अपने क्रिकेट के करियर पर ध्यान दे रहे तेज गेंदबाज चेतन सकारिया

मुंबई, 6 मई (आईएएनएस)। दिल्ली कैपिटल्स के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज चेतन सकारिया को लगता है कि 2022 वह साल होगा जब एक क्रिकेटर के रूप में अपने करियर को आगे बढ़ाएंगे। 2021 में सकारिया ने अपने छोटे भाई को खो दिया था और उनके पिता की कोविड-19 से मौत हो गई थी।
अपने क्रिकेट के करियर पर ध्यान दे रहे तेज गेंदबाज चेतन सकारिया
अपने क्रिकेट के करियर पर ध्यान दे रहे तेज गेंदबाज चेतन सकारिया मुंबई, 6 मई (आईएएनएस)। दिल्ली कैपिटल्स के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज चेतन सकारिया को लगता है कि 2022 वह साल होगा जब एक क्रिकेटर के रूप में अपने करियर को आगे बढ़ाएंगे। 2021 में सकारिया ने अपने छोटे भाई को खो दिया था और उनके पिता की कोविड-19 से मौत हो गई थी।

क्रिकेट के मोर्चे पर, सकारिया के पास खुश होने के लिए बहुत सी चीजें थीं, जिसने आईपीएल के अपने पहले सीजन में राजस्थान रॉयल्स के लिए 14 विकेट लेकर सभी को प्रभावित किया। वहीं, आईपीएल 2021 में राजस्थान टीम में रहते हुए उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। उनके प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें 2021 जुलाई में भारतीय टीम में लाया गया, जहां उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ भारत के लिए अपना एकदिवसीय और टी20 डेब्यू किया था।

अब, दिल्ली के साथ आईपीएल के अपने दूसरे सत्र में सकारिया का ध्यान एक क्रिकेटर के रूप में अपने करियर को आगे बढ़ाने पर है।

सकारिया ने आईएएनएस से बातचीत के दौरान कहा, व्यक्तिगत रूप से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला है। पहला साल मेरे लिए अच्छा रहा लेकिन मैंने देखा है कि हर क्रिकेटर के साथ बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि उसका दूसरा साल कैसा जाता है।

दिल्ली टीम के पास गेंदबाजी के बहुत सारे विकल्प हैं, जिसमें तेज गेंदबाज भी शामिल हैं। सकारिया ने टूर्नामेंट में सिर्फ दो मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने एक विकेट लिया है।

उन्होंने आगे बताया कि, दिल्ली कैपिटल्स के पास सभी प्रकार के गेंदबाजी विकल्प उपलब्ध हैं, चाहे वह तेज गेंदबाज हो या स्पिन गेंदबाज। सकारिया क्रिकेट में तेज गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं।

अधिकांश टूर्नामेंट में बेंच पर बैठने के बावजूद, सकारिया को विशेष रूप से अपने यॉर्कर पर काम करने का समय मिला है। उन्होंने आगे कहा, डीसी में आने के बाद, मैंने एक चीज पर बहुत मेहनत की है, वो है यॉर्कर। मेरी यॉर्कर अब बहुत मजबूत हो गई है। पहले मैं मैच में 50 प्रतिशत यॉकर फेंकता था और अगर कोई मुझसे छह गेंद फेंकने के लिए कहता है, तो मैं उसमें केवल तीन गेंद ही फेंक पाता था। लेकिन अब मैं इससे अधिक यार्कर फेंकने में सक्षम हूं। मैंने इस पर कड़ी मेहनत की है।

उन्होंने आगे कहा, इस साल जब पिचें बनाई जा रही थीं, तो मैं देख रहा था कि कौन सी गेंद उन पिचों पर फायदेमंद साबित हो सकती है। इसलिए मैंने अपनी यार्कर पर ध्यान दिया।

सकारिया ने टीम के मुख्य कोच रिकी पोंटिंग के बारे में कहा कि वह शिविर में हर खिलाड़ी पर ध्यान देते हैं। उन्होंने आगे कहा, जितना अधिक समय मैं डीसी के साथ बिताता हूं, उतना ही मैं उनसे प्रभावित हो रहा हूं। जब टीम मुश्किल स्थिति में होती है, तो वह सभी खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाते हैं।

यह पूछे जाने पर कि वह ऋषभ पंत को कप्तान के रूप में कैसे देखते हैं, सकारिया ने टिप्पणी की, ऋषभ टीम के लीडर हैं। वह खुद पूरी स्थिति और इसके आसपास के दबाव के परि²श्य को देखते हैं। वह खुद को यह साबित करने की जिम्मेदारी लेते हैं कि वह टीम को इस स्थिति से बाहर कैसे निकाल सकते हैं। जब खिलाड़ी अच्छा करते हैं तो सारा श्रेय उन्हीं को जाता है लेकिन दबाव और मुश्किल हालात को वह अपने ऊपर ले लेते हैं, जो एक लीडर की निशानी है।

सकारिया के दिल्ली आगमन ने उन्हें राजस्थान के अपने पूर्व साथी बांग्लादेश के मुस्तफिजुर रहमान के साथ फिर से जोड़ दिया है। सकारिया ने खुलासा किया कि वह अपने साथी बाएं हाथ के तेज गेंदबाज से गेंदबाजी कराने के तरीके को और अच्छे से सीखने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने पिछले साल राजस्थान में उनके साथ गेंदबाजी की शुरुआत की थी। लेकिन इस साल मुस्तफिजुर ने उनसे चीजों को और सरल बनाने को कहा क्योंकि तेज गेंदबाजों के लिए यहां थोड़ी परिस्थितियां कठिन हैं।

--आईएएनएस

एचएमए/एसकेपी

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