अल्जीरिया ने राजनयिक की पेरिस वापसी को लेकर पूर्ण सम्मान देने की मांग की
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, तेब्बौने ने कहा, हम ऐसा नहीं कर सकते जैसे कुछ हुआ ही नहीं। हमारे राजदूत पेरिस तभी लौटेंगे, जब फ्रांस अल्जीरियाई राज्य के लिए पूर्ण सम्मान दिखाएगा।
टेब्बौने के बयानों में अल्जीरिया द्वारा पेरिस में अपने राजदूत को वापस बुलाने और फ्रांसीसी सैन्य विमानों को अपने हवाई क्षेत्र से प्रतिबंधित करने का उल्लेख है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रों ने अल्जीरियाई युद्ध (1954-1962) के दौरान अल्जीरियाई क्रांतिकारियों के खिलाफ फ्रांसीसी सेना के साथ लड़े युवा लोगों के एक समूह के साथ एक छोटी बातचीत के दौरान कड़ी टिप्पणी की थी।
मैक्रों ने कथित तौर पर कहा कि देश पर राजनीतिक-सैन्य प्रणाली का शासन था और फ्रांसीसी अखबार ले मोंडे के अनुसार, अल्जीरिया को आधिकारिक इतिहास के रूप में वर्णित किया गया था, जिसे पूरी तरह से फिर से लिखा गया था।
पेरिस और अल्जीयर्स के बीच तनाव के इस नए दौर को सितंबर में एक फ्रांसीसी निर्णय द्वारा भी उकसाया गया था जिसमें अल्जीरियाई अधिकारियों को प्रदान किए गए वीजा की संख्या में 50 प्रतिशत की कमी की गई थी।
अल्जीरियाई विदेश मंत्रालय ने फ्रांसीसी राजदूत से स्पष्टीकरण की मांग की है।
--आईएएनएस
एनपी/आरजेएस