लॉस एजिंल्स में गर्भपात के अधिकार के लिए महिलाएं आई आगे

लॉस एंजिल्स, 15 मई (आईएएनएस)। लॉस एंजिल्स गर्भपात एक बड़ा मुद्दा बनकर सामने आया है। इसको लेकर पहले भी कई बार विवाद हो चुके हैं, ऐसे में गर्भपात के अधिकारों की रक्षा के लिए राष्ट्रव्यापी प्रयास के तहत लॉस एंजिल्स में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। ऐसा कहा जा रहा है कि इस विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट 1973 के रो बनाम वेड के ऐतिहासिक फैसले को पलट सकता है।
लॉस एजिंल्स में गर्भपात के अधिकार के लिए महिलाएं आई आगे
लॉस एजिंल्स में गर्भपात के अधिकार के लिए महिलाएं आई आगे लॉस एंजिल्स, 15 मई (आईएएनएस)। लॉस एंजिल्स गर्भपात एक बड़ा मुद्दा बनकर सामने आया है। इसको लेकर पहले भी कई बार विवाद हो चुके हैं, ऐसे में गर्भपात के अधिकारों की रक्षा के लिए राष्ट्रव्यापी प्रयास के तहत लॉस एंजिल्स में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। ऐसा कहा जा रहा है कि इस विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट 1973 के रो बनाम वेड के ऐतिहासिक फैसले को पलट सकता है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को लॉस एंजिल्स सिटी हॉल के बाहर सुबह से ही भारी भीड़ जमा हो गई।

इसको लेकर लॉस एंजिल्स के मेयर एरिक गासेर्टी और सीनेटर एलेक्स पाडिला सहित एक दर्जन से अधिक राजनेताओं ने मंच पर आकर भाषण दिए।

मामले में गासेर्टी ने ट्वीट करते हुए कहा, महिलाओं के समर्थन में खड़े होने के लिए बैन ऑफ अवर बॉडीज रैली में एंजेलिनोस में शामिल होने पर मुझे गर्व है। प्रजनन अधिकार मौलिक मानवाधिकार हैं। यह हमारे जीवन की लड़ाई है, और हमें एकजुट होने और सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि हम अपने भविष्य की रक्षा कर सकते हैं।

इसी मुद्दे पर लॉस रैली में एंजेल्स सिटी काउंसिल के अध्यक्ष नुरी मार्टिनेज ने कहा, अमीर महिलाओं के पास गर्भपात के लिए दूसरे राज्य की यात्रा करने के लिए संसाधन होंगे, लेकिन गरीब और कुछ मध्यवर्गीय महिलाओं के पास ऐसे संसाधन नहीं होते हैं, जो इतना बड़ा फैसला ले सकें।

इस कार्यक्रम का आयोजन करने वाली महिला मार्च फाउंडेशन ने कहा कि, उसे बैन्स ऑफ अवर बॉडीज रैली के लिए 50,000 से अधिक साइनअप मिले हैं।

इस महीने की शुरूआत में, सुप्रीम कोर्ट से लीक हुए एक मसौदा बहुमत की राय ने सुझाव दिया कि यह रो बनाम वेड को खत्म करने के लिए तैयार है।

न्यायमूर्ति सैमुअल अलिटो ने बहुमत की राय के मसौदे में लिखा था रो शुरू से ही गंभीर रूप से गलत थे।

वहीं कंजर्वेटिव ने तर्क दिया,हम मानते हैं कि रो और केसी को खारिज कर दिया जाना चाहिए। यह संविधान पर ध्यान देने और गर्भपात के मुद्दे को लोगों के निर्वाचित प्रतिनिधियों को वापस करने का समय है।

1973 में सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले ने अमेरिका में गर्भपात के संवैधानिक अधिकार की स्थापना की।

--आईएएनएस

पीटी/आरएचए

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