चीनी वायु सेना के तीन अग्रणी लड़ाकू विमान

बीजिंग, 1 अगस्त (आईएएनएस)। 1 अगस्त को चीनी जन मुक्ति सेना(पीएलए) की स्थापना की 95वीं वर्षगांठ है। इधर के कुछ सालों में चीनी सेना के साजो सामान के आधुनिकीकरण और स्वावलंबन में बड़ी प्रगति हासिल हुई है। इस संदर्भ में चीनी वायु सेना के जे-10 ,जे-16 और जे-20 तीनों लड़ाकू विमान श्रेष्ठ प्रतिनिधि हैं। आज के इस कार्यक्रम में हम चीन के तीन सबसे अग्रणी लड़ाकू विमानों की चर्चा करेंगे।
चीनी वायु सेना के तीन अग्रणी लड़ाकू विमान
चीनी वायु सेना के तीन अग्रणी लड़ाकू विमान बीजिंग, 1 अगस्त (आईएएनएस)। 1 अगस्त को चीनी जन मुक्ति सेना(पीएलए) की स्थापना की 95वीं वर्षगांठ है। इधर के कुछ सालों में चीनी सेना के साजो सामान के आधुनिकीकरण और स्वावलंबन में बड़ी प्रगति हासिल हुई है। इस संदर्भ में चीनी वायु सेना के जे-10 ,जे-16 और जे-20 तीनों लड़ाकू विमान श्रेष्ठ प्रतिनिधि हैं। आज के इस कार्यक्रम में हम चीन के तीन सबसे अग्रणी लड़ाकू विमानों की चर्चा करेंगे।

जे-10 चीन से खुद अनुसंधान कर निर्मित उच्च कुशलता ,बहु-उपयोग और हर मौसम वाला लड़ाकू विमान है ,जो तीसरी पीढ़ी वाला लड़ाकू विमान भी है। उसका अंग्रेजी निकनेम विगॉरोस ड्रैगन है। उसकी लड़ाई का व्यासार्ध 1200 किलोमीटर से अधिक है और उड़ान भरने तथा उतरने की लंबाई कम है और हमले की क्षमता शक्तिशाली है। उसकी चतुर्मुखी युद्धक क्षमता अंतराष्ट्रीय मंच में समान पीढ़ी वाले लड़ाकू विमान के अग्रणी स्तर पर पहुंची है। वर्ष 2004 में जे-10 चीनी वायु सेना में शामिल हुआ। उल्लेखनीय बात है कि इस साल चीन ने जे-10 लड़ाकू विमान का निर्यात शुरू किया है। पाकिस्तान जे-10 खरीदने वाला पहला देश बना ।

जे-16 चीन द्वारा विकसित चौथी पीढ़ी वाला मॉल्टिरोल लड़ाकू विमान है। उसका आकार सु-30एमकेके से मिलता जुलता है। आकाश में वह एक साथ कई निशानों को पहचान कर उन पर हमला कर सकता है। उसकी सर्वाधिक उड़ान की लंबाई 4 हजार किलोमीटर से अधिक है। भूमि व समुद्र पर स्थित लक्ष्य के प्रति उसकी शक्तिशाली हमलावर क्षमता है ,जो अमेरिका के एफ-15ईएक्स लड़ाकू विमान की तरह है। वर्ष 2016 में जे-16 औपचारिक रूप से चीनी वायु सेना में शामिल हुआ।

जे-20 चीन से विकसित पांचवीं पीढ़ी वाला रडार से बच निकलने में सक्षम लड़ाकू विमान है। माना जाता है कि जे-20 चीनी वायु सेना द्वारा भविष्य में आकाश और समुद्र में राष्ट्रीय प्रभुसत्ता की सुरक्षा करने में मुख्य भूमिका निभाएगा। जे-20 की सर्वाधिक उड़ान लंबाई 5500 किलोमीटर है और सर्वाधिक ऊँचाई 20000 मीटर है। उसकी स्थितिपरक जागरूकता ,इलेक्ट्रॉनिक मुकाबले और समन्वित लड़ाई में कई पहलुओं में जे-20 ने महारत हासिल की है।

कहा जा सकता है कि जे-20 विश्व के सबसे शीर्ष लड़ाकू विमानों की पंक्ति में दाखिल हुआ है और चीन की प्रतिरक्षा क्षमता की तेज उन्नति का एक प्रतीक है। वर्ष 2017 में जे-20 चीनी वायु सेना में शामिल हुआ।

(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

--आईएएनएस

एएनएम

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