ईडी ने पीएमएलए के एक मामले में संपत्ति कुर्क की
कुर्क की गई संपत्तियों में कोलकाता में एक आवासीय डुप्ले अपार्टमेंट और सुप्रीति मंडल की एक कार शामिल है।
ईडी ने सीबीआई द्वारा 2017 में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर 2021 में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की थी।
प्राथमिकी के अनुसार, मंडल ने दो फर्मों, जील इंडिया केमिकल्स, रांची (अपने सहयोगी अजय जालान द्वारा प्रतिनिधित्व) और शिव मशीन टूल्स, चेन्नई (अपने सहयोगी हितेश वी शाह द्वारा प्रतिनिधित्व) के साथ साजिश रचकर, वरिष्ठ प्रबंधक के रूप में अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया।
मंडल ने मेकॉन में वरिष्ठ प्रबंधक के रूप में दुगार्पुर स्टील प्लांट प्रोजेक्ट मीडियम स्ट्रक्च र मिल लेबोरेटरी फैसिलिटी और बोकारो स्टील प्लांट कोल्ड रोलिंग मिल द्वारा मंगाई गई दो टेंडरों में बोलीदाताओं द्वारा प्रस्तुत तकनीकी बोलियों का मूल्यांकन किया था।
इसके बाद मेकॉन लिमिटेड द्वारा पेश मूल्यांकन रिपोर्ट के आधार पर जील इंडिया केमिकल्स और शिव मशीन टूल्स को टेंडर दिये गये। तकनीकी रूप से योग्य ना होने के बावजूद जील इंडिया केमिकल्स को टेंडर दिया गया था।
ईडी अधिकारी ने कहा, मंडल को इन दोनों फर्मों से अपने बैंक खाते में और अपने रिश्तेदारों, दोस्तों के बैंक खातों में 1.65 करोड़ रुपये की रिश्वत मिली।
ईडी को जांच के दौरान पता चला कि मंडल ने अपनी पत्नी के साथ संयुक्त स्वामित्व में डुप्ले अपार्टमेंट का अधिग्रहण करने के लिए गलत तरीके से मिले धन का इस्तेमाल किया। उन्होंने अपनी पत्नी के नाम पर एक कार भी खरीदी थी।
अपराध से मिले बाकी आय की पहचान करने के लिए आगे की जांच जारी है।
--आईएएनएस
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