धनबाद की न्यू गोधर कुसुंडा कोलियरी इलाके में खतरनाक हुई भूमिगत आग, नौ बस्तियों को खाली करने का नोटिस
कंपनी ने न्यू गोधर कुसुंडा कोलियरी क्षेत्र संख्या-छह की कुमीर्डीह, दलित बस्ती, नौ नंबर काली बस्ती, गंसाडीह बस्ती, 15 नंबर, तीन नंबर, चार नंबर, 25 नंबर और गोधर में रहनेवाले लोगों से आवास खाली करने को कहा है। इन्हें बीते जनवरी में भी नोटिस दिया गया था, लेकिन लोगों ने पुनर्वास की व्यवस्था के बगैर इलाका छोड़ने से इनकार कर दिया।
इन बस्तियों में जमीन के अंदर लगी आग के चलते लगातार धुएं और गैस का गुबार उठ रहा है। जमीन से लेकर ज्यादातर क्वार्टरों की दीवारों में दरारें पड़ गयी हैं। बीते पांच वर्षों के दौरान इस इलाके में अचानक से जमीन धंसने की आधा दर्जन से अधिक घटनाएं हुई हैं। बीते महीने 17 जुलाई को गंसाडीह 3 नंबर बस्ती में अचानक दरार बनने से उमेश पासवान नामक एक युवक उसके अंदर समा गया था। बुरी तरह झुलस गये इस युवक को स्थानीय लोगों और परिजनों ने बाहर निकालकर अस्पताल में दाखिल कराया था, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी। इसे लेकर ग्रामीणों ने कोलियरी के परियोजना कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया था। बीसीसीएल ने लोगों से कहा है कि यहां बेहद खतरनाक है। भू-धंसान की वजह से हादसे पेश आ सकते हैं।
डायरेक्टर जेनरल माइन्स सेफ्टी (डीजीएमएस) ने अपनी जांच में पहले ही इस इलाके को असुरक्षित घोषित कर दिया है। जानमाल की हिफाजत के लिए इलाके को खाली कराना अनिवार्य बताया गया है। इसके आधार पर बीसीसीएल प्रबंधन बार-बार नोटिस जारी कर रहा है।
बताया जा रहा है कि काली बस्ती में 225, चार नंबर में 225, कुमीर्डीह 25 नंबर में 150, राजपूत बस्ती में 100, हाजरा बस्ती में 75, एम बस्ती में 65, गंसाडीह नंबर तीन बस्ती में 41, सात नंबर बस्ती में 33, नौ नंबर में 32 और गोधर में 26 क्वार्टरों में लोग अवैध रूप से कब्जा करके रह रहे हैं। बीसीसीएल ने इनमें से 101 लोगों को भूली इलाके में पुनर्वास के लिए जमीन दी है, लेकिन लोग इसे नाकाफी बता रहे हैं।
--आईएएनएस
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