्स उत्तर प्रदेश के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। यह आयोजन राज्य को एक और अधिक समृद्ध और प्रतिस्पर्धी राज्य बनाने में मदद करेगा। एक्सपो के पहले दिन सभी क्षेत्रों से पांच हजार से अधिक लोगों की उल्लेखनीय उपस्थित दर्ज की गई।