एयरटेल बिज़नेस ने स्केलर के साथ साझेदारी में ‘एयरटेल सिक्योर डिजिटल इंटरनेट’ सेवा लॉन्च की
'एयरटेल सिक्योर डिजिटल इंटरनेट' कंपनियों की साइबर सुरक्षा को मजबूत बनाता है। यह एयरटेल की इंटरनेट लीज़ लाइन (आई एल एल) कनेक्टिविटी को स्केलर की क्लाउड सिक्यूरिटी और सिक्यूरिटी सर्विस एस एस ई तकनीक के साथ जोड़ता है। इसमें एस एस एल निरीक्षण, क्लाउड फ़ायरवॉल, और क्लाउड ऐप्स जैसी आधुनिक सुरक्षा सुविधाएं तक शामिल हैँ। 'सदैव यूजर, डिवाइस और नेटवर्क की पुष्टि करण के पश्चात् ही भरोसा करें' के सिद्धांत पर आधारित यह सेवा भारतीय कंपनियों को एक आसान और किफायती समाधान देकर डिजिटल दुनिया की चुनौतियों से निपटने में मदद करेगी।
एयरटेल बिज़नेस के सीईओ शरत सिन्हा ने कहा, " हम 'एयरटेल सिक्योर डिजिटल इंटरनेट' लॉन्च करने के लिए स्केलर के साथ साझेदारी करके बेहद उत्साहित हैं। यह एक ऐसा समाधान है जो एंटरप्राइज़ नेटवर्क को पूरी तरह सुरक्षित बनाएगा। यह सुनिश्चित करेगा कि हर इंटरनेट इस्तेमाल को पूरी तरह से सत्यापित और प्रमाणित किया जाए, जिससे सुरक्षा की एक मजबूत दीवार बनेगी जो कंपनियों को नए साइबर खतरों से बचाएगी। स्केलर के साथ मिलकर, हम पूरे भारत में बिज़नेस के लिए एक सुरक्षित और आसान सेवा देंगे, जिससे वे डिजिटल दुनिया की जटिलताओं का आत्मविश्वास से सामना कर सकें।"
ज़ेडस्केलर के भारत और सार्क क्षेत्र के वाइस प्रेसिडेंट अनंत नाग ने कहा, " हम एयरटेल बिज़नेस के साथ अपनी साझेदारी को और बढ़ाने के लिए उत्साहित हैं ताकि हम अपने ग्राहकों की साइबर सुरक्षा की बढ़ती ज़रूरतों को पूरा कर सकें। आजकल साइबर सुरक्षा हर बिज़नेस के लिए सबसे जरूरी प्राथमिकता बन गई है, और कंपनियां अपने संगठनों को सुरक्षित रखने के लिए जीरो ट्रस्ट समाधान पर ज्यादा ध्यान दे रही हैं। यह संयुक्त समाधान मार्केट की जरूरतों के आधार पर तैयार किया गया है, और हम एयरटेल के साथ मिलकर अपने ग्राहकों की क्लाउड सुरक्षा में मदद करने के लिए तैयार हैं।"
भारत तकनीक में नई खोजों और नई टेक्नोलॉजी को अपनाने में सबसे आगे है। यहां के छोटे और बड़े उद्यम, वैश्विक स्तर पर एक मजबूत स्थिति में हैं। लेकिन इस तेजी से हो रहें विकास ने साइबर अपराधियों का ध्यान भी आकर्षित किया है, जो स्थानीय कंपनियों को निशाना बना रहे हैं। उदाहरण के लिए, स्केलर थ्रेट लेब्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल भारतीय कंपनियों को 79 मिलियन से ज्यादा फ़िशिंग हमलों और 5 बिलियन से अधिक एन्क्रिप्टेड हमलों का सामना करना पड़ा, जिससे भारत दुनिया के सबसे ज्यादा निशाना बनने वाले देशों में से एक बन गया है। अब भारत की कंपनियों के लिए यह और भी जरूरी हो गया है कि वे अपनी साइबर सुरक्षा को मजबूत करें, खासकर जब उन्हें मल्टी-वेंडर सुरक्षा, बजट की कमी, कौशल की कमी और समय की सीमाओं जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। 'एयरटेल सिक्योर डिजिटल इंटरनेट' का जीरो ट्रस्ट आर्किटेक्चर सुरक्षा प्रबंधन को आसान बनाता है, जिससे साइबर हमलों का खतरा कम हो जाता है। यह क्लाउड-आधारित सुरक्षा समाधान हर जगह उपयोगकर्ताओं को लगातार सुरक्षा प्रदान करता है। साथ ही, इसका क्लाउड प्लेटफॉर्म महंगे हार्डवेयर की जरूरत को खत्म करता है, जिससे संचालन बेहतर होता है और लागत भी कम होती है।
अपने नेटवर्क की परफॉर्मेंस को बेहतर बनाने और लेटेंसी (डिले) को कम करने के लिए, एयरटेल ने स्केलर के एडवांस्ड सिक्योरिटी सिस्टम को अपने इंटरनेट नेटवर्क में जोड़ा है और अपने इंटरनेट पॉइंट्स ऑफ प्रेजेंस (पी ओ पी एस ) को रणनीतिक रूप से बढ़ाया है। स्केलर के एक प्रमुख मैनेज्ड सिक्योरिटी सर्विस प्रोवाइडर (एमएसएसपी) पार्टनर के रूप में, एयरटेल अब पूरी सुरक्षा प्रक्रिया को कवर करते हुए प्रबंधित सेवाएं प्रदान करने के लिए तैयार है। इसमें शुरुआती योजना से लेकर लगातार मिलने वाली प्रीमियम सपोर्ट सेवाएं शामिल हैं। अब कंपनियां एयरटेल की पूरे भारत में फैली इंटरनेट लीज लाइन (आई एल एल) कनेक्टिविटी का उपयोग करके अपने सभी ऑफिस लोकेशन्स पर सुरक्षित और भरोसेमंद कनेक्टिविटी हासिल कर सकती हैँ । साथ ही, स्केलर एस एस ई को एक समाधान के रूप में भी खरीदा जा सकता है और एयरटेल की प्रबंधित सेवाओं के साथ मिलाकर इसे उनकी खास जरूरतों के अनुसार ढाला जा सकता है।