अमेरिकी नौसेना प्रमुख द्विपक्षीय संबंध बढ़ाने के लिए अगले सप्ताह भारत आएंगे
गिल्डे दोनों देशों के बीच नौसैनिक सहयोग के बढ़ते स्तर की पुष्टि करने के लिए भारत का दौरा कर रहे हैं।
बैठकों के दौरान, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया जाएगा।
गिल्डे ने कहा, कोई गलती न करें, भारत हमारे सबसे करीबी रणनीतिक साझेदारों में से एक है और हमारा संबंध एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत का गढ़ है।
उन्होंने कहा, यह यात्रा मेरे लिए भारत में अपने समकक्ष से मिलने और निरंतर आपसी सहयोग के क्षेत्रों पर चर्चा करने का एक बड़ा अवसर है। निस्संदेह, ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां हम साझेदारी और सहयोग कर सकते हैं।
क्षेत्र में संचालन की तुलना में एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत को बनाए रखने के लिए अमेरिकी नौसेना की इच्छा का कोई बेहतर संकेत नहीं है।
गिल्डे ने कहा, मैं भारत-प्रशांत क्षेत्र में समावेशी, स्वतंत्र और खुले नियम-आधारित व्यवस्था बनाने के लिए हमारी नौसेनाओं के निरंतर सहयोग के लिए आभारी हूं।
और भारतीय नौसेना के साथ मिलकर काम करना जारी रखते हुए, हम आने वाले दशकों के लिए अपनी क्रियाशीलता को बढ़ाएंगे और साथ ही सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि बनाए रखेंगे।
यह यात्रा अमेरिका-भारत रक्षा साझेदारी की बढ़ती ताकत को भी रेखांकित करेगी क्योंकि दोनों देश साझा लक्ष्यों को बढ़ावा देने के लिए समान विचारधारा वाले भागीदारों के साथ मिलकर काम करेंगे।
संयुक्त राज्य अमेरिका ने 2016 में भारत को एक प्रमुख रक्षा भागीदार के रूप में नामित किया।
माइकल मार्टिन गिल्डे 22 अगस्त, 2019 से सेवारत नौसेना संचालन के 32वें प्रमुख हैं।
उन्होंने दो विध्वंसकों की कमान संभाली है, संयुक्त स्टाफ के निदेशक के रूप में कार्य किया है और दसवीं फ्लीट/फ्लीट साइबर कमांड की कमान संभाली है साथ ही कैरियर स्ट्राइक ग्रुप 8 का नेतृत्व किया है।
उनकी यात्रा अमेरिकी उप सचिव वेंडी शर्मन के बयान की पृष्ठभूमि में हो रही है, जिसमें उन्होंने स्वतंत्र, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र के महत्व पर बयान दिया है।
--आईएएनएस
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