2022 के अंत तक नई परमाणु मिसाइल तैनात करेगा रूस
आरटी के मुताबिक, पुतिन ने मंगलवार को स्नातक कैडेटों को संबोधित करते हुए कहा, हमने सरमत- अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। योजना के अनुसार, इस तरह की पहली प्रणाली साल के अंत में युद्धक ड्यूटी में प्रवेश करेगी।
सरमत का परीक्षण अप्रैल में किया गया था।
मिसाइल पुराने वोएवोडा सिस्टम की जगह लेगी, जिसे नाटो रिपोर्टिग नाम, एसएस-18 शैतान के नाम से भी जाना जाता है।
आरटी के मुताबिक, उन्होंने कहा, रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के प्रमुख दिमित्री रोगोजिन ने अप्रैल में कहा था कि सरमत, जिसे शैतान 2 कहा जाता है, रेंज और वारहेड्स के मामले में अपने वर्ग की सबसे शक्तिशाली मिसाइल है।
रोगोजिन ने कहा कि सरमत वॉयवोडास की तुलना में बहुत तेज हैं और लगभग असीमित सीमा पर लक्ष्य पर हमला कर सकते हैं।
रूस के सामरिक रॉकेट बलों के कमांडर कर्नल जनरल सर्गेई काराकायेव ने इस महीने घोषणा की कि सरमत और अवांगार्ड हाइपरसोनिक ग्लाइड हथियार सहित शीर्ष स्तर की लड़ाकू-तैयार मिसाइलों के साथ आधुनिकीकरण 2022 के अंत तक 86 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा।
रूस की सुरक्षा परिषद के प्रमुख निकोले पेत्रुशेव ने कहा, रूस के कलिनिनग्राद क्षेत्र के लिथुआनिया के परिवहन नाकाबंदी के लिए मास्को के जवाबी कार्रवाई से लिथुआनियाई नागरिक गंभीर रूप से प्रभावित होंगे।
आरटी ने मंगलवार को कलिनिनग्राद की यात्रा के दौरान संवाददाताओं से कहा, बेशक, रूस शत्रुतापूर्ण कार्रवाइयों का जवाब देगा। उपयुक्त उपाय काम कर रहे हैं और निकट भविष्य में इसका इस्तेमाल किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मास्को की प्रतिक्रिया के परिणाम लिथुआनिया के लोगों पर गंभीर नकारात्मक प्रभाव डालेंगे।
--आईएएनएस
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