बाल निकुंज में गुरु पूर्णिमा पर्व पर 86 शिक्षक हुए सम्मानित
डिस्टिंक्शन मार्क्स दिलाने वाले शिक्षकों में हिंदी शिक्षकों का योगदान सर्वोत्तम रहा। जिसमें बाल निकुंज इंटर कॉलेज की अध्यापिका श्रीमती बीनू सिंह ने 153 बच्चों को पढ़ाया जिसमें 127 बच्चे डिस्टिंक्शन मार्क्स प्राप्त किये। दूसरे स्थान पर रही आयशा शाहिद जिन्होंने 159 बच्चों को पढ़ाया और 117 बच्चे डिस्टिंक्शन मार्क्स प्राप्त किये। तीसरे स्थान पर रहे अनिल अवस्थी जिन्होंने 191 बच्चों को पढ़ाया और 110 बच्चे तथा चौथे स्थान पर रही श्रीमती मिथिलेश नायक जिन्होंने 180 बच्चों को पढ़ाया और 99 बच्चे तथा पांचवें स्थान पर रहे हिमांशु मोर्या जिन्होंने 135 बच्चों को पढ़ाया और 96 बच्चों को डिस्टिंक्शन मार्क्स दिला पाने में सफल रहे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में शारदे मां की पूजा अर्चना के बाद सभी शाखाओं के प्रधानाचार्य एवं प्रबंध निदेशक द्वारा सभी गुरुजनों पर पुष्प वर्षा कर उनकी आरती कर सम्मान अर्पित किया गया।प्रबंध निदेशक ने शिक्षको को सम्बोधित करते हुए कहा कि "कोई भी छात्र संपूर्ण नहीं होता किंतु संपूर्ण बनाने में यदि कुछ कमी रह जाती है तो वह कहीं न कहीं गुरुओं के प्रयास और आशीर्वाद की कमी दिखाई देने लगती है । वे बच्चे जिनके माता-पिता अनपढ़ हैं वे आप गुरुओं से बड़ी आशा लगाए रहते हैं उन्हें आपसे, अपने बच्चों के भविष्य को संवार कर उन्हें सफल बनाने की बहुत बड़ी आशा बनी रहती है । उनकी आशा और विश्वास को और अधिक मजबूत बनाए रखना है । " इस अवसर पर मुख्य अतिथि के साथ प्रबंध निदेशक, प्रबंधिका पुष्पा जायसवाल कोऑर्डिनेटर सुधीर मिश्रा , सभी शाखाओं के प्रधानाचार्य, इंचार्जेस व शिक्षकगण उपस्थित रहे ।