विनोबा सेवा आश्रम में निर्मला देशपांडे की 97वीं जयंती: गांधी-विनोबा के विचारों की वैश्विक संवाहक

विनोबा पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य श्री के.पी. सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा: निर्मला दीदी ने विनोबा जी के साथ पदयात्रा से सर्वोदय जीवन की शुरुआत की और अंतिम समय तक उनके विचारों को देश-दुनिया में प्रसारित करने का कार्य किया। उन्होंने गाँव-गाँव घूमकर ग्रामस्वराज्य का कार्य किया, वहीं दूसरी ओर दुनिया के हर देश में जाकर गांधी और विनोबा के विचारों की आवाज़ बुलंद की।" श्री सिंह ने आगे कहा कि दीदी ने राज्यसभा में भी गाँव के विकास की और गरीबों के हक की आवाज़ सदैव बुलंद की। वह विनोबा सेवा आश्रम जैसी संस्थाओं की संरक्षक थीं।
वक्ताओं ने साझा किए संस्मरण
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पूर्व शिक्षक श्री दिनेश चंद्र सक्सेना ने कहा कि हम सब सौभाग्यशाली हैं कि हमें उनके दर्शन करने और उनके विचारों को सुनने का अवसर मिला। वह मातृ-तुल्य प्रेम सभी कार्यकर्ताओं को देती थीं और हमेशा नए साथियों को सीखने के लिए अपने अभियानों में शामिल करती थीं।
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महिला नेत्री श्रीमती फूला देवी ने याद किया कि दीदी ने सदैव महिलाओं को आगे बढ़ाया और उन्हें भी उनकी यात्रा में शामिल होने का मौका मिला।
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खादी प्रभारी अखिलेश उपाध्याय ने कहा कि खादी जगत की संस्थाओं को दीदी का आशीर्वाद निरंतर मिलता रहता था।
इस अवसर पर श्री ब्रह्मदेव, राजीव कुमार, और कुमारी शिवांगी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता जे.पी. सेवा ट्रस्ट के सचिव मुदित कुमार ने की। सभी का स्वागत अमर सिंह ने गीत के माध्यम से किया, जबकि अंत में ओमप्रकाश ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
