आपदा जोखिम न्यूनीकरण और जीआईएस  के एकीकरण पर साप्ताहिक कार्यक्रम का समापन

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लखनऊ: एक लचीले और टिकाऊ समुदाय हेतु आपदा जोखिम न्यूनीकरण और जीआईएस  के एकीकरण पर एक सप्ताह तक चलने वाला व्यापक कार्यक्रम 5 दिसंबर, 2023 को संपन्न हुआ। इसका आयोजन 29 नवंबर से 5 दिसंबर, 2023, तक पर्यावरण विज्ञान विभाग, इंटीग्रल यूनिवर्सिटी, लखनऊ और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), उत्तर प्रदेश की एक सहयोगी पहल के रूप में किया गया जिस का उद्देश्य जीआईएस के अनुप्रयोग के माध्यम से आपदा जोखिम न्यूनीकरण से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर  चर्चा करना था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. अखिलेश कुमार मिश्र आईएएस, विशेष सचिव, उच्च शिक्षा, उत्तर प्रदेश, ने इस तरह के समर्थन के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला और प्रभावी आपदा के लिए प्रौद्योगिकी को एकीकृत करने के महत्व को दोहराया। उन्होंने आपदाओं की समझ पर प्रतिभागियों के साथ अपनी बहुमूल्य अंतर्दृष्टि साझा की और प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियों और आपदाओं की भविष्यवाणी के लिए रिमोट सेंसिंग और जीआईएस की उपयोगिता को दर्शाया। 
प्रोफेसर सुनील कुमार डे, इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ जियोमोर्फोलॉजिस्ट (आईएजी) के अध्यक्ष और नॉर्थ ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी (एनईएचयू), मेघालय के भूगोल विभाग के शिक्षक सत्र में ऑनलाइन शामिल हुए और जीआईएस एकीकरण के वैश्विक परिप्रेक्ष्य में बहुमूल्य अंतर्दृष्टि साझा किया। उन्होंने आपदा जोखिम में कमी हेतु अपनी व्यापक विशेषज्ञता के साथ चर्चा को समृद्ध करने अक प्रयास किया। 
डॉ. सतीश कुमार, पुलिस अधीक्षक एवं कमांडेंट, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) लखनऊ, उत्तर प्रदेश, समापन सत्र के दौरान एक विशेष अतिथि थे। सत्र के दौरान, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, लखनऊ, उत्तर प्रदेश एवं इंटीग्रल यूनिवर्सिटी, लखनऊ के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर डॉ. सतीश कुमार और डॉ. हरिस सिद्दीकी, रजिस्ट्रार, इंटजरल यूनिवर्सिटी, लखनऊ, द्वारा हस्ताक्षर भी किया गया। इस अवसर पर प्रो. (डॉ.) शाहिद अली खान, ओएसडी, कुलपति, डीन छात्र कल्याण, प्रोफेसर एम.ए. खालिद, डीन विज्ञान संकाय, प्रोफेसर अब्दुल रहमान खान, परीक्षा नियंत्रक, डॉ. अंबरीना सरदार खान, प्रमुख पर्यावरण विज्ञान, और अन्य सदस्य मौजूद थे।
प्रोफेसर सय्यद अकील अहमद, निदेशक, एचआरडीसी, इंटीग्रल यूनिवर्सिटी, और चांसलर के सलाहकार, इंटीग्रल यूनिवर्सिटी ने समापन टिप्पणी दी।  डॉ. अंबरीना सरदार खान, डॉ. मो. उसामा और डॉ. स्वाति मौर्य सहित समग्र आयोजक टीम को उनकी कड़ी मेहनत के लिए बधाई और सराहना दी गई और प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गये। 

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