विरासतें खालसा ' के प्रस्ताव व निर्माण की बात से सिक्खों में हुआ नयी उर्जा का संचार
लखनऊ। गुरू गोबिन्द सिंह जी महाराज के चारों साहिबज़ादो ने इस्लाम न क़बूल करने पर दो साहिबज़ादो युद्ध में शहीद हुये और दो साहिबज़ादो को ज़िन्दा दीवार में चुनवा कर शहीद किया गया , ऐसी लासानी शहादत की मिसाल केवल सिक्ख धर्म में ही मिलती है ।
गुरुद्वारा आलमबाग में पौधारोपण के विशेष कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुये भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मंत्री अभिजात मिश्रा ने कहा कि आज पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए पेड़ों की अति आवश्यकता है। गुरुद्वारा आलमबाग द्वारा समाज के हित में सेवा कार्यक्रमो की लड़ी आज आयोजित इस पौधारोपण कार्यक्रम में सेवा मिलने को में अपना सौभाग्य समझता हूँ ।
सौरभ सिंह मोनू व पीयूष दीवान (पार्षद व सदस्य कार्यकारिणी - नगर निगम) व राजू गांधी ने कहा कि अगर हम लखनऊ को स्वच्छता व पर्यावरण में देश में एक न० पर लाना चाहते हैं तो हमें सफ़ाई व पौधारोपण के कार्यक्रमों को निरन्तर ज़ारी रखना है ।गुरुद्वारा आलमबाग व सिक्ख समाज के साथ सेवाओं में नगर निगम हमेंशा ही सहयोग करता रहेगा ।
अध्यक्ष निर्मल सिंह ने कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ व राजेश्वर सिंह (विधायक सरोजिनी नगर ) को बधाइयाँ देते हुये कहा कि “विरासतें खालसा” के प्रस्ताव व निर्माण की बात से सिक्खों में एक नयी उर्जा का संचार हुया है पूरी दुनिया के सिक्ख फ़ोन कर जानकारी माँग रहे है व योगी व राजेश्वर सिंह का धन्यवाद कर रहे है ।
भाजपा के वरिष्ठ समाज सेवी दमन सिंह सेठी ने कहा कि अतिशीघ्र राजेश्वर सिंह का सारे सिक्ख समाज की और से भव्य स्वागत व धन्यवाद कार्यक्रम किया जायेगा ।
UPSA अध्यक्ष अनिल अग्रवाल द्वारा आज सारे पेड़ उपलब्ध करवाने के साथ ही अपने पुत्र के साथ पौधे भी लगाए ।
CII & YII के सदस्य कुनाल बत्रा के प्रयास से आपका पौधारोपण संभव हो पाया ।
मीडिया प्रभारी हरजीत सिहं ने बताया कि पौधारोपण कार्यक्रम में प्रशान्त भाटिया , स. परविन्दर सिंह सदस्य अल्पसंख्यक आयोग, स. दिलप्रीत सिंह विर्क, अनिल वरमानी , विनोद रात्रा, सिटी रेंजर संजय मिंश्रा , ए० के० चौहान , राजू बक्शी , सुरेन्द्र सिंह मोनू (बक्शी ) राजेन्द्र सिंह राजू, रतपाल सिंह गोल्डी ,हरीश कोहली , त्रिलोक सिंह , हरविन्दर सिंह , परमजीत सिंह बाबी, मनमोहन सिंह , क्षेत्र की महिला मंडल ने भी पौधारोपण में हिस्सा लिया व आज ५० के लगभग पौधारोपण कर सेवा का कार्य किया गया।