तिब्बत की शिक्षा के लिए सहायता: एक साथ बर्फिले पठार के भविष्य के फूलों की सिंचाई

बीजिंग, 1 अगस्त (आईएएनएस)। सन 1951 में तिब्बत की शांतिपूर्ण मुक्ति के बाद से लेकर अब तक, पिछले 71 सालों में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में शैक्षिक और सांस्कृतिक कार्यों ने व्यापक विकास हासिल किया है। छोटे से बड़े तक, एकल से व्यापक तक, निम्न स्तर से उच्च स्तर तक, अत्यंत पिछड़े सामंती भू-दास मठ शिक्षा से लेकर समाजवादी आधुनिक शिक्षा तक, तिब्बत में शिक्षा ने एक शानदार मोड़ हासिल किया है। यहां पूर्व स्कूली शिक्षा, बुनियादी शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, सतत शिक्षा और विशेष शिक्षा को शामिल करते हुए एक आधुनिक शिक्षा प्रणाली स्थापित की गई है।
तिब्बत की शिक्षा के लिए सहायता: एक साथ बर्फिले पठार के भविष्य के फूलों की सिंचाई
तिब्बत की शिक्षा के लिए सहायता: एक साथ बर्फिले पठार के भविष्य के फूलों की सिंचाई बीजिंग, 1 अगस्त (आईएएनएस)। सन 1951 में तिब्बत की शांतिपूर्ण मुक्ति के बाद से लेकर अब तक, पिछले 71 सालों में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में शैक्षिक और सांस्कृतिक कार्यों ने व्यापक विकास हासिल किया है। छोटे से बड़े तक, एकल से व्यापक तक, निम्न स्तर से उच्च स्तर तक, अत्यंत पिछड़े सामंती भू-दास मठ शिक्षा से लेकर समाजवादी आधुनिक शिक्षा तक, तिब्बत में शिक्षा ने एक शानदार मोड़ हासिल किया है। यहां पूर्व स्कूली शिक्षा, बुनियादी शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, सतत शिक्षा और विशेष शिक्षा को शामिल करते हुए एक आधुनिक शिक्षा प्रणाली स्थापित की गई है।

बता दें कि पुराने तिब्बत में, शिक्षा प्राप्त करने वालों में से अधिकांश कुलीन वर्ग के बच्चे थे, कुल आबादी का 95 प्रतिशत हिस्सा रखने वाले भू-दासों को शिक्षा का कोई अधिकार नहीं था, उस जमाने में युवा और मध्यम आयु वर्ग के लोगों में निरक्षरता दर 95 प्रतिशत से अधिक थी। मई 2021 में जारी श्वेत पत्र तिब्बत में शांतिपूर्ण मुक्ति और समृद्ध विकास के अनुसार, तिब्बत में शिक्षा के पिछड़ेपन को बदलने के लिए 1951 से 2020 तक देश ने शिक्षा कोष में कुल 2 खरब 23 अरब 96 करोड़ 50 लाख युआन का निवेश किया है। तिब्बत ने पूर्व स्कूली शिक्षा से हाई स्कूल तक 15 साल की मुफ्त शिक्षा नीति और विद्यार्थियों के शिक्षा लेने के 15 साल में तीन गारंटी (यानी कि भोजन, आवास और बुनियादी पढ़ाई खर्च सहित) नीति लागू की है। इन नीतियों से खेती और पशुपालन क्षेत्रों के अनगिनत छात्रों तथा शहरों व कस्बों में गरीब घरों के छात्रों का भाग्य बदल गया है।

2 अगस्त 1974 को, तिब्बत में शिक्षा के विकास का समर्थन करने के लिए, भीतरी इलाके में शांगहाई, ल्याओनिंग, च्यांगसू, हनान, हुनान, सछ्वान समेत कई प्रांतों और राज्य परिषद के विभिन्न विभागों के 389 शिक्षकों को तिब्बत में काम करने के लिए चुना गया है। तिब्बत में शिक्षा के लिए सहायता करने वाली पहली खेप के शिक्षकों के रूप में उन्होंने तिब्बत के शिक्षा कार्य के विकास के लिए बड़ा योगदान दिया।

वास्तव में, भीतरी इलाके द्वारा तिब्बत का समर्थन करना चीन सरकार का एक महान रणनीतिक निर्णय है, और तिब्बत को बौद्धिक सहायता देना इस रणनीतिक निर्णय के महत्वपूर्ण उपायों में से एक है।

हाल ही में, कई केंद्रीय विभागों और 17 प्रांतों व शहरों द्वारा चुने गए दसवीं खेप वाले 2114 कर्मचारियों ने सहायता के लिए तिब्बत में प्रवेश किए और उनका तीन साल का सहायता कार्य शुरू हुआ। उन्होंने अभी-अभी अपने मिशन को पूरा करने वाले नौवीं खेप के कर्मचारियों का स्थान ले लेंगे। बताया गया है कि नौवीं खेप के 2113 कर्मचारियों ने पिछले 3 सालों में तिब्बत को सहायता के लिए कुल 20 अरब 63 करोड़ 10 लाख युआन लागू किया और तिब्बत में 2,712 सहायता परियोजनाओं का कार्यान्वयन किया है। इसके साथ ही उन्होंने तिब्बत में स्मार्ट शिक्षा के विकास को जोर से बढ़ावा दिया। सहायता प्राप्त 21 स्कूलों की शिक्षा गुणवत्ता तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में सबसे आगे बनी हुई है।

देश के भीतरी इलाके और स्थानीय लोगों के संयुक्त प्रयासों से तिब्बत में शिक्षा ने व्यापक विकास हासिल किया है। दोनों की संयुक्त सिंचाई के तहत बर्फिले पठार के भविष्य के फूल स्वस्थ रूप से बढ़ेंगे।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

--आईएएनएस

एएनएम

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