ग्रीन गैस के उत्सर्जन और जलवायु परिवर्तन के रोकथाम में कारगर साबित होंगे ए-आई से लैस इलेक्ट्रिक वाहन

Electric vehicles equipped with AI will prove effective in preventing green gas emissions and climate change.
Electric vehicles equipped with AI will prove effective in preventing green gas emissions and climate change.
उत्तर प्रदेश डेस्क लखनऊ ( आर एल पाण्डेय )। रिवर बैंक कालोनी स्थित इंस्टीटूशन ऑफ़ इंजीनियर्स द्वारा 'आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की इलेक्ट्रिक वाहन में उपयोगिता' विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ वी के सिंह, निदेशक (अभियांत्रिकी) बाबू बनारसी दास नॉर्धेर्न इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, लखनऊ ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन का बढ़ता उपयोग ट्रांसपोर्ट सेक्टर में एक क्रांति लेकर आ रहा है

जिसमें हम वायु प्रदूषण रहित यातायात व्यवस्था सुनिश्चित कर सकेंगे। मुख्य वक्ता डॉ प्रवीण कुमार शुक्ला डीन, स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग बाबू बनारसी दास विश्वविद्यालय ने इलेक्ट्रिक वाहनो में आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के उपयोग पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से हम ई-व्हीकल के बैटरी सिस्टम के परफॉरमेंस को और बढ़ा सकते है।

इसके अलावा चार्जिंग स्टेशन के चयन, ट्रैफिक जाम को पहले से बताने और बेहतर रास्ता तय करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क़ी उपयोगिता पर चर्चा की। डॉ शुक्ला ने बताया कि भविष्य में इलेक्ट्रिक वाहन एवं स्मार्ट ग्रिड कनेक्टिविटी से सुलभ, प्रदूषण रहित और सुचारु यातायात व्यवस्था सुनिश्चित की जा सकेगी। इस अवसर पर इंस्टीट्यूशन के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष  वी बी सिंह ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग ग्रीन गैस के उत्सर्जन और जलवायु परिवर्तन के रोकथाम के लिए एक अहम् कदम होगा।

कार्यक्रम के आरंभ में संस्था के अध्यक्ष  सत्य प्रकाश ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विषय वस्तु पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के संयोजक  मसर्रत नूर खा, पूर्व अध्यक्ष ने मुख्य वक्ता का परिचय दिया एवं कार्यक्रम का सफल संचालन किया। इस अवसर पर कार्यक्रम का समापन  वी पी सिंह, मानद सचिव के धन्यवाद प्रस्ताव से हुआ। कार्यक्रम में बड़ी सँख्या में लोगों ने भाग लिया।

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