सीएसके के गेंदबाज क्रिस जॉर्डन ने अपने क्रिकेट करियर को लेकर किया खुलासा

मुंबई, 8 मई (आईएएनएस)। चेन्नई सुपर किंग्स के तेज गेंदबाज क्रिस जॉर्डन ने खुलासा किया है कि कैसे एक डबल स्ट्रेस फ्रैक्चर ने उनके क्रिकेट करियर को हिला कर रख दिया।
सीएसके के गेंदबाज क्रिस जॉर्डन ने अपने क्रिकेट करियर को लेकर किया खुलासा
सीएसके के गेंदबाज क्रिस जॉर्डन ने अपने क्रिकेट करियर को लेकर किया खुलासा मुंबई, 8 मई (आईएएनएस)। चेन्नई सुपर किंग्स के तेज गेंदबाज क्रिस जॉर्डन ने खुलासा किया है कि कैसे एक डबल स्ट्रेस फ्रैक्चर ने उनके क्रिकेट करियर को हिला कर रख दिया।

बारबाडोस में जन्मे इंग्लैंड के 33 वर्षीय गेंदबाज आईपीएल के मौजूदा सीजन में अच्छे फॉर्म से नहीं गुजर रहे हैं। उन्होंने अब तक चार मैचों में सिर्फ दो विकेट लिए हैं।

जॉर्डन ने कहा, 2007 में 17 साल की उम्र में मैंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू किया था और मेरी शुरूआत काफी अच्छी थी, मैंने पांच मैच खेले हैं। जब मैं टीम में आया था तो मैं टीम में सबसे कम उम्र का था। तब सीजन का अच्छा अंत हुआ था और पांच प्रथम श्रेणी मैचों में मैंने 30 विकेट लिए थे।

फिर 2009 में मैं डबल स्ट्रेस फ्रैक्चर का शिकार हो गया, जिस कारण मैं 2010 सीजन से बाहर हो गया। मैंने पूरे सीजन क्रिकेट नहीं खेला। स्वस्थ होने के लिए मैं आराम कर रहा था। उन्होंने इंग्लैंड के लिए आठ टेस्ट, 34 एकदिवसीय और 75 टी20 खेले हैं और साथ ही 146 विकेट लिए।

जॉर्डन ने कहा कि उन्होंने क्रिकेटर के रूप में अनुशासन के साथ अपने करियर को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।

उन्होंने आगे बताया कि, मैंने उस दिन अपने आप से एक वादा किया था कि मैं अपने शरीर को लेकर अधिक मेहनत करूंगा और साथ ही चोटों से सावधान रहूंगा। उस अनुभव से गुजरने के बाद इसने मुझे और अधिक अनुशासित बनाया और मुझे चीजों की बेहतर समझ दी। यह मुझे एक पेशेवर क्रिकेटर बनने के लिए प्रेरित करेगा।

उन्होंने आगे कहा कि, उस डबल स्ट्रेस फ्रैक्चर के बाद, मुझे लगता है कि इसने मेरे जीवन को बदल दिया क्योंकि इस प्रकार के अनुशासन को निभाने के लिए मुझे कई तरह की चीजे करनी पड़ीं।

सीएसके के एक अन्य क्रिकेटर 23 वर्षीय ऑफ स्पिनर भगत वर्मा को अभी प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया है। उन्होंने खुलासा किया कि कैसे उन्होंने अवसाद से लड़ाई लड़ी और किताब द मोंक हू सोल्ड हिज फेरारी ने उन्हें प्रेरित किया।

उन्होंने आगे बताया कि, यह मेरा अंडर-19 सीजन हो सकता है जहां मुझे एक दिवसीय मैचों में अच्छे अवसर नहीं मिले, लेकिन मैं आईपीएल में अचानक चुना गया। मैंने द मोंक नामक एक किताब पढ़ी, जिसमें एक व्यक्ति ने अपनी फरारी बेच दी। इसलिए, वहां से मैंने खुद पर विश्वास करना शुरू कर दिया कि मैं उदास रहने से बेहतर क्या कर सकता हूं। इस किताब ने मेरी जिंदगी में कई बदलाव किए हैं।

--आईएएनएस

एचएमए/एसकेपी

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