अपनों पर तीर चलाकर नसीमुद्दीन के आवभगत में लगे कांग्रेसी
लखनऊ -पता नही यह डूबते हुए को तिनके का सहारा है या फिर जो कुछ बचा है उसे डुबोने की तैयारी । कभी मायावती के सिपहसालार रहे और उसके बाद बगावत और बेदखल तक पहुचे पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी जो उत्तर प्रदेश में भ्रष्ट्राचार के पर्याय बन चुके कुटुम्ब में से एक अब हाथी से उतरने के बाद पंजा थाम चुके हैं ।
कांग्रेस जो कभी सायकिल के कैरियर पर बैठ कर उत्तर प्रदेश का सपना बन रहा था अब हाथी से उतरे या फिर गिराए गए नसीमुद्दीन सिद्दीकी के जरिए खासकर बुंदेलखंड में अपनी पैठ जमाने की कोशिश करने जा रहा है । कांग्रेस की इस कोशिश में ही उन्हें की लोग जो कभी धुर कांग्रेसी रहे अब अनकम्फर्टेबल फील कर रहे है ।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय दीक्षित ने सोशल मीडिया पर एक कमेंट क्या किया कांग्रेस ने इसे अनुशासनहीनता मान लिया और स्पष्टीकरण मांग लिया है ।
श्री संजय दीक्षित संगठन मंत्री उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी एवं श्री अवधेश सिंह सचिव उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी द्वारा फेसबुक पर पूर्व मंत्री श्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी व पूर्व सांसद/विधायक एवं अन्य लोगों के साथ कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने का विरोध किये जाने पर उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी ने इसे अनुशासनहीनता की परिधि में मानते हुए उक्त दोनों पदाधिकारियों से उ0प्र0 कंाग्रेस अनुशासन समिति के सदस्य एवं पूर्व विधायक श्री फजले मसूद द्वारा तत्काल स्पष्टीकरण मांगा गया है।
यह जानकारी उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के प्रवक्ता जीशान हैदर ने आज जारी प्रेस विज्ञप्ति मंे दी है।