संयुक्त राष्ट्र के दूत ने अफगानिस्तान में तालिबान को शामिल करने की आवश्यकता पर बल दिया

संयुक्त राष्ट्र, 24 जून (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र के एक दूत ने कठिनाइयों के बावजूद अफगानिस्तान में तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार को शामिल करने की आवश्यकता पर बल दिया है।
संयुक्त राष्ट्र के दूत ने अफगानिस्तान में तालिबान को शामिल करने की आवश्यकता पर बल दिया
संयुक्त राष्ट्र के दूत ने अफगानिस्तान में तालिबान को शामिल करने की आवश्यकता पर बल दिया संयुक्त राष्ट्र, 24 जून (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र के एक दूत ने कठिनाइयों के बावजूद अफगानिस्तान में तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार को शामिल करने की आवश्यकता पर बल दिया है।

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन के प्रभारी अधिकारी रमिज अलकबरोव ने कहा, हम ²ढ़ता से मानते हैं कि निरंतर जुड़ाव और बातचीत की रणनीति अफगान लोगों के साथ-साथ क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए आगे बढ़ने का एकमात्र तरीका है।

यहां तक कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय और तालिबान मानव, महिला और राजनीतिक अधिकारों के सवाल पर दूर रहते हैं, कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां हम अफगानों के जीवन को बेहतर बनाने के साथ-साथ आम चिंता के मुद्दों पर आगे बढ़ने के लिए बेहतर कर सकते हैं।

तालिबान लगभग पूरी तरह से सत्ता पर काबिज है। अलकबरोव ने कहा, राजनीतिक बहिष्कार के कारण एक सशस्त्र विपक्ष का उदय संभव है।

समग्र सुरक्षा वातावरण तेजी से अप्रत्याशित होता जा रहा है। तालिबान की ताकतों और सशस्त्र राजनीतिक विपक्ष के बीच संघर्ष हैं, विशेष रूप से पंजशीर और बगलान प्रांतों में यह संघर्ष जारी है। इसके अलावा खुरासान प्रांत में इस्लामिक स्टेट लगातार हमले कर रहा है।

तालिबान के खिलाफ सशस्त्र विपक्षी हमले अप्रैल की तुलना में मई में दोगुने हो गए। पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में आईएस-के हमलों की संख्या में आम तौर पर कमी आई है। लेकिन उनका भौगोलिक दायरा पहले के छह की तुलना में 11 प्रांतों तक बढ़ गया है।

--आईएएनएस

आरएचए/एएनएम

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