18 साल बाद दूसरी सबसे बड़ी साउथ कोरियन एयरलाइंस ने घरेलू उड़ानों के दौरान बिजनेस क्लास को किया शुरू

सियोल, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। दक्षिण कोरिया की दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइन, एशियाना एयरलाइंस 18 साल के अंतराल के बाद अगले महीने से शुरू होने वाली घरेलू उड़ानों पर बिजनेस क्लास सेवाओं को फिर से शुरू करने जा रही है। यहां कोविड-19 महामारी के बाद से हालात अब बेहतर होते दिख रहे हैं, उद्योग के अंदरूनी सूत्रों ने सोमवार को इसकी जानकारी दी।
18 साल बाद दूसरी सबसे बड़ी साउथ कोरियन एयरलाइंस ने घरेलू उड़ानों के दौरान बिजनेस क्लास को किया शुरू
18 साल बाद दूसरी सबसे बड़ी साउथ कोरियन एयरलाइंस ने घरेलू उड़ानों के दौरान बिजनेस क्लास को किया शुरू सियोल, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। दक्षिण कोरिया की दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइन, एशियाना एयरलाइंस 18 साल के अंतराल के बाद अगले महीने से शुरू होने वाली घरेलू उड़ानों पर बिजनेस क्लास सेवाओं को फिर से शुरू करने जा रही है। यहां कोविड-19 महामारी के बाद से हालात अब बेहतर होते दिख रहे हैं, उद्योग के अंदरूनी सूत्रों ने सोमवार को इसकी जानकारी दी।

कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक एशियाना 5 नवंबर से चुनिंदा घरेलू उड़ानों पर बिजनेस क्लास कैबिन्स का संचालन शुरू कर देगा।

योनहप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्ण सेवा वाहक ने नवंबर 2003 में घरेलू उड़ानों पर बिजनेस क्लास सीटों को हटा दिया था।

बिजनेस क्लास सेवाएं ए321 और ए330 एयरक्राफ्ट पर चल रहे घरेलू उड़ानों पर उपलब्ध होंगी।

अधिकारियों के मुताबिक, उन्हें सियोल और जेजू में जिम्पो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को जोड़ने वाली उड़ानों के लिए 160,000 वोन कीमत होगी।

उद्योग पर्यवेक्षकों ने कहा कि एशियानास ने घरेलू सेवाओं पर बिजनेस क्लास को फिर से शुरू करने का फैसला अपनी लाभप्रदता को बढ़ाने और महामारी के बीच कम लागत वाले वाहकों (एलसीसी) से चुनौतियों को रोकना है।

चूंकि एलसीसी सस्ते टिकटों के साथ उपभोक्ताओं को लक्षित करते हैं, एशियाना ने लोगों को अधिक आरामदायक, लक्जरी ऑफरिंग की आवश्यकता में लोगों को आकर्षित करने के लिए प्रीमियम केबिन सेवाओं का चयन किया है।

एलसीसी घरेलू यात्राओं पर आक्रामक रूप से प्रचार का विस्तार कर रहे हैं क्योंकि महामारी के कारण कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें निलंबित या फिर कम हो गई हैं।

परिवहन मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी-अगस्त की अवधि में घरेलू उड़ानों द्वारा 26.1 मिलियन सीटों की आपूर्ति की गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 24.74 मिलियन सीटें थी।

--आईएएनएस

एसकेके/आरजेएस

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