आज क्या तुमने बच्चे को मारा?

बीजिंग, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। 30 अप्रैल को बच्चों की पिटाई के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है। सभी बच्चों को इस दिन पिटाई से बचना चाहिये। इस दिवस की स्थापना वर्ष 1998 में अमेरिकी शारीरिक दंड विरोधी संगठन (सीएफईडी) द्वारा की गयी। इस दिवस पर विभिन्न गतिविधियों के आयोजन से शारीरिक दंड के खिलाफ बच्चों के मानवाधिकारों की अवधारणा को बढ़ावा दिया जाता है। अभी तक विश्व के सैकड़ों देशों और गैर सरकारी संगठनों ने इस में भाग लिया है।
आज क्या तुमने बच्चे को मारा?
आज क्या तुमने बच्चे को मारा? बीजिंग, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। 30 अप्रैल को बच्चों की पिटाई के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है। सभी बच्चों को इस दिन पिटाई से बचना चाहिये। इस दिवस की स्थापना वर्ष 1998 में अमेरिकी शारीरिक दंड विरोधी संगठन (सीएफईडी) द्वारा की गयी। इस दिवस पर विभिन्न गतिविधियों के आयोजन से शारीरिक दंड के खिलाफ बच्चों के मानवाधिकारों की अवधारणा को बढ़ावा दिया जाता है। अभी तक विश्व के सैकड़ों देशों और गैर सरकारी संगठनों ने इस में भाग लिया है।

अगर बच्चे ने गलती की, तो क्या तुम उसे मारोगे या नहीं? बच्चे को मारने से पहले अच्छी तरह से यह सवाल सोचना चाहिये। क्योंकि कोई प्यार नहीं है जिसे व्यक्त करने के लिए हिंसा की आवश्यकता होती है। हालाँकि बच्चा तुम्हें प्यार करना बंद नहीं करेगा क्योंकि तुमने उसे मारा, पर वह खुद से प्यार नहीं करेगा। बच्चे कम आत्मसम्मान, कायर, या अत्यंत विद्रोही हो सकते हैं। बच्चा आक्रामक भी हो सकता है, जिससे हिंसा का चक्र खुद को दोहरा सकता है। बच्चा तुमसे अलग हो जाएगा, यहां तक कि तुमसे नफरत भी करेगा!

माता-पिता के लिए अपनी नकारात्मक भावनाओं को बाहर निकालने के लिए बच्चों को एक उपकरण नहीं बनाना चाहिए। यदि तुम एक अक्षम माता-पिता होने की बात स्वीकार करते हो, तो बच्चे को मारो। पर हमें आशा है कि केवल बच्चों की पिटाई के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस ही नहीं, हम हर दिन शारीरिक दंड को नहीं कहना चाहते हैं।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

--आईएएनएस

एएनएम

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