3 दलितों ने शराब दुकान मालिक, साथियों पर लगाया पिटाई का आरोप, एससी-एसटी के तहत मामला नहीं हुआ दर्ज

नई दिल्ली, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। अनुसूचित जाति समुदाय के तीन लोगों ने आरोप लगाया है कि शराब की दुकान के मालिक ने उन्हें बेरहमी से पीटा, उन्हें जातिसूचक गालियां भी दीं, लेकिन दिल्ली पुलिस ने एससी/ एसटी अधिनियम के तहत मामला दर्ज नहीं किया।
3 दलितों ने शराब दुकान मालिक, साथियों पर लगाया पिटाई का आरोप, एससी-एसटी के तहत मामला नहीं हुआ दर्ज
3 दलितों ने शराब दुकान मालिक, साथियों पर लगाया पिटाई का आरोप, एससी-एसटी के तहत मामला नहीं हुआ दर्ज नई दिल्ली, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। अनुसूचित जाति समुदाय के तीन लोगों ने आरोप लगाया है कि शराब की दुकान के मालिक ने उन्हें बेरहमी से पीटा, उन्हें जातिसूचक गालियां भी दीं, लेकिन दिल्ली पुलिस ने एससी/ एसटी अधिनियम के तहत मामला दर्ज नहीं किया।

मामला दक्षिणी दिल्ली के महरौली इलाके का है। एससी/एसटी आयोग भी इस मामले की जांच कर रहा है और उसने दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना को पत्र लिखा है।

पीड़ितों के एक रिश्तेदार जोगिंदर ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि राम सिंह, राजकुमार और मंगल को उनके नियोक्ता ने बेरहमी से पीटा।

जोगिंदर ने आरोप लगाया, उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। उनके पूरे शरीर पर घाव हैं। आरोपी ने गंदी भाषा का इस्तेमाल किया कि निचली जाति के लोग पीटे जाने के लिए पैदा होते हैं। हमने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया, लेकिन उन्होंने एससी/एसटी अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज नहीं किया।

आईएएनएस ने मामले की सीसीटीवी फुटेज और एफआईआर की कॉपी हासिल की है।

पीड़ित राम सिंह अपने भाई राजकुमार के साथ शराब की दुकान के मालिक कथित आरोपी मोहन लाल मान के लिए काम करता है।

एफआईआर में लिखा है, सिंह ने आरोप लगाया है कि मान और उसके दोस्त चितवन ने इमरान के साथ मिलकर उसे और उसके सहयोगी मंगल को बेरहमी से पीटा। सिंह का हाथ इसलिए बांधा गया था, ताकि वह विरोध न कर सके। उसके भाई राजकुमार को भी पीटा गया।

एससी/एसटी आयोग के उपाध्यक्ष अरुण हलदर ने कहा कि वे मामले की जांच चाहते हैं।

एससी/एसटी आयोग ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना को भी पत्र लिखा है। कांग्रेस सांसद उदित राज ने ट्विटर पर लिखा कि पुलिस ने पीड़ितों की मदद नहीं की।

पुलिस ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।

--आईएएनएस

एसजीके/एएनएम

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