गोंडा को मिला युवा आईएएस डीएम जानिए क्या है खास डॉ नितिन बंसल में
डॉ नितिन बंसल बने गोण्डा के नए डीएम
गोंडा -2009 बैच के युवा आईएएस अधिकारी डॉ नितिन बंसल गोण्डा के नए जिलाधिकारी बनाये गए हैं।
भटिंडा (पंजाब) के मूल निवासी डॉ बंसल ने एमबीबीएस की पढ़ाई करने के बाद सिविल सर्विस में आए।
व्यक्तिगत विवरण :
अधिकारी का नाम : डॉ.नितिन बंसल
उधारकर्ता: पुरुष पहचान संख्या : 1256
स्रोत: आरआर साल : 2009
जन्म की तारीख 22/08/1982
गृह सूची: भटिंडा (पंजाब)
वेतनमान : 15600-39100
जीपी 7600 (मैट्रिक्स 12)
योग्यता: एमबीबीएस (चिकित्सा)
IAS के लिए आवेदन की तिथि: 31/08/2009
GOVT सेवा में प्रवेश की तिथि: 21/12/2008
IAS के लिए सहमति की तिथि: 31/08/2011
सेनानी स्कोर में अधिकारी: 01/01/2013
पेशकश: नगर आयुकत, नगर निगम वारानी पोस्ट करने की तारीख : 29/06/2017
मुख्यमंत्री के गृह जनपद में भी किया है 2 वर्ष का कार्य
मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में करीब दो वर्ष के प्रशिक्षण के उपरांत कानपुर नगर के संयुक्त मजिस्ट्रेट बने। इसके बाद प्रयागराज के मुख्य विकास अधिकारी का कार्यभार संभाला। सपा सरकार में 9 फरवरी 2013 को कन्नौज का जिलाधिकारी बनाया गया किन्तु उसी दिन यह आदेश संशोधित होकर कानपुर देहात का जिलाधिकारी बना दिया गया। बाद में वह इटावा और मथुरा के जिलाधिकारी भी रहे। इसी बीच उन्हें विशेष सचिव सिंचाई तथा मिशन निदेशक, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन में भी काम करने का अवसर मिला।
डॉ नितिन बंसल का पोस्टिंग विवरण:
1 - प्रथम चरण प्रशिक्षण
Musoorie 31/08/2009 2010/12/06
2 - IIst चरण प्रशिक्षण
गोरखपुर 2008/12/06 22/08/2011
3 - संयुक्त मजिस्ट्रेट
कानपुर नगर 23/08/2011 16/04/2012
4 - मुख्य विकास अधिकारी
प्रयागराज 17/04/2012 2013/08/02
5 - डीएम और कलेक्टर
कन्नौज 2013/09/02 2013/09/02
6 - डीएम और कलेक्टर
कानपुर देहात 2013/10/02 2014/06/06
7 - प्रतीक्षा पर
लखनऊ 2014/07/06 09/06/2014
8 - Spl.Secretary To Govt of UP सिंचाई और जल संसाधन विभाग।
लखनऊ 10/06/2014 02/07/2014
9 - डीएम और कलेक्टर
इटावा 03/07/2014 27/08/2016
10 - डीएम और कलेक्टर
मथुरा 28/08/2016 25/04/2017
1 1 - मिशन निदेशक, राज्य ग्रामीण अजिविका मिशन
यूपी लखनऊ 26/04/2017 29/06/2017
12 - नगर आयुकत, नगर निगम वाराणसी 29/06/2017
29 जून 2017 से वह प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में नगर आयुक्त के पद की जिम्मेदारी सम्भालते हुए काशी को स्मार्ट सिटी बनाने के मिशन में लगे थे। गोण्डा की दशा को देखते हुए शासन ने बहुत सूझबूझ के अधिकारी को तैनात किया है।