श्रीलंका के राष्ट्रपति ने राजनीतिक दलों से सर्वदलीय सरकार के लिए काम करने को कहा
9वीं संसद के तीसरे सत्र के औपचारिक उद्घाटन के बाद सरकार का नीतिगत बयान देते हुए, विक्रमसिंघे ने कहा कि उन्होंने इस मामले पर राजनीतिक दलों के साथ चर्चा शुरू कर दी है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, विक्रमसिंघे ने कहा कि श्रीलंका को अपनी अर्थव्यवस्था को आधुनिक बनाने की जरूरत है और उसे इसके लिए विदेशी ऋणों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए।
वर्तमान आर्थिक संकट अर्थव्यवस्था में आवश्यक समायोजन नहीं करने का परिणाम है। उन्होंने कहा कि श्रीलंका को भविष्य के लिए योजना बनानी है और अगले 25 वर्षो के लिए एक राष्ट्रीय आर्थिक कार्यक्रम तैयार किया जाएगा।
विक्रमसिंघे ने कहा कि जहां ईंधन की कमी साल के अंत तक जारी रहेगी, यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं कि सभी को ईंधन की आपूर्ति की उचित पहुंच हो।
उन्होंने कहा, समस्याएं कम हो रही हैं। गैस, भोजन और दवाओं की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि श्रीलंका अगस्त के अंत तक अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ स्टाफ स्तर का समझौता कर सकता है।
उन्होंने कहा, हम इसे जल्द ही आईएमएफ के सामने पेश करेंगे। फिर हम उन देशों से बात करना शुरू करेंगे, जिन्होंने हमें ऋण दिया है और निजी निवेशकों ने हमारे बांड खरीदे हैं।
--आईएएनएस
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